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आयुर्वेद विवि में प्रो.कुलदीप कुमार पाण्डे का ऑनलाईन व्याख्यान

  • कैंसर से संबंधित महत्त्वपूर्ण विषयों पर दी सारगर्भित जानकारी
  • कैंसर दर्द प्रबन्धन में आयुर्वेदिक औषधियां कारगर

जोधपुर, सर्वपल्ली डॉ.राधाकृष्णन राजस्थान आयुर्वेद विश्वविद्यालय जोधपुर में कुलपति प्रो.डॉ.अभिमन्यु कुमार के मार्गदर्शन में मनाये जा रहे आज़ादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रम के अन्तर्गत विश्वविद्यालय के मानव संसाधन विकास केन्द्र (सीएचआरडी) द्वारा ‘‘कैन्सर पेन मैनेजमेन्टः चैलेन्जस एण्ड पर्सपेक्टिव इन आयुर्वेदा’’ विषय पर बनारस हिन्दु विश्वविद्यालय के इन्स्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साईन्सेज़ के अन्तर्गत फैकल्टी ऑफ आयुर्वेद के संज्ञाहरण विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. कुलदीप कुमार पाण्डे का ऑनलाईन व्याख्यान का आयोजन किया गया।

प्रो.पाण्डे ने अपने व्याख्यान में बताया कि वर्तमान में वैश्विक जनता कैन्सर रोग से भयग्रस्त है। इस रोग की सम्यक चिकित्सा उपलब्ध न होने से इस रोग के नाम मात्र से ही लोगों को भय लगता है। उन्हांने कहा कि कैन्सर के अन्तर्गत होने वाले दर्द का प्रबन्धन बहुत ही महत्त्वपूर्ण है। अगर रोगी को इस रोग से होने वाले दर्द से मुक्ति मिल पाती है,तो वह रोग से लड़ पाने में कुछ विश्वस्त होने की स्थिति में आ सकता है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में सबसे ज़्यादा होने वाले कैन्सर में फेफड़ों और स्तन ग्रन्थियां का कैन्सर प्रमुख है। डॉ.पाण्डे ने कैन्सर पेन मैनेजमेण्ट आयुर्वेद में रसायन पद्धति के अन्तर्गत ब्राह्मी,जटामांसी, अश्वगन्धा आदि औषधियों सहित योग आदि अनेक उपक्रमों के बारे में विस्तार से बताया।

वीसी ने की शोधकार्य की सराहना

विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.डॉ. अभिमन्यु कुमार ने अपने उद्बोधन में प्रो.पाण्डे द्वारा कैन्सर पेन मैनेजमेण्ट के अन्तर्गत किये जा रहे शोधकार्य की प्रशंसा की और उन्हें आयुर्वेद के माध्यम से कैन्सर रोग एवं इसके पेन मैनेजमेण्ट हेतु निरन्तर प्रयास करते रहने हेतु प्रेरित किया।

जारी रहेगा व्याख्यान श्रृंखला का क्रम

मानव संसाधन विकास केन्द्र (सीएचआरडी) के मुख्य समन्वयक डॉ. राकेश कुमार शर्मा ने बताया कि सन 2020 में स्थापित यह केन्द्र आयुर्वेद के शिक्षकों एवं छात्रों के निरन्तर ज्ञानवर्द्धन के लिए इस प्रकार के कई ऑफलाईन एवं ऑनलाईन व्याख्यान का आयोजन कर रहा है और अभी तक लगभग 100 ऑफ लाईन या ऑनलाईन व्याख्यानों का आयोजन कर चुका है। यह व्याख्यान श्रृंखला निरन्तर जारी रहेगी।

देश के विभिन्न हिस्सों के संभागियों ने लिया हिस्सा

सेमिनार में विश्वविद्यालय के संकाय सदस्यों एवं छात्रों सहित राजस्थान, यूपी,एमपी,पंजाब,छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र,तेलंगाना,गुजरात एवं बिहार आदि राज्यों सहित देश भर से बड़ी संख्या में विद्वानों ने भाग लिया।
कौमारभ्त्य विभाग के सहायक आचार्य डॉ. हरीश सिंघल ने धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम का संचालन विश्वविद्यालय के सीएचआरडी के मुख्य समन्वयक डॉ. राकेश कुमार शर्मा ने किया।

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