जोधपुर, जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय में कला संकाय के नए भवन, यांत्रिकी अभियांत्रिकी विभाग (मैकेनिकल इंजीनियर्रिंग) लैब तथा संगोष्ठी कक्ष का जीर्णोद्धार कार्य पूर्ण होने पर कुलपति प्रो. प्रवीण चन्द्र त्रिवेदी द्वारा लोकार्पण किया गया। ​कला संकाय नव भवन के लोकार्पण के पश्चात 1200 छात्रों को बैठने की अतिरिक्त सुविधा प्राप्त होगी। गौरतलब है कि कला संकाय में बीए के विद्यार्थीयों के बैठने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता था। आज से ऑफलाइन कक्षाओं का आगाज के साथ ही रुसा फंड के तहत कला संकायनव भवन का लोकार्पण कुलपति प्रो. प्रवीण चन्द्र त्रिवेदी, कला संकाय अधिष्ठाता प्रो. किशोरी लाल रैगर, रुसा नोडल ऑफिसर प्रो. प्रवीण गहलोत, मुख्य अभियन्ता प्रो. रवि सक्सेना द्वारा किया गया। एमबीएम कॉलेज लैब एवं संगोष्ठी कक्ष जीर्णोद्धार लोकार्पण में कुलपति प्रो. त्रिवेदी, प्रो. गहलोत के साथ ही एमबीएम अधिष्ठाता प्रो. दिनेश श्रृंगी, विभागाध्यक्ष प्रो. सुनील शर्मा, प्रो. रवि सक्सेना,पीआरओ डॉ. भरत कुमार के साथ सभी शिक्षक, विद्यार्थी एवं कर्माचारी मौजूद थे।

​ ​प्रो. प्रवीण चन्द्र त्रिवेदी ने कला संकाय स्वर्ण जयन्ती सभागार में आयोजित कार्यक्रम में कहा कि आज ही के दिन 18 जनवरी 2020 को बतौर कुलपति दायित्व का निर्वाह कर्म प्रारंभ किया। गत एक साल में विश्वविद्यालय में ‘पेंशन व पॉजिशन’ की दिक्कतों के बावजूद प्रदेश में सर्वप्रथम परीक्षाओं का आयोजन कर परिणाम घोषित किए गए। प्रो. त्रिवेदी ने कहा कि एक वर्ष के कार्यकाल में पेटेंट सेल, शोध कार्य की बेहतरी के लिए डायरेक्टर सेल, नेहरु-अंबेडकर अध्ययन केन्द्र को पुन: प्रारंभ करने, पेट्रोकेमिकल विभाग, सीएस के तहत एसोसिएट से प्रोफेसर बनाने की प्रक्रिया तथा पुन: प्रक्रिया प्रारंभ, लंबित एरियर, ईएमआरसी सेंटर को देश में उच्च स्थान, फाइबर केबल,आईआईटी कानपुर व जोधपुर, इन्फाबिल्ट, काजरी, आफरी के साथ विश्वविद्यालय के एमओयू, पीएचडी ओर्डिनेंस जेसे महत्वपूर्ण कार्य सम्पन्न हुए। इस एक वर्ष के कार्यकाल में विज्ञान संकाय नई कक्षाओं का निर्माण,एमबीएम लेबोर्ट्ररी-हॉल, संगोष्ठी कक्ष, केएन कॉलेज में ड्रांईग हॉल, एससीएसटी हॉस्टल का शिलान्यास, कला संकाय नव भवन जैसे महत्वपूर्ण कार्य हुए किन्तु मैं इन कार्यों से अभी संतुष्ट नहीं हूँ। मैं समझता हूँ विश्वविद्यालय की बेहतरी के लिए जो हम कर सकते थे उस समय में हम कोरोना महामारी का दौर आ गया। ऐसे समय में भी में 25 स्मार्ट क्लास रुम विथ एलईडी पैनल, ऑनलाइन कक्षा, परीक्षा, वेबीनार, मॉस्क बांटने एवं जनजागरुकता अभियान तथा छात्र सेवा मंडल द्वारा ऑनलाइन साहित्यिक-सांस्कृतिक प्रतियोगिताएं संचालित की गई।

प्रो. रैगर ने कहा कि मेरी नियुक्ति के 29 वें साल में नए कला भवन का मिलना हमारे लिए सौभाग्य की बात है। नये भवन से वर्षों से पुराने और नव भवन के रुप में बंटे कला संकाय को एक छत मिल गई। प्रो. गहलोत ने कहा कि हमने पांच वर्ष के लिए रुसा से मिले अनुदान के तहत अपने कार्यों को सम्पन्न किया है तथा जल्द ही अगामी अनुदान में कला संकाय के विभिन्न विभागों के लिए पृथक भवन एवं शिक्षक कक्षों के निर्माण कार्य की योजना को मूर्त रुप प्रदान करने का प्रयास करेंगे। एमबीएम कॉलेज में आयोजित समारोह में प्रो. त्रिवेदी ने कहा कि सरकार को हमने उच्च शिक्षा परिषद, उच्च शिक्षा लोकसेवा आयोग, अम्ब्रेला यूनिवर्सिटी एक्ट, नई शिक्षा नीति के तहत समान सेलेबस जैसे प्रावधान करने का सुझाव दिया है। उपरोक्त कार्य सम्पन्न होने पर प्रदेश में संचालित 27 सरकारी तथा 64 निजी विश्वविद्यालयों में आमूल चूल सकारात्मक परिणाम मिलेंगें।