•  दिल्ली के चार शातिरों को पकड़ा
  • 250-300 वारदातों में है शामिल -सरगना भी चढ़ा हत्थे
  • जोधपुर के जीआरपी कांस्टेबल मोहन लाल का रहा अहम रोल

जोधपुर, सिकंदराबाद-हिसार ट्रेन में गत 22 जनवरी को तड़क़े आबूरोड बनास के बीच में हुई लूटपाट का राजकीय रेलवे पुलिस ने खुलासा करते हुए चार बदमाशों को गिरफ्तार करने में सफलता अर्जित की है। पकड़े गए अभियुक्त दिल्ली के रहने वाले हैं और इन्होंने ढाई सौ से तीन सौ वारदातों को अब तक अंजाम देना बताया है। इसमें गिरोह का सरगना भी शामिल है। पुलिस अब सभी से गहन पूछताछ कर रही है। प्रकरण आबूरोड जीआरपी में दर्ज हुआ था।
राजकीय रेलवे पुलिस के अतिरिक्ति महानिदेशक संजय अग्रवाल ने बताया कि सिकंदराबाद-हिसार ट्रेन में गत 22 जनवरी को तड़क़े यात्रियों के साथ मारपीट कर लूटपाट हुई थी। सात लोगों से लूटपाट की गई। इस प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए जीआरपी डीआईजी संदीप सिंह, सिरोही आबूरोड एसपी भंवरसिंह नाथावत एवं एसपी जोधपुर राशि डोगरा के सुपरविजन में पुलिस की कई टीमों का गठन किया गया। जोधपुर के जीआरपी कांस्टेबल मोहन लाल का इसमें महत्वपूर्ण भूमिका रही। तकनीकि एवं साइबर एक्सपर्ट की मदद लेकर इस वारदात को अंजाम देने वाले चार बदमाशों दिल्ली के विभिन्न इलाकों में रहने वाले मोहम्मद दिलशाद पुत्र बूुंदू खां, मोहम्मद मुख्तायर पुत्र अजीज खां, आजाद पुत्र मोहम्मद हनीफ एवं सचिन पांचाल पुत्र घसीटाराम को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई तो घटना का खुलासा हुआ। आरोपियों ने प्राथमिक तौर पर वारदात में शरीक होने का जुर्म स्वीकार किया है।
सरगना लाता दूसरे लडक़ों को और देता अंजाम
पुलिस ने बताया कि इस गैंग का सरगना मोहम्मद मुख्तायर है। जो दूसरे लड़क़ों को लाकर ट्रेन में इस तरह की घटनाओं को अंजाम दिलवाता था। नींद में सो रही महिलाओं के गले से चेन, पर्स एवं जेब तराशी इस गैंग का कार्य है। लूटपाट से भी नहीं चूक रहे थे।
ढाई-तीन सौ वारदातें की अब तक
बदमाशों का पुराना आपराधिक रिकार्ड भी खंगाला गया। तब सामने आया कि इस गिरोह ने मिलकर अब तक ढाई सौ से तीन सौ तक वारदातें ट्रेनों के अलावा अन्य जगहों पर की हैं। दिल्ली के कई थानों में इनके खिलाफ केस दर्ज हो रखे हैं। दिलशाद और मुख्तायर पर्स चेनें और जेब तराशी में माहिर हैं।
इन लोगों के साथ हुई थी लूटपाट
प्रकरण के अनुसार सिकंदराबाद- हिसार ट्रेन में 22 जनवरी को बालोतरा के ताराचंद सुथार, महाराष्ट्र की रेणुका, विनोद कुमार, जोधपुर के नंदनवन निवासी सैयद मुस्ताक, पाल रोड जोधपुर निवासी अर्चना चंद्रा, सूरत की पूजा और बीकानेर के नोखा की ममता वैद्य के साथ यह वारदात हुई थी। इनसे हजारों रूपए एवं जेवरात लूटे गए थे।