संस्कृत शिक्षकों की भर्ती से बदहाल कॉलेजों की स्थिति में होगा सुधार
जोधपुर,प्रदेश के संस्कृत कॉलेज में नए शिक्षकों की भर्ती होने जा रही है। इसके बाद बदहाल स्थिति में पड़े संस्कृत कॉलेजों के अच्छे दिन आने की उम्मीद जगी है। हालांकि विद्या संबल योजना से कुछ राहत अवश्य मिली है। स्थायी शिक्षकों की नियुक्ति से न केवल स्टूडेंट्स को फायदा होगा बल्कि संस्कृत शिक्षा को भी नए अवसर मिल सकेंगे।
ये भी पढ़ें- अढ़ाण पर कार्य करते श्रमिक गिरा, मौत
राज्य सरकार की ओर से संस्कृत कॉलेजों में शिक्षकों के स्थायी पदों को भरने की कवायद शुरू हो रही है। इसके लिए आरपीएससी को अभ्यर्थना भेजी जा रही है, ताकि आरपीएससी के मार्फत संस्कृत शिक्षकों की भर्ती कराई जा सके। इसके लिए प्रदेश का उच्च शिक्षा एवं संस्कृत विभाग तैयारियों मे जुट चुके हैं। अगर आरपीएससी संस्कृत शिक्षकों की भर्ती करती है तो संभवत: यह 17 साल बाद होगी।
जोधपुर में तीन शिक्षक कार्यरत
जोधपुर संस्कृत कॉलेज भी बदतर हालात में हैं। यहां शिक्षकों के नाम पर केवल 3 शिक्षक कार्यरत हैं और 3 जनों को विद्या संबल योजना में हाल ही में लगाया गया है। इससे पहले 3 शिक्षकों के भरोसे संस्कृत शिक्षा को चलाया जा रहा है। खास बात इसमें संस्कृत का एक भी शिक्षक नहीं था। अब नई भर्ती से स्थिति सुधरने की उम्मीद की जा रही है।
दूरदृष्टिन्यूज़ की एप्लिकेशन डाउनलोड करें- http://play.google.com/store/apps/details?id=com.digital.doordrishtinews