वेंटिलेशन के बेसिक व एडवांस तरीकों की दी जानकारी

मेकैनिकल वेंटिलेशन की कार्यशाला

जोधपुर,वेंटिलेशन के बेसिक व एडवांस तरीकों की दी जानकारी।डॉ सम्पूर्णानन्द मेडिकल कॉलेज में मेकैनिकल वेंटिलेशन की कार्यशाला संपन्न निश्चेतना विशेषज्ञो द्वारा प्रशिक्षण दिया गया। मेकेनिकल वेंटिलेशन ऐसे गंभीर रोगियों के लिए इस्तेमाल किया जाता है जो साँस लेने में सक्षम नहीं होते हैं।डॉ सम्पूर्णान्द मेडिकल कॉलेज में रविवार को निश्चेतना विभाग,इंडियन सोसाइटी ऑफ़ एनेस्थेसिओलोजिस्ट जोधपुर सीटी ब्रांच एव राजस्थान सोसाइटी ऑफ़ एनेस्थेसिओलोजिस्टस के सयुंक्त तत्वाधान में मेकेनिकल वेंटिलेशन की कार्यशाला आयोजित की गई।

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कार्यशाला का उद्घाटन नेशनल गवर्निंग कॉउन्सिल के मेंबर डॉ सुनील कुमार सेठी,प्रधानाचार्य डॉ रंजना देसाई,डॉ सुरेश भार्गव,प्रेसिडेन्स राजस्थान स्टेट ब्रांच डॉ सुशील भाटी, डॉ राकेश कर्णावत,विभागाध्यक्ष डॉ सरिता जानवेजा,डॉ ललित रेगर,डॉ राजनीन्द्र शर्मा,सेक्रेटरी डॉ गीता सिंगारिया,डॉ फतेह सिंह भाटी,डॉ भरत पालीवाल ने किया।कार्यशाला में वेंटिलेटर की जरुरत किस मरीजों को पड़ती है,वेंटिलेशन के बेसिक एवं एडवांस तरीकों के बारे में बताया गया तथा गंभीर बीमार मरीजों में वेंटीलेटर की शुरुवात करने की प्रक्रिया के बारे में जानकारी दी गई। डॉ सुनील सेठी जीसी मेंबर नेशनल ने बताया की आई सीयू के बहुत गंभीर मरीजों के इलाज के दौरान मेकैनिकल वेंटीलेटर सपोर्ट एक बुनियादी एवं महत्वपूर्ण जीवन निर्वाद प्रणाली है।

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स्वागत कर वर्कशॉप की शुरूआत
निश्चेतना विभागाध्यक्ष एवं आयोजन अध्यक्ष डॉ सरिता जनवेजा ने वर्क शॉप विशेषज्ञ अतिथि डॉ जितेन्द्र सोनी,डॉ कपिल देव सोनी,डॉ विक्रम बेदी एव डॉ मनोज पारिख का स्वागत कर वर्कशॉप की शुरुआत की। वर्कशॉप में निश्चेतना विभाग डॉ सम्पूर्णान्द मेडिकल कॉलेज के चिकित्स्कों के साथ एम्स जोधपुर के प्रोफेसर डॉ मनोज कमल,डॉ निखिल कोठरी,डॉ सादिक मोहमद,डॉ भरत पालीवाल ने भी कार्यशाला में गंभीर मरीजों के दिए जाने वाले वेंटिलेशन एवं केस डिस्कशन कर अपने अनुभवों को डेलीगेट्स के साथ शेयर किया।

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साठ प्रतियोगी विशेषज्ञ चिकत्सकों ने लिया हिस्सा
कार्यशाला के आयोजन सचिव डॉ गीता सिंगारिया ने बताया के इस कार्यशाला में राजस्थान के विभिन्न जिलों के कई चिकित्सा संस्थानों से करीब 60 प्रतियोगी विशेषज्ञ चिकित्साकों ने हिस्सा लिया। कार्यशाला में सभी प्रतियोगियों ने आखिर में अपने अनुभव साझा किए। वेंटीलेटर का उपयोग अधिकांश आईसीयू में निश्चेतना विशेषज्ञो द्वारा किया जाता है। कोरोना काल में इस वजह से निश्चेतना विशेषज्ञो की बहुत ज्यादा आवश्यकता महसूस हुई। सीनियर विशेषज्ञो ने वेंटिलेशन के दौरान आने वाली बाधाओं पर अपने अनुभव साझा किए। प्रधानचार्य डॉ रंजना देसाई ने सभी निश्चेतना विशेषज्ञो को बधाई दी।

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