जेडीए की बैठक सम्पन्न

  • जोधपुर मास्टर प्लान-2031 का अनुमोदन
  • गजट नोटिफिकेशन के बाद होगा प्रभावी

जोधपुर, बुधवार को संभागीय आयुक्त एवं जोधपुर विकास प्राधिकरण अध्यक्ष डॉ. राजेश शर्मा की अध्यक्षता में बैठक सम्पन्न हुई। इस बैठक में आयुक्त कमर चौधरी, विभिन्न विभागों के अधिकारियों सहित जेडीए अधिकारी भी मौजूद थे। जोधपुर शहर के सुनियोजित एवं समग्र विकास के लिए मास्टर प्लान काफी समय से लम्बित था। जोधपुर मास्टर प्लान- 2031 को तत्परता से अन्तिम रूप देने के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा नगरीय विकास एवं आवासन विभाग कोे निर्देश दिए गए थे। मुख्यमंत्री के निर्देशों पर भास्कर ए. सावंत, प्रमुख शासन सचिव यूडीएच एवं मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा नियमित रूप से मास्टर प्लान के संबंध में प्रगति ली जा रही थी।

JDA meeting concluded
मुख्यमंत्री के निर्देशों पर प्रमुख शासन सचिव यूडीएच द्वारा स्वयं जोधपुर आकर मास्टर प्लान को प्रगति प्रदान करने हेतु बैठकें भी ली गई। प्रमुख शासन सचिव यूडीएच के निर्देशों की पालना में मुख्य नगर नियोजक राज. जयपुर की अध्यक्षता में गठित समिति द्वारा अपनी रिपोर्ट 13 जनवरी 2021 को प्रस्तुत की गई थी। जिस पर तत्काल कार्यवाही करते हुए आयुक्त कमर चौधरी की अध्यक्षता में गठित कार्यकारी समिति की 5 फरवरी को आयोजित बैठक में सर्वसम्मति से जोधपुर मास्टर प्लान-2031 को बैठक में अनुमोदन करने की अनुशंषा की गई थी। बुधवार को जेडीए अध्यक्ष डाॅ. राजेश शर्मा की अध्यक्षता में हुई बैठक में सभी सदस्यों द्वारा जोधपुर मास्टर प्लान-2031 का सर्वसम्मति से अनुमोदन किया गया। सचिव हरभान मीणा ने बताया कि मास्टर प्लान 2031 गजट नोटिफिकेशन तिथि से प्रभावी होगा। बैठक में निदेशक आयोजना राजेश वर्मा द्वारा पाॅवर पाॅईन्ट के माध्यम से मास्टर प्लान-2031 का प्रजेंटेशन दिया गया। बैठक में सभी सदस्यों द्वारा जोधपुर मास्टर डवलपमेंट प्लान 2031 को सर्वसम्मति से अनुमोदन करते हुए गजट नोटिफिकेशन हेतु आवश्यक कार्यवाही किए जाने का निर्णय लिया गया। ज्ञात रहे कि जोधपुर मास्टर डवलपमेंट प्लान-2031 (प्रारूप) पर निर्धारित अवधि में आमजन, जनप्रतिनिधियों, विशिष्टजन इत्यादि से प्राप्त सभी सुझावों एवं आपत्तियों का अवलोकन करते हुए आपत्तियों का निस्तारण आयोजना शाखा से संबंधित अधिकारियों एवं कमेटी द्वारा किया जा चुका है। बैठक में निदेशक आयोजना राजेश वर्मा ने बताया कि जोधपुर मास्टर प्लान-2031 रीजन का कुल क्षेत्रफल 446733.94 हैक्टेयर है, जिसके अन्तर्गत जोधपुर रीजन को पांच पाॅलिसी जोन यथा नगरीय क्षेत्र-1, नगरीय क्षेत्र-2, नगरीय क्षेत्र-3, विशिष्ट योजनाऐं तथा ग्रामीण क्षेत्र के संदर्भ में तैयार किया गया है। निदेशक आयोजना ने बताया कि नगरीय क्षेत्र-1 यानि यू1 का कुल क्षेत्रफल 81035.90 हैक्टेयर है, जिसमें विद्यमान विकसित क्षेत्र, पूर्व मास्टर प्लान-2023 का प्रस्तावित नगरीय क्षेत्र, पूर्व में जारी स्वीकृतियां, प्रस्तावित योजनाओं एवं परियोजनाओं के क्षेत्र को सम्मिलित किया गया है। यू1 में परकोटा एवं समीप के बाहरी निर्मित योजना क्षेत्र, सरदारपुरा, बासनी, चौपासनी, पाल, सांगरिया, मण्डोर, करवड़, बनाड़, भकरासनी तथा छावनी योजना क्षेत्र शामिल है। प्रजेंटेशन के दौरान निदेशक आयोजना राजेश वर्मा ने बताया कि नगरीय क्षेत्र-2 का कुल क्षेत्रफल 44831.02 हैक्टेयर है, जो नगरीय क्षेत्र-1 का तत्काल प्रभाव क्षेत्र होने के साथ ही इसके निकटतम भौतिक सीमा एवं इसका बफर जोन है। जोधपुर नगरीय क्षेत्र में सम्मिलित राजस्व ग्रामों में भविष्य में विकसित होनेे वाली योजनाओ तथा जोधपुर विकास प्राधिकरण के कार्यक्षेत्र के दृष्टिगत नगरीय क्षेत्र-1 के अतिरिक्त नगरीय क्षेत्र-2 प्रस्तावित किया गया है। इस क्षेत्र की सीमा को इस प्रकार निर्धारित किया गया हैं जिसमें नागौर रोड पर आईआईटी, निफ्ट, आयुर्वेद-संस्थान, विश्वविद्यालय, संलग्नक चिकित्सालय, केयर्न इण्डिया का कार्यालय, जयपुर रोड पर इंजिनियरिंग काॅलेज, पाली रोड़़ कांकाणी पर 400 केवी/675 केवी जीएसएस, बाडमेर सड़क पर उच्च शैक्षणिक संस्थान, जैसलमेर सड़क पर ठोस अपशिष्ट उपचार संयत्र, केरू कारकश प्लान्ट आदि क्षेत्र सम्मिलित हैं। निदेशक आयोजना राजेश वर्मा ने बताया कि नगरीय क्षेत्र-3 का कुल क्षेत्रफल 19994.69 हैक्टेयर है, जिसमें परिवहन एवं विकास क्षेत्र राष्ट्रीय राजमार्ग के प्रभावित क्षेत्र में सामान्यतः राष्ट्रीय राजमार्गो के मार्गाधिकार एवं 30-30 मीटर वृक्षारोपण पट्टी सड़क के दोनों ओर छोड़ने के पश्चात् दोनों तरफ 1000-1000 मीटर का बफर जोन प्रस्तावित किया गया है। उक्त बफर यू-2 के बाहर के क्षेत्र से माना जावेगा। बैठक में निदेशक आयोजना राजेश वर्मा द्वारा बताया गया कि जोधपुर मास्टर प्लान-2031 में प्रमुख सड़कों पर विशिष्ट योजना क्षेत्र जैसे- जोन पश्चिम में ट्यूरिज्म एवं फेस्टिवल सिटी, जोन दक्षिण में काॅरपोरेट पार्क, जोन पूर्व में स्पोर्टस सिटी तथा जोन उत्तर में नाॅलेज सिटी एवं हेल्थ केयर सिटी प्रस्तावित किए गए हैं।
जोन पश्चिम में ट्यूरिज्म एवं फेस्टिवल सिटी
गोल्डन ट्रांईगल में स्थित पर्यटन स्थलों पर पर्यटक आते हैं जिसमें राजस्थान के प्रमुख पर्यटन केन्द्र जैसलमेर जाने वाले पर्यटक इसी रास्ते से होते हुए निकलते हैं। अतः पर्यटकों को आकर्षित करने हेतु फेस्टिवल सिटी के रूप में विकसित किया जाना प्रस्तावित है। जिसके फलस्वरूप इस क्षेत्र में पर्यटकों के लिए सुविधा क्षेत्र विकसित किया जाएगा। जिसका क्षेत्रफल 3270.09 हैक्टेयर है।
जोन दक्षिण में काॅरपोरेट पार्क
आधुनिक युग में आर्थिक क्षेत्र को एक विकल्प के रूप में गैर-विनिर्माण क्षेत्र विकसित किये जाने की अत्यधिक संभावना है। आर्थिक विकास के दृष्टिगत निगमित पार्क यानि काॅरपोरेट पार्क का प्रस्ताव दिया गया है। जिसका क्षेत्रफल 2918.63 हैक्टेयर हैं। जिसमें केवल गैर-विनिर्माण कार्यकलापों जैसे काॅर्पोरेट आॅफिस, आईटी पार्क, जैव-प्रौद्योगिकी पार्क, अनुसंधान एवं विकास केन्द्र, प्रदर्शनी केन्द्र, उच्च स्तर के होटल इत्यादि विकसित किये जा सकेंगे।
जोन पूर्व में स्पोर्टस सिटी
राज्य सरकार द्वारा जोधपुर में खेल कूद को बढ़ावा देने हेतु फुटबाॅल एकेडमी की स्थापना की गई है। जोधपुर में खिलाड़ियों के लिए कोचिंग की सुविधा भी उपलब्ध है एवं राजकीय शारीरिक महाविद्यालय में ग्रीष्मकालीन कोचिंग सेन्टर का आयोजन भी किया जाता रहा है। अतः जोधपुर मास्टर प्लान-2031 में स्पोर्टस् सिटी प्रस्तावित की गई है इसमें प्रतिभावान खिलाड़ियों को उच्च स्तर की सुविधाऐं उपलब्ध कराई जा सकेंगी एवं जोधपुर में राज्य, राष्ट्रीय, अन्तर्राष्ट्रीय स्तर की विभिन्न खेलकूद प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जा सकेगा। इस हेतु सरदारसमन्द रोड के दक्षिण-पश्चिम में 1205.36 हैक्टेयर भूमि स्पोर्टस् सिटी के रूप में प्रस्तावित की गई है।
जोन उत्तर में नोलेज सिटी एवं हेल्थ केयर सिटी
जोधपुर डवलपमेन्ट प्लान-2031 में नागौर रोड पर स्थित भारतीय प्रोद्यौगिकी संस्थान, राष्ट्रीय आयुर्वेद विश्वविद्यालय एवं उसके समीप के क्षेत्र को सम्मिलित करते हुए उक्त क्षेत्र को नोलेज एवं हेल्थ केयर सिटी के रूप में विकसित किया जाना प्रस्तावित है। जिसका क्षेत्रफल 4075.20 हैक्टेयर है। जोधपुर रीजन में विगत वर्षाे में कई उच्च शिक्षण संस्थानो एवं चिकित्सालयों की स्थापना हुई है एवं भविष्य में और कई संस्थानो के स्थापना होनेे एवं उनसे सम्बन्धित अन्य शिक्षण संस्थान, इन्टरमिडियेट स्कूल, काॅलेज, विश्वविद्यालय, कोचिंग सेन्टर, प्रोफेशनल काॅलेज, आईटी से सम्बन्धित संस्थान, तकनीकी संस्थान, मेडिकल संस्थान, मेडिकल से सम्बन्धित अन्य चिकित्सालय, नर्सिंग होम, इत्यादि को इस क्षेत्र में विकसित किया जा सकेगा। बैठक में एडीएम तृतीय अन्जुम ताहिर सम्मा, अतिरिक्त सीईओ जिला परिषद जोधपुर विकास राजपुरोहित, एसई पीडब्ल्यूडी डीएस चौहान, अधिशाषी अभियन्ता जेडीवीवीएनएल ओपी सुथार, अधिशाषी अभियन्ता नगर निगम सुधीर माथुर, अधिशाषी अभियन्ता पीएचईडी डीसी सेन, टीए राजस्थान आवासन मण्डल राज्यश्री कच्छवाह सहित जेडीए के निदेशकगण एवं उपायुक्तगण मौजूद थे।

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