जोधपुर, हिन्दू सेवा मंडल के सिवांची गेट स्थित स्वर्गाश्रम पर बुधवार को अस्थि बैंक शुरू किया गया। यहां एक हजार से अधिक मृतकों की अस्थियों को सुरक्षित रखने की व्यवस्था की गई है। मंडल के सचिव विष्णुचंद्र प्रजापत ने बताया कि वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण के समय द्वितीय लहर में मृत्यु दर अधिक हुई है। इस मृत्यु दर को देखते हुए सरकार एवं प्रशासन सहित अन्तिम संस्कार करने वाली सेवा समितियों ने अपने स्तर पर कोरोना मृतकों का विधिवत अंतिम संस्कार किया।
अंतिम संस्कार के बाद लॉकडाउन होने के कारण दिवंगतों की अस्थियों को रखना एक चुनौती थी। इसको देखते हुए अस्थि बैंक शुरू किया गया है। इसमें सामान्य,कोविड 19 ग्रस्त, लावारिश शवों की अस्थियों को सुरक्षित रखा जाएगा। इसके लिए अलग-अलग कलर के डिब्बे एवं स्टीकर बनाए गए जिस पर कोविड -19, सामान्य मृतक का नाम, मृत्यु की तारीख, परिजनों के मोबाइल नंबर अंकित किए जाएंगे।
लावारिश मृतकों के पुलिस थाना के तहरीर क्रमांक भी अंकित किए जाएंगे। मृतक के परिजन स्वेच्छानुसार अस्थियों को रख सकते हैं। मृतकों की अस्थियों के मोक्ष हेतु गंगा में विसर्जन करने में कोई असमर्थ है तो हिन्दू सेवा मण्डल के कार्यकर्ता उन अस्थियों को हरिद्वार में गंगा में प्रवाहित कर मोक्ष प्रदान करेंगे।
उन्होंने बताया कि वैश्विक महामारी कोविड-19 को देखते हुए हिंदू सेवा मंडल द्वारा 14 तरह की निःशुल्क सेवाएं दी जा रही है जिसमें दाह संस्कार, मास्क व सेनेटाइजर का वितरण, असहाय को भोजन की व्यवस्था, कोविड मृतकों के परिजनों के लिए पीपीई किट आदि उपलब्ध करवाए जा रहे हैं। होम आइसोलेशन में रह रहे कोरोना संक्रमितों के लिए ऑक्सीमीटर की भी व्यवस्था मंडल द्वारा की जा रही है। इसमें संस्कार मंत्री राकेश गौड़, स्वयं सेवक मंत्री ताराचंद शर्मा, सेवादार राजेन्द्र यादव अन्तिम संस्कार सहित अस्थियों को सुरक्षित रखने की सेवाएं दे रहे हैं। अन्य सेवा कार्य में कैलाश जाजू, गोरीशंकर गांधी, गोविन्दसिंह, नरेन्द्र गहलोत, एडवोकेट यतिन्द्र प्रजापत, वीरमदेव आचार्य, पुखराज टाक, रामसा अरोड़ा आदि का सहयोग है।
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