मथानिया की मिर्च को जीआई टैग के लिए फ्रांस की टीम का अध्ययन शुरू

जोधपुर पहुंची टीम

जोधपुर,मथानिया मिर्च की उच्च गुणवता,पैदावार और तीखेपन के कारण बरसों से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान तो बनी हुई हुई लेकिन अब आने वाले समय में यदि इस मिर्च की पहचान के साथ जीआई टैग लग जाए तो आश्चर्य नहीं होना चाहिए। फ्रांस से एक विशेष प्रतिनिधिमंडल आज से मथानिया मिर्च के जीआई टैग की संभावना तलाशने के लिए जोधपुर आया है।

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टीम ने जयपुर में अधिकारियों के साथ आवश्यक बैठक करने के बाद जोधपुर शहर और मथानिया में अधिकारियों व किसानों के साथ इस पर मंथन किया है। अपने तीखेपन और मन को भाने वाले स्वाद के कारण पूरे देश और दुनिया में पसंद की जाने वाली जोधपुर जिले के मथानिया की मिर्च का एक बार फिर भाग्योदय होने वाला है। एक्सपोर्ट के लिए रास्ते खुलने के साथ क्षेत्र के किसानों को मिर्ची की पैदावार से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर व्यवसाय करने का लाभ मिलेगा। किसानों के साथ-साथ व्यापारी भी खुशाल होंगे क्योंकि मथानिया की मिर्च को जीआई टैग मिलने की पूरी संभावना है। इसी उद्देश्य से फ्रांस से आए प्रतिनिधिमंडल ने पहले जयपुर में अधिकारी के साथ मंथन किया और अब एक सप्ताह के लिए जोधपुर पहुंची है। नई दिल्ली स्थित फ्रेंच दूतावास मॉलश्री डागौर तथा अटैची रोक्सने मोलिनेरिस ने मथानिया मिर्च के भौगोलिक संकेत यानि जीआई टैग की संभावना के अध्ययन व कार्य के लिए पिछले दिनों दौरे की शुरूआत विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक कर की है।

प्रमुख शासन सचिव कृषि एवं उद्यानिकी वैभव गालरिया की अध्यक्षता में पंत कृषि भवन में फ्रेंच डेलिगेशन के साथ आयुक्त उद्यानिकी जय सिंह तथा कृषि व उद्यानिकी विभाग के अधिकारियों की उपस्थिति में बैठक का आयोजन किया गया था। मथानिया मिर्च को जीआई टैग के लिए प्रस्तावित करने के उद्देश्य से टीम जोधपुर क्षेत्र में सात दिवसीय दौरे में विभिन्न हितधारकों के साथ बैठक कर इसके विभिन्न पहलूओं के विश्लेषण करेगी। उसके पश्चात दूतावास द्वारा एमओयू केऔपचारिक प्रस्ताव केन्द्र व राज्य को प्रस्तुत करेगा।

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इस दिशा में किया गया कार्य मथानिया मिर्च उत्पादकों सहित मिर्च से जुड़े सभी हितधारकों को अच्छी आय प्रदान करेगा जिससे उनकी आय में वृृद्धि होगी। जीवीकोपार्जन के नवीन अवसर सृृजित होंगे। हॉर्टिकल्चर की डिप्टी डायरेक्टर, जाखड़ और वरिष्ठ किसान रतनलाल डागा ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि यह किसानों के लिए बहुत बड़ा तोहफा होगा जब फ्रांस की टीम जी आई टैग को लेकर आवश्यक फीडबैक लेने के साथ वहां के हालात को समझ कर इस क्षेत्र के भविष्य की बेहतर तस्वीर को ध्यान में रखकर अपनी रिपोर्ट देंगे।