जोधपुर, राजस्थान राज्य मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष जस्टिस गोपालकृष्ण व्यास ने शुक्रवार प्रातः 11 बजे से 3 घंटे लगातार जिले के मथुरादास माथुर अस्पताल, माहात्मा गांधी अस्पताल, पुलिस लाईन, पशु चिकित्सालय का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया।
जस्टिस व्यास ने कहा कि राज्य सरकार निरोगी राजस्थान की परिकल्पना को साकार करने के लिए विभिन्न योजनाएं संचालित कर रही है। इन योजनाओं की धरातल पर क्रियान्विति देखने के लिए यह निरीक्षण किया जा रहा है। जिससे यह ज्ञात हो सके कि अस्पताल प्रशासन सरकार की योजनाओं का आमजन को समुचित लाभ प्रदान कर पा रहा है या नहीं।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार स्वास्थ्य के क्षेत्र में राज्य को आगे बढाने का प्रयास कर रही है जिससे चिकित्साकर्मी, नर्सिंगकर्मी पूरा सहयोग प्रदान करें। जिसे लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिल सके। उन्होंने प्रातः 11 बजे मथुरादास माथुर अस्पताल में ट्रोमा सेण्टर, ब्लड बैक, बैठक रूम, इमरजेन्सी रूम सहित विभिन्न वार्डो का निरीक्षण कर आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उन्होंने अस्पताल में पुलिस चौकी के पास पड़ी गंदगी को लेकर सफाई व्यवस्था को दुरस्त करवाने के निर्देश दिए तथा तब तक पुलिस चौकी का स्थान अन्यत्र स्थापित करने के निर्देश भी दिये।
उन्होने एमडीएम अस्पताल के मातृ एवं शिशु केन्द्र, कोविड वैक्सीनेशन रूम,ओब्जर्वेशन रूम, वेटिंग रूम आदि का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया, जिस पर अस्पताल प्रशासन ने बताया कि प्रति दिन औसतन 500 लोगों का कोविड का टीका लगाया जा रहा है। उन्होने कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए बरती जा रही सावधानियों के संबंध में चिकित्सकों, नर्सिगकर्मियों, अस्पताल प्रशासन से बातचीत कर आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
जस्टिस व्यास ने वार्ड में भर्ती मरीजों भवरलाल,मोईनुद्वीन,राज,मीनाक्षी आदि अन्य से बातचीत कर कुशलक्षेम जानी। उन्होंने बातचीत कर अस्पताल के चिकित्सकों, नर्सिगकमीर्यों के द्वारा प्रदान की जा रही सेवाओं के प्रति मरीजों की संतुष्टि जानी जिस पर मरीज भंवरलाल ने बताया कि वह अस्पताल प्रशासन के सेवाभाव से सन्तुष्ट है और अस्पताल प्रशासन लगातार उसकी देखरेख करता है।
मथुरादास माथुर अस्पताल के निरीक्षण के बाद जस्टिस व्यास महात्मा गांधी अस्पताल पंहुंचे वहां पर अस्पताल प्रशासन द्वारा बुके देकर व माल्यापर्ण कर उनका स्वागत किया गया। उन्होंने एमजीएच अस्पताल के ट्रोमा सेण्टर, केन्सर वार्ड, इमरजेन्सी वार्ड सहित विभिन्न वार्डो का निरीक्षण कर आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उन्होंने मरीजों से बातचीत की जिस पर बालेसर निवासी घेवरराम ने बताया कि उसे सांस की तकलिफ है अस्पताल प्रशासन अच्छी तरीके से देखभाल कर रहा है।
उन्होंने केन्सर वार्ड में भर्ती मरीजों से बातचीत कर उनकी कुशलक्षेम जानी। मरीजों व उनके परिजनों से दवाईयों की उपलब्धता के संबंध में जानकारी ली। जिस पर मरीजों ने संतुष्टि व्यक्त करते हुए कहा सभी दवाईयां हमें यहीं से मिलती है। जस्टिस व्यास ने इमजेन्सी ओटीपीआर के प्लास्टर कक्ष में टूटे दरवाजों को देखकर इसको जल्द से जल्द दुरस्त करवाने के निर्देश सम्बन्धित अधिकारियों को दिए।
अस्पताल निरीक्षण के बाद जस्टिस व्यास पुलिस लाईन पंहुंचे वहां पर पुलिस अधिकारियों व पुलिस जवानों ने उनका स्वागत किया। उन्होंने पुलिस अधिकारियों से बातचीत की व जवानों व अधिकारियों के कोविड वैक्सीनेशन के बारे में पूछा, पुलिस अधिकारियों ने बताया कि कोविड का वैक्सीन लगभग सभी जवानों को लग चुका है।जस्टिस व्यास ने कहा कि मुझे पुलिस लाईन के इतने वृहद परिसर को देखकर अत्यंत खुशी की अनुभूति हुई है।
उन्होने कहा कि पुलिस द्वारा सेवा भाव के साथ निर्भीक रहकर आमजन के मन में सुरक्षा, विश्वास को बरकरार रखते हुए अच्छा कार्य किया जा रहा है। कोरोना संक्रमण के विकट समय में पुलिस प्रशासन द्वारा अच्छा काम किया गया, जिसके लिए जस्टिस व्यास ने पुलिस की सराहना की। जस्टिस व्यास ने पशु चिकित्सालय व पशुपालक प्रशिक्षण संस्थान का निरीक्षण किया व आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
जस्टिस व्यास के साथ निरीक्षण के दौरान राज्य मानवाधिकार आयोग के रजिस्ट्रार ओमी पुरोहित, एडीएम सिटी सत्यवीर, पुलिस व प्रशासन, नगर निगम व पीडब्ल्यूडी के संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।