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शब्द संदर्भ:-(139) तीज (हरियाली)

लेखक:-पार्थसारथि थपलियाल

जिज्ञासा

चंडीगढ़ से अजय भारद्वाज तीज शब्द के बारे में जानने की इच्छा रखते हैं।

समाधान

भारतीय मास गणना के दो आधार हैं। एक को चान्द्रमास (चंद्रमा का महीना) कहते हैं, दूसरे को सौरमास (सूर्य का महीना)। भारत में अधिकतर पर्वों और उत्सवों में चान्द्रमास का महत्व रहता है। चंद्रमा के एक दिन की चाल को एक तिथि माना जाता है। दिन के उदयकाल में जो तिथि होती है उसी के नाम पर वह तिथि मानी जाती है। चंद्रमा के 15 दिन शुक्लपक्ष और 15 दिन कृष्णपक्ष के होते हैं। ये तिथियाँ 14 तिथियों तक दोनों पक्षों में समान चलते हैं। शुक्लपक्ष में 15वां दिन पूर्णिमा और कृष्णपक्ष में 15वां दिन अमावस का होता है। कभी कभी तिथिक्षय की स्थिति भी आती है।

इस प्रकार एक माह में पड़वा, द्वितीया, तृतीया (संस्कृत भाषा में)…. आदि क्रमशः आते हैं। आंचलिक भाषा मे इन दिनों को अलग-अलग नाम दिए है जैसे एकम, दूज, तीज …
इत्यादि। तीज शुक्लपक्ष में भी है और कृष्णपक्ष में भी होती है। 3 तीज का उल्लेख हमारी संस्कृति में मिलता है। हरियाली तीज सावन माह के शुक्लपक्ष की तृतीया को, कजरी तीज भाद्रपद माह की कृष्णपक्ष की तृतीया को और हरितालिका तीज भाद्रपद माह की शुक्लपक्ष तृतीया को मनाई जाती है।

इसका पौराणिक महत्व यह है कि शिवजी की लंबी तपस्या के बाद देवी पार्वती का शिवजी से मिलान सावन तृतीया (श्रावणी तीज) के दिन हुआ था, जो कि देवी पार्वती का सुहाग भी हैं। इसी अनुक्रम में महिलाओं ने अपने पति की दीर्घायु, सुख-समृद्धि की कामना से शिवजी के निमित व्रत/उपवास करना शुरू किया। शिवजी को आशुतोष अर्थात शीघ्र प्रसन्न होने वाले पौराणिक देवता के रूप में माना जाता है इसलिए सावन माह में जब चारों ओर उमड़ घुमड़कर बादल बरसते हैं, चारों ओर हरियाली होती है, खुशी का माहौल होता है। ऐसे वातावरण में महिलाएं इस दिन को व्रत उपवास के साथ-साथ प्रसन्नता से मानती हैं। वैसे भी सावन माह में निष्ठापूर्वक शिवलिंग का जलाभिषेक कर पुण्य ही मिलता है।

“यदि आप भी किसी हिंदी शब्द का अर्थ और व्यख्या जानना चाहते हैं तो अपना प्रश्न यहां पूछ सकते हैं।”

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