आक्सीजन सिलेंडर,बेड की उपलब्धता,प्लांट की स्थिति व डिमांड की ली जानकारी

जोधपुर, प्रमुख शासन सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य सिद्धार्थ महाजन ने जयपुर से वीसी के माध्यम से संभागीय आयुक्तों से अस्पतालों में ऑक्सीजन व्यवस्था की जानकारी ली। संभागीय आयुक्त डॉ राजेश शर्मा जोधपुर के राजीव गांधी सेवा केंद्र वी सी में उपस्थित थे।

प्रमुख शासन सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सिद्धार्थ महाजन ने शनिवार को जयपुर से सभी सम्भागीय आयुक्तो से ऑक्सीजन सिलेण्डर, ऑक्सीजन बेड की उपलब्धता, उसका उपयोग व जिलो में प्लांटो की स्थिति व डिमांड के बारे में जानकारी ली व कहा कि कोई भी ऑक्सीजन प्लांट बंद नही होना चाहिए।

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उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन का यूज़ सही तरीके से किया जाए,कितनी यूज हो रही है या नहीं इसे देखें। उन्होंने कहा कि देखें कहीं ऑक्सीजन का मिस यूज तो नहीं हो रहा है। महाजन ने कहा कि ऑक्सीजन अनलिमिटेड नहीं है, कोई भी लिकेज ना हो इसकी सही मॉनिटरिंग की जाए।

उन्होंने कहा कि मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य की जिम्मेदारी है इसके लिए डॉक्टर की ड्यूटी लगाएं। उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन प्लांट किसी भी सूरत में बंद नहीं होना चाहिए, यदि कोई बंद हो तो उसे चालू कराएं वहां पर यदि स्टाफ की कमी हो तो स्टाफ की व्यवस्था की जाए।

उन्होंने कहा कि अंतर जिला कोआर्डिनेशन भी रखा जाए ताकि आवश्यकता होने पर मदद ली जा सके। प्रमुख शासन सचिव ने कहा कि प्रतिदिन यह देखें की प्रति पेशेंट कितना ऑक्सीजन का यूज़ हो रहा है,24 घंटे बिजली सप्लाई व्यवस्था भी रखी जाए। उन्होंने सभी संभागीय आयुक्तों से उनके सम्भाग के अस्पतालो में ऑक्सीजन व्यवस्था के बारे में जानकारी ली।

सम्भागीय आयुक्त डॉ राजेश शर्मा ने बताया कि सम्भाग में ऑक्सीजन बेड व सिलेण्डर कि कोई दिक्कत वर्तमान में नही हैं। जोधपुर में सरकारी व निजी अस्पतालों में 3331 ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड की व्यवस्था है। उन्होंने बताया कि इसमें एमडीएम व एमजीएच में 1673,एम्स में 660, व निजी अस्पतालों में 898 उपलब्ध है। उन्होंने बताया कि एमजीएच, एमडीएम, एम्स में एक एक व मेडीप्लस, गोयल, राज दादीसा, वसुंधरा अस्पताल में भी एक एक ऑक्सीजन प्लांट है। उन्होंने संभाग के अन्य जिलों की जानकारी देते हुए बताया कि पाली जिले में 328,जालौर में 8 3,बाड़मेर में 517, सिरोही में 177जैसलमेर में130 ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड की व्यवस्था है।

उन्होंने बताया कि संभाग के अन्य जिलों में बाड़मेर जिले में बाड़मेर जिला अस्पताल व बालोतरा,जालौर, सिरोही व पाली जिला अस्पताल में ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट स्थापित है। उन्होंने बताया कि जोधपुर में 6,पाली,बाड़मेर जालौर,सिरोही व जैसलमेर में एक -एक ऑक्सीजन सप्लायर है। उन्होंने बताया कि संभाग के सभी ऑक्सीजन प्लांट चालू हैं। वी सी में संयुक्त निदेशक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य डॉ जोगेश्वर प्रसाद गर्ग व संयुक्त निदेशक सम्भागीय कार्यालय एनएन बैरवा भी उपस्थित थे।

डॉ राजेश शर्मा ने शनिवार को वीसी के बाद संभाग के सभी जिला कलेक्टर व मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य को जिले में सरकारी व गैर सरकारी अस्पतालों में लगे ऑक्सीजन प्लांट नियमित रूप से सुचारू व क्रियाशील रखने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी ऑक्सीजन प्लांट अपनी क्षमता के अनुरूप उत्पादन करें,यदि कोई प्लांट बंद है तो उसे शीघ्र चालू किए जावे। उन्होंने निर्देशों में कहा कि जिले में ऑक्सीजन की उपलब्धता एवं उपयोग की प्रतिदिन मॉनिटरिंग की व्यवस्था रखी जाए। उन्होंने कहा कि मरीज की आवश्यकता अनुसार ही ऑक्सीजन का युक्तिसंगत उपयोग हो, इसकी डे टू डे मॉनिटरिंग की जाए।

उन्होंने कहा कि जिले में उपलब्ध ऑक्सीजन स्रोतों एवं उपभोग के संबंध में आपसी समन्वय स्थापित हो तो आपातकालीन परिस्थितियों में अन्य जिले से वांछित आपूर्ति की जा सकती है। संभागीय आयुक्त ने कहा कि जिले में स्थित उद्योग इकाइयों में ऑक्सीजन प्लांट स्थापित है तो वहा की ऑक्सीजन गुणवत्ता की जांच करवाई जावे व निर्धारित मापदंडों के अनुरूप पाई जाने पर आवश्यकतानुसार ऑक्सीजन का उपयोग अस्पतालों में किया जाए।उन्होंने निर्देशो मे कहा कि जोधपुर संभाग में आरएमसी द्वारा औषधियों की आपूर्ति होने पर संबंधित का उत्तरदायित्व रहेगा कि औषधियों के प्राप्त होते ही इनका वितरण तत्काल किया जाए।