- एक को लगी गोली,अस्पताल में भर्ती
- कुछ लोग राउण्डअप
- जेल से जमानत पर चल रहे रातानाडा थाने के हिस्ट्रीशीटर ने की फायरिंग
जोधपुर, शहर के रातानाडा स्थित वीआईपी इलाके सेंट्रल स्कूल स्कीम क्षेत्र में गुरूवार की रात को दो पक्ष के लोगों में जमीन के विवाद को लेकर फायरिंग हुई। जमानत पर चल रहे एक हिस्ट्रीशीटर ने आकर फायरिंग की। जवाबी फायरिंग में वह घायल हो गया। उसे पहले निजी अस्पताल फिर एम्स अस्पताल में भर्ती करवाया गया। गाड़ीय़ों पर भी फायरिंग के निशान मिले हैं। शीशे फोडऩे के साथ जमकर पथराव भी हुआ। सूचना मिलने पर पुलिस के आलाधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे और बदमाशों की तलाश में शहर के आसपास नाकाबंदी करवा दी गई। कुछेक लोगों को देर रात तक पुलिस ने राउण्ड अप किया है। जिस स्थान पर फायरिंग हुई वहां पर आस पास में जज और एमएलए भी रहते हैं। ये वारदात सेंट्रल स्कूल स्कीम में हुई, जहां उसके ठीक सामने जज पुष्पेंद्र सिंह भाटी व सांसद पीपी चौधरी का भी मकान है। जैसे ही तोड़फ़ोड़ व फायरिंग हुई तो इलाके में दहशत फैल गई। पुलिस उपायुक्त पूर्व धर्मेंद्र सिंह यादव ने बताया कि प्रोपर्टी के विवाद को लेकर एक पक्ष ने कुछ शीशे फोड़े, फायरिंग भी की। फायरिंग दूसरे पक्ष की ओर से भी की गई। जिसकी जांच की जा रही है। फायरिंग में हमला करने आए कुलदीप सिंह को भी एक गोली गली। मामले में कुछ संदिग्धों से पूछताछ की जा रही है।
जबकि दूसरे पक्ष सोनवीर सिंह गुर्जर ने बताया कि उनकी एक जमीन शिकारगढ़ में है, जहां रेस्टोरेंट के लिए कुलदीप सिंह को किराए पर दी थी, लेकिन उसने फर्जी दस्तावेज बना कब्जा कर लिया। किराया भी बंद कर दिया था। इसको लेकर उसकी शिकायत की गई। तो उसने छह लाख रुपए की डिमांड कर डाली, कहा कि रेस्टोरेंट के लिए जो खर्चा हुआ वो अदायगी कर देवें। एक दिन पहले भी वो शिकारगढ़ के ऑफिस आया और जान से मारने की धमकी देकर चला गया। गुरूवार रात को भी कुछ बदमाश उसके साथ आए और घर पर बोतलें फेंकने लगे। जब आवाजें आई तब दोनों बेटे बाहर निकले तो एक बेटे पर गाड़ी चढ़ाने का भी प्रयास किया गया। कुलदीप सिंह के साथ आए बदमाशों में से एक ने फायरिंग भी की। इस पर घबराकर दोनों बेटे अंदर आ गए और भीतर से दरवाजा बंद कर लिया। इसके बाद पुलिस कंट्रोल रूम हमले की सूचना दी गई। जिस पर पुलिस मौके पर पहुंची।
जेल से जमानत पर चल रहा है हिस्ट्रीशीटर कुलदीप सिंह
पुलिस उपायुक्त यादव के अनुसार कुलदीप सिंह रातानाडा थाने का हिस्ट्रीशीटर है। वह जेल से दिसम्बर माह से जमानत पर चल रहा था। इधर सूत्रों के मुताबिक सोनवीर सिंह गुर्जर प्रोपर्टी एवं एक स्टील की एजेंसी चलाते हैं। जिन्होंने 16 साल पहले शिकारगढ़ में एक जमीन ली थी। सूत्रों की माने तो सोनवीर सिंह गुर्जर और ओसिया के पूर्व एमएलए बन्ने सिंह ने पार्टनरशिप में जमीन वहीं पर ले रखी थी। लेकिन सोनवीर सिंह ने एक जमीन किराए के लिए कुलदीप सिंह को दे दी। जहां पर कुलदीप सिंह एक रेस्टोरेंट चलाने लगा। आरोप है कि कुलदीप सिंह ने उस पर फर्जी दस्तावेज बना कब्जा कर लिया व किराया भी बंद कर दिया था।
कब्जे को लेकर कुलदीप सिंह गया था जेल
रातानाडा पुलिस के अनुसार कुलदीप सिंह जमीन विवाद को लेकर जेल भी जा चुका है और उसके खिलाफ केस दर्ज हुआ था। तब कब्जा करने पर उसे जेल भेजा गया था। उस पर फर्जी दस्तावेज से जमीन हथियाने का आरोप लगा था।
दिसंबर में जेल से जमानत पर रिहा
पुलिस उपायुक्त धर्मेंद्रसिंह यादव ने बताया कि कुलदीप सिंह दिसम्बर में ही जेल से छूटा था। वह जमानत पर चल रहा है। पीडि़त दूसरे पक्ष का आरोप है कि कुलदीप सिंह जेल से छूटने के बाद बार-बार फोन पर धमकियां दे रहा था। इसकी शिकायत भी रातानाडा थाने में करवाई गई थी।
किन हथियारों का उपयोग, पता लगाया जा रहा
पुलिस उपायुक्त धर्मेंद्र सिंह यादव ने बताया कि बदमाशों ने किन हथियारों का उपयोग किया इस बारे में गहन पड़ताल की जा रही है। कुलदीप के साथ और कौन-कौन लोग थे, इसका भी पता लगाया जा रहा है। कुछ संदिग्ध को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।