it-is-necessary-to-encourage-classical-music-in-a-stressful-era-borana

तनाव भरे युग में शास्त्रीय संगीत को प्रोत्साहित करना जरूरी-बोराणा

जोधपुर,मासिक संगीत सभा की श्रृंखला में अंतर्राष्ट्रीय संगीत दिवस के अवसर पर राजस्थान संगीत नाटक अकादमी द्वारा बुधवार शाम अकादमी भवन सभागार में शास्त्रीय गायन एवं वादन का सुरमई कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में राजस्थान राज्य मेला प्राधिकरण के उपाध्यक्ष राज्य मंत्री रमेश बोराणा मौजूद थे।

कार्यक्रम का शुभारंभ राजस्थान संगीत नाटक अकादमी की अध्यक्ष बिनाका जेश एवं कला मर्मज्ञ रमेश बोराणा ने दीप प्रज्वलन तथा मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण के साथ किया। कलाविद बोराणा ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस एवं विश्व संगीत दिवस की शुभकामनाएं देते हुए भारतीय शास्त्रीय संगीत की दशा एवं दिशा पर विचार व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि भारतीय संगीत का इतिहास सभ्यता के विकास से भी पुराना है,जिसका अस्तित्व आदि काल में था,वर्तमान में है एवं सदैव रहेगा। उन्होंने अपने वक्तव्य में इस बात पर विशेष जोर डाला कि इस तनाव भरे युग में शास्त्रीय संगीत को प्रोत्साहन करना बेहद जरूरी है।

ये भी पढ़ें- उम्मेद स्टेडियम में सामूहिक योगाभ्यास संपन्न

संगीत सभा की शुरुआत युवा कलाकार आशीष रागवानी के एकल तबला वादन के साथ हुई। उन्होंने झप ताल में अजराड़ा और दिल्ली घराने के कायदे पेश किए। उनके द्वारा प्रस्तुत रेले की पारंपरिक एवं स्वरचित बंदिशों को श्रोताओं की भरपूर सराहना मिली। जोधपुर के जाये जन्मे आशीष सवाई गंधर्व संगीत सम्मेलन,स्पिक मैके आदि कई ख्यातनाम मंचों पर अपने प्रस्तुति दे चुके हैं। कार्यक्रम के अगले चरण में देश विदेश में अपने कार्यक्रम से संगीत की सौरभ फैलाने वाले ख्यातनाम शास्त्रीय गायक आनंद वैद्य ने एकल गायन प्रस्तुत किया। जिसके अंतर्गत उन्होंने राग पूरिया और राग जोग में विलंबित तथा मध्य लय की बंदिशें पेश की। उन्होंने राग भैरवी में रचित भजन के भावपूर्ण गायन के साथ अपनी प्रस्तुति का समापन किया।

ये भी पढ़ें- पिता ने दरवाजा खटखटाया..बाद में पता लगा बेटे ने फंदा लगा लिया

अकादमी की लेक्चर कम डेमोंसट्रेशन परंपरा को निभाते हुए उन्होंने संगीत एवं रस निष्पत्ति इस विषय को विस्तृत रूप से समझाया तथा श्रोताओं की जिज्ञासाओं का समाधान किया। आनंद वैद्य आकाशवाणी दिल्ली से श्रेणी प्राप्त कलाकार हैं। हारमोनियम पर डॉ. अनूप राजपुरोहित एवं तन्वी एवं मधुरा वैद्य ने गायन संगति की।
अध्यक्ष बिनाका जेश मालू ने पुष्प गुच्छ,शॉल व मोमेंटो प्रदान कर कलाकारों का सम्मान किया।
कार्यक्रम का संचालन शैला माहेश्वरी ने किया और सचिव डॉ.सूरजमल राव द्वारा धन्यवाद ज्ञापित किया।

दूरदृष्टिन्यूज़ की एप्लिकेशन डाउनलोड करें-http://play.google.com/store/apps/details?id=com.digital.doordrishtinews