जोधपुर,राजस्थान अंतरराष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल का रविवार को जोधपुर में आगाज हुआ। रिफ के उद्घाटन समारोह में महापौर उत्तर कुन्ती देवड़ा मुख्य अतिथि के रुप में उपस्थित थी।

मशहूर भजन गायक अनूप जलोटा, फिल्म अभिनेता यशपाल शर्मा, फिल्म निदेशक ओम छंगाणी विशेष अतिथि के रूप में मौजूद थे। उद्घाटन समारोह के अवसर पर “फिल्मों से समाज में परिवर्तन” विषय पर टॉक शो का आयोजन किया गया।

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महापौर उत्तर कुन्ती देवड़ा परिहार ने कहा कि फिल्में समाज का दर्पण होती है और फिल्मों का आमजन के जीवन पर काफी अधिक प्रभाव पड़ता है। कई ऐसी फिल्में हैं जो वास्तव में व्यक्ति के व्यक्तित्व विकास में उपयोगी साबित होती है और समाज में एक सकारात्मक सोच के साथ काम करने का संदेश देती है।

उन्होंने कहा कि वर्तमान परिपेक्ष में ऐसी फिल्मों की आवश्यकता है जो युवाओं में आत्मविश्वास बढ़ा सके और धैर्य के साथ अपने लक्ष्य की ओर बढ़ने का संदेश दे।

भजन गायक अनूप जलोटा ने कहा कि फिल्में समाज में घटित घटनाओं के आधार पर ही बनती हैं। फिल्मों से समाज में कोई कार्य नहीं होता है।

उन्होंने कहा कि वर्तमान में वेब सीरीज के नाम पर जिस तरह से लोगों में अश्लीलता व फूहड़पन परोसा जा रहा है, वह वास्तव में चिंताजनक है। इस तरह की फिल्मों के प्रदर्शन पर सेंसर का होना आवश्यक है और केंद्र सरकार ने इस दिशा में काम करना शुरू कर दिया है।

फिल्म अभिनेता यशपाल शर्मा ने बताया कि फिल्मों की कहानियां वैसी ही होती है जैसी हम दैनिक जीवन में देखते हैं,लेकिन कई फिल्मों में अनावश्यक रूप से नग्नता और अमर्यादित भाषा का प्रयोग किया जाता है जो कि गलत है।

ऐसी फिल्मों को देखने से बच्चों की मानसिकता पर विपरीत प्रभाव पड़ता है, इसलिए फिल्मों में जरूरी नहीं कि पूरी की पूरी घटना का सचित्र वर्णन किया जाए। कुछ दृश्य ऐसे होते हैं जिन्हें सांकेतिक रूप से भी फिल्माया जा सकता है।

उन्होंने निर्भया कांड का हवाला देते हुए कहा कि जब इस तरह की घटनाएं होती है तो पूरा देश मोमबत्ती लेकर न्याय के लिए निकल पड़ता है लेकिन यह विकृति कहां से समाज में आई है इस ओर कोई ध्यान नहीं दे पाता है।युवा पीढ़ी में बढ़ती नशे की प्रवृत्ति को भी उन्होंने काफी हद तक फिल्मों को ही जिम्मेदार ठहराया।

फिल्म डायरेक्टर ओम छंगाणी ने कहा कि फिल्मों में अभिव्यक्ति की आजादी होनी चाहिए लेकिन इस आजादी की निर्धारित सीमाओं को नहीं लांघना चाहिए। कार्यक्रम के अंत में रिफ के निदेशक सोमेंद्र हर्ष ने सभी अतिथियों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। रिफ की सह निदेशक अंशु हर्ष ने टॉक शो का संचालन किया।

सत्य साईं बाबा के सानिध्य का मिला बहुत लाभ

सत्य साईं बाबा में फिल्म अभिनेता का रोल करने वाले भजन गायक अनूप जलोटा ने मीडिया से बातचीत में कहा कि करीब 55 वर्षों तक वह सत्य साईं बाबा के संपर्क में रहे।

जीवन के कई महत्वपूर्ण पल उन्होंने उनके साथ व्यतीत किए और जब सत्य साईं बाबा की फिल्म बन रही थी तो उन्हें इस फिल्म के गानों को रिकॉर्ड करने का अवसर मिला।

जब गानों की रिकॉर्डिंग की जा रही थी तब उन्होंने फिल्म डायरेक्टर के समक्ष सत्य साईं बाबा का रोल करने का प्रस्ताव रखा जिसे फिल्म डायरेक्टर ने पसंद किया। उन्होंने कहा कि इस फिल्म में उन्होंने पूरा प्रयास किया है कि सत्य साईं बाबा के किरदार को सजीव रूप में उतारा जाए और 55 वर्षों के उनके सानिध्य का उन्हें काफी लाभ इस फिल्म में मिला है।

इन फिल्मों का होगा प्रदर्शन

राजस्थान इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल के तहत सोमवार को अंग्रेजी फिल्म कैतकह, यूएस फ़िल्म चोम्प, कन्नड़ फ़िल्म क्रांतिवीर, राजस्थानी फिल्म वाशिंग मशीन, हिंदी फिल्म अनारा, हिंदी फ़िल्म बचपन, कन्नड़ फ़िल्म रेजोनेंस, कन्नड़ फ़िल्म डारी यवुडेय वैक्यूमटाके, राजस्थानी फिल्म पयालदी, हिंदी फिल्म मांस, राजस्थानी फिल्म सिलंत्रो’से पिकनिक, इंग्लिश फ़िल्म मिशन सतीर, हिंदी शार्ट मूवी लाइफ इन लॉक डाउन, राजस्थानी तारा री चुनरी, इंग्लिश फ़िल्म द कनोकर, बंगाली फ़िल्म रिक्शा वाला, इंग्लिश फ़िल्म मनी, हांगकांग फ़िल्म माय इंडियन बॉय फ्रेंड और कन्नड़ फ़िल्म प्रियोचिनार पता फिल्म का प्रदर्शन किया जाएगा।

राजस्थानी भाषा मान्यता को लेकर होगा टॉक शो

रीफ फेस्टिवल के तहत सोमवार को क्षेत्रीय भाषाएं राजस्थानी भाषा मान्यता भविष्य एवं चुनौतियां विषय पर टॉक शो का आयोजन किया जाएगा। इस टॉक शो में राजस्थानी भाषा मान्यता आंदोलन को लेकर जुड़े कई विषय विशेषज्ञ अपने विचार रखेंगे।