पावन खिंडदौड़ में शामिल हुए शहर के सैकड़ों धावक
राष्ट्रीय खेल दिवस पर क्रीडा भारती जोधपुर महानगर का आयोजन
जोधपुर,पावन खिंडदौड़ में शामिल हुए शहर के सैकड़ों धावक। क्रीडा भारती जोधपुर महानगर के और से राष्ट्रीय खेल दिवस के अवसर पर पावन खिंडदौड़ का आयोजन किया गया। संयोजक वरुण धनाडिया ने बताया कि इस दौड़ में सैकड़ों की संख्या में पुरुष और महिला खिलाड़ियों ने भाग लिया।
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उन्होंने बताया कि कार्यक्रम की शुभारंभ मुख्य अतिथि महापौर वनीता सेठ,भाजपा शहर जिला अध्यक्ष देवेंद्र सालेचा,समाज सेवी निर्मल गहलोत,एसकेजी कैंसर अस्पताल के निदेशक डॉ.आनंद गोयल, पूजा बिश्नोई,बाबूलाल दायमा,पुष्पा जांगिड़ और सबिर हुसैन ने दीप प्रज्वलित कर किया।
संयोजक वरुण धनाडिया ने बताया कि सरदारपुर स्थित गांधी मैदान से प्रातः साढ़े छः बजे शुरू हुई इस चार किलोमीटर की पावन खिंडदौड़ सरदारपुरा बी रोड,गोल बिल्डिंग,जालोरीगेट से ओलंपिक होते हुए सरदारपुरा सी रोड से पुनः गांधी मैदान में संपन्न हुई। गंभीर सिंह ने यह दौड़ 9 मिनट में पूरी कर पुरुष वर्ग में प्रथम स्थान पर रहे। इसी प्रकार कुमारी पारुल ने 10 मिनट में दौड़ पूरी कर महिला वर्ग में प्रथम स्थान प्राप्त किया।
उन्होंने बताया कि महिला वर्ग में प्रथम स्थान पर कुमारी पारुल, द्वितीय गंगा कुमारी और तृतीय राज कुमारी ने सफलता प्राप्त की। इसी तरह पुरुष वर्ग में प्रथम स्थान पर गंभीर सिंह,द्वितीय शक्ति सिंह और तृतीय देवराम रहे। दोनों वर्ग के प्रथम तीन विजेताओं को क्रमशः5100,3100, और 2100 रुपए का नकद पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया।
धनाडिया ने बताया कि इस दौड़ में अद्भुत बात यह रही कि 76 वर्षीय बंसीलाल वर्मा ने भी इसमें भाग लिया और दौड़ को पूरा किया। बंसीलाल के इस जज्बे को सभी ने सराहना की। प्रांत सचिव ओम प्रकाश पुरोहित ने ‘पावन खिंड’ के महत्व के बारे में जानकारी दी। इस अवसर पर प्रांत अध्यक्ष पृथ्वीराज सिंह जोधा,महानगर अध्यक्ष राज सारस्वत,सचिव नीरज कौशिक, कार्यक्रम प्रभारी तेजेंद्र जोधा और समस्त क्रीडा भारती टीम उपस्थित थी।
इस आयोजन ने खेल प्रेमियों और नागरिकों में उत्साह और जोश भर दिया। क्रीडा भारती जोधपुर महानगर द्वारा ऐसे आयोजनों से युवाओं में खेल भावना को बढ़ावा देने का प्रयास निरंतर जारी रहेगा।इस आयोजन में सीएमएचओ मेडिकल टीम और जोधपुर ट्रैफिक पुलिस का भी विशेष सहयोग रहा, जिसने कार्यक्रम को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
पावन खिंड दौड़ का महत्व
महाराष्ट्र में शिवाजी महाराज की साढ़े तीन सौ वर्ष पूर्व लड़ी गई एक अद्भुत लड़ाई की कहानी को ‘पावन खिंड’ कहा जाता है। यह लड़ाई शिवाजी महाराज की सेना और आदिलशाह के बीच लड़ी गई थी,जिसमें शिवाजी की सेना ने 56 किलोमीटर की दूरी तय की थी। इस संघर्ष में शिवाजी महाराज के कई सैनिक वीरगति को प्राप्त हुए थे। उस स्थान का नाम पावनखिंड रखा गया। उसी की याद में यह पावन खिंड दौड़ आयोजित की जाती है।