रीट पेपर लीक मामला: जल्द सुनवाई के लिए अर्जी लगाई
जोधपुर, रीट पेपर लीक मामले में राजस्थान हाईकोर्ट में जल्द सुनवाई की एप्लीकेशन लगाई गई है। याचिकाकर्ता कैंडिडेट भागचन्द शर्मा की ओर से उनके वकीलों ने अर्ली हीयरिंग की एप्लीकेशन लगाई है। जिस पर जल्द सुनवाई की उम्मीद है। एसओजी की जांच सामने आने के बाद अब रीट एक्जाम 2021 को रद्द करने की मांग ने फिर जोर पकड़ लिया है।
एसओजी की जांच में परीक्षा से पहले ही शिक्षा संकुल से परीक्षा का पेपर लीक होने के खुलासे होने के बाद याचिकाकर्ता कैंडिडेट की ओर से न्यायालय से जल्द सुनवाई की गुहार लगाई गई है। एसओजी के नए सुबूत सामने आने के बाद रीट परीक्षा रद्द करने, पेपर लीक और धांधली की सीबीआई से जांच करवाने, नए सिरे से परीक्षा करवाने जैसी कई मांगें याचिकाकर्ता के वकील हाईकोर्ट में सुनवाई के दौरान उठाएंगे। भागचन्द शर्मा बनाम राज्य सरकार केस हाईकोर्ट में पेंडिंग है। केस की सुनवाई 27 जनवरी 2022 को होनी थी। लेकिन किसी कारण से सुनवाई नहीं हो सकी।
26 लाख कैंडिडेट प्रभावित
याचिकाकर्ता रीट कैंडिडेट भागचन्द शर्मा के एडवोकेट दिनेश कुमार गर्ग और दीपक कुमार हैं। एडवोकेट दीपक कुमार ने कहा कि एसओजी के खुलासे से यह साबित हो गया है कि रीट परीक्षा में बड़ी धांधली हुई है। एसओजी की मौजूदा जांच से भी पता चलता है कि इसमें बड़े अधिकारी और लोगों से जुड़े हैं। 26 लाख परीक्षार्थियों के साथ विश्वासघात हुआ है। यह बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है।
राजस्थान हाईकोर्ट में भागचन्द शर्मा बनाम राजस्थान सरकार सिविल रिट पिटिशन पर जल्दी सुनवाई की गुहार लगाई गई है। कोर्ट से परीक्षा निरस्त करते हुए इसकी जांच सीबीआई से करवाने की मांग की जाएगी। उन्होंने कहा कि जिस तरह अलवर गैंगरेप केस की जांच सीबीआई को सौंपने का फैसला लिया गया है। उसी तर्ज पर रीट केस की जांच भी बिना देरी किए सीबीआई से करवानी चाहिए। परीक्षा को निरस्त कर नए सिरे से करवाई जाए।
जांच पूरी हुए बिना रिजल्ट हुआ जारी
रीट कैंडिडेट भागचन्द की जनहित याचिका को इससे पहले हाईकोर्ट की डिविजनल बेंच ने खारिज करते हुए सिंगल बेंच में सिविल रिट के तौर पर केस लगाने की लिबर्टी दी थी। इसके बाद सिंगल बेंच में याचिकाकर्ता ने सिविल रिट लगाई। इस याचिका में भी परीक्षा के पेपर लीक के आरोप लगाए गए हैं। जस्टिस महेन्द्र कुमार गोयल की बेंच में मामले की सुनवाई हो रही है।
राज्य सरकार, प्रमुख सचिव एलीमेंट्री एजुकेशन,राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड और रीट-2021 परीक्षा कॉर्डिनेटर केस में पार्टी हैं। इनकी ओर से एएसजी एमएस सिंघवी, दर्श पारीक और विज्ञान शाह पैरवी कर रहे हैं। राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने 26 सितम्बर 2021 को रीट परीक्षा करवाई थी। एसओजी की जांच पूरी हुए बिना ही आनन-फानन में परीक्षा के 36 दिन में ही बोर्ड ने रिजल्ट जारी कर दिया। अब एसओजी ने शिक्षा संकुल के स्ट्रांगरूम से परीक्षा से एक दिन पहले ही पेपर लीक का खुलासा कर कुछ आरोपियों को गिरफ्तार किया है। जिसके बाद मामला और गरमा गया है।
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