प्रभु श्रीराम इस देश की आत्मा है -गंगाविशन

पांचजन्य पत्रिका के विशेषांक का विमोचन

जोधपुर, श्रीराम भारत की आत्मा हैं। उनके बिना हमारा अस्तित्व सारहीन है। यह विचार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के बौद्धिक विभाग के सह प्रांत प्रमुख गंगाविशन ने व्यक्त किए। मौका था श्रीराम जन्मभूमि पर पांचजन्य पत्रिका की ओर से प्रकाशित विशेषांक के विमोचन का। गंगाविशन ने बताया कि प्रभु श्रीराम के पूरे जीवन का अध्ययन करने पर पता चलता है कि वे जीवन के जिस दौर से भी गुजरे उस दौर में आदर्श स्थापित करते गए। प्रभु राम ने एक आदर्श पुत्र,आदर्श भाई,आदर्श पिता, आदर्श योद्धा,आदर्श राजा तथा एक आदर्श मानव कैसा हो सकता है, स्वयं करके दिखाया। उन्होंने कहा देश में रामराज्य की स्थापना का लक्ष्य हो ताकि देश में भ्रष्टाचारमुक्त, भय मुक्त समाज का निर्माण हो सके। हर नागरिक बिना किसी भय या लालच के, बिना किसी राग द्वेष के,अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर सके। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत प्रचारक योगेंद्र उपस्थित थे। उनके साथ विशिष्ट अतिथि के तौर पर धर्मजागरण के क्षेत्र प्रमुख ललित शर्मा व प्रांत कार्यवाह श्याम मनोहर उपस्थित थे। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जोधपुर प्रांत के सह प्रचार प्रमुख हेमंत घोष ने बताया कि श्रीराम जन्म भूमि की संघर्ष गाथा को साप्ताहिक पांचजन्य ने विद्वान लेखकों के लेख के साथ विशेषांक के रूप में संजोया है। पांच अगस्त 2020 को अयोध्या में राम मंदिर के भूमि पूजन के साथ नई शुरुआत हुई है। अब श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास जनभागीदारी के आधार पर भव्य मंदिर के पुनर्निर्माण का कार्य प्रारंभ कर चुका है। विशेषांक में अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि के गौरव की पुर्नस्थापना की संघर्ष यात्रा से जुड़ी वास्तविक सामग्री, इसके स्वरूप और राम मंदिर की भूमिका पर सामग्री का संयोजन किया गया है। हेमंत घोष ने बताया कि 116 पेज के विशेषांक में 20 लेखकों के आलेख प्रकाशित किए गए हैं। इनमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सरकार्यवाह डॉ. कृष्णगोपाल, डॉ. मनमोहन वैद्य, श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चम्पतराय, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, नृपेंद्र मिश्र, मीनाक्षी जैन, बलवीर सिंह करुण, सरोज बाला, मालिनी अवस्थी, डेविड फ्राले, फ्रांस्वा गोतिए, स्वामी अवधेशानंद, लालकृष्ण आडवाणी, तरुण विजय के आलेखों को सम्मिलित किया गया है। इनके अलावा रज्जू भैया, बाला साहब देवरस, होवे शेषाद्री,अशोक सिंघल, अटल बिहारी वाजपेयी के पूर्व प्रकाशित आलेखों को सम्मिलित किया गया है। इस अवसर पर महानगर प्रचारक खुशाल, प्रचार विभाग के सुनील विश्नोई, विजय जीनगर उपस्थित थे। समारोह के अंत में सुधांशु टाक ने धन्यवाद ज्ञापित किया।

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