मैक्सिको के पावणों ने किया आयुर्वेद विश्वविद्यालय का भ्रमण
- विभिन्न रोगों में किये जाने वाले पंचकर्म,योगा आदि की ली जानकारी
- कार्यस्थल पर किये जाने वाले चेयर योग का किया सामुहिक अभ्यास
- पंचकर्म एक्सीलेंस सेंटर में किये जाने वाले प्रोसीजर से हुए रूबरू
जोधपुर,मैक्सिको के पावणों ने किया आयुर्वेद विश्वविद्यालय का भ्रमण डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन राजस्थान आयुर्वेद विश्वविद्यालय का मैक्सिको के 21 सैलानियों ने भ्रमण किया। सूर्य नगरी में पर्यटन के उद्देश्य से मैक्सिको से आये इन सैलानियों ने आयुर्वेद चिकित्सा पद्दति में गहन रूचि के चलते विश्वविद्यालय परिसर का भ्रमण किया। उन्होंने विश्वविद्यालय परिसर स्थित पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टिट्यूट ऑफ़ आयुर्वेद,होम्योपैथी,योग व प्राकृतिक चिकित्सा महाविद्यालय के शैक्षणिक विभागों के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी ली।
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कुलपति प्रो.प्रजापति ने बताया कि इस प्रकार के एक्सपोज़र ट्रिप से आयुष पद्धति को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिलती है जिससे विदेशी पर्यटकों में आयुर्वेद चिकित्सा के प्रति उत्सुकता उत्पन्न होती है। सैलानियों को संबोधित करते हुए कुलपति ने आयुर्वेद चिकित्सा से सही हुए विभिन्न जटिल रोगों के प्रमाण दिए,आयुर्वेद चिकित्सा औषध से रोगों को ठीक ही नहीं करती अपितु यह रोगी के मानसिक व सामाजिक स्वास्थ्य पर भी सकारात्मक प्रभाव डालती है।
पंचकर्म के विभागाध्यक्ष डॉ.ज्ञान प्रकाश शर्मा ने पंचकर्म सेंटर ऑफ़ एक्सीलेंस में विभिन्न रोगों में होने वाले पंचकर्म की क्रियाओं जैसे मालिश, शिरोधारा,कटिबस्ती, स्वेदन आदि सुविधाओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी। डॉ.अचलाराम कुमावत, डॉ.गौरी शंकर राजपुरोहित ने परिसर में निर्माणाधीन इंटरनेशनल सेण्टर फॉर पंचकर्म के बारे में बताया। डॉ.निकिता पंवार ने हर्बल गार्डन में विभिन्न रोगों में उपयोग आने वाली जड़ी बूटियों जैसे तुलसी,अर्जुन,अश्वगंधा,नीम,ग्वारपाठा, शतावरी,निर्गुन्डी,गिलोय के गुणों के बारे में बताया। उन्होंने हर्बल गार्डन स्थित नक्षत्र वाटिका के बारे में भी सैलानियों को बताया।
स्नातकोत्तर स्वस्थवृत्त एवं योग विभाग के एसो.प्रो.डॉ.सौरभ अग्रवाल व डॉ. हेमंत राजपुरोहित ने स्वस्थ रहने, एकाग्रत व स्मृति बढाने के लिए किये जाने वाले आसन जैसे त्रिकोणासन,शलभासन,वृक्षासन, सर्वांगासन व प्राणायाम यथा-भस्त्रिका व भ्रामरी के बारे में जानकारी दी तथा इसके साथ ही ख़राब पोस्चर व सिटींग जॉब्स के कारण होने वाले कमर,कंधे,गर्दन दर्द के निवारण व बचाव के लिए 10 मिनट का चेयर योग के प्रोटोकॉल का सामूहिक अभ्यास भी करवाया। भ्रमण के दौरान आयुष चिकित्सा पद्धति से सम्बंधित जिज्ञासाओं का समाधान किया।
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