- अध्यक्ष कर्नल देवानन्द गुर्जर के नेतृत्व में मिला प्रतिनिधिमंडल
- सैनिकों,पूर्व सैनिकों से जुड़ी विभिन्न समस्याओं पर की चर्चा
- समाधान का दिया सुझाव
जयपुर, सैनिक न्याय संघर्ष समिति के अध्यक्ष कर्नल देवानन्द गुर्जर के नेतृत्व में पूर्व सैनिक प्रतिनिधियों ने राजस्थान प्रदेश के सैनिक कल्याण मंत्रालय के सीनियर डिप्टी सेक्रेटरी नरेंद्र नैनैनवत से मुलाकात की। उन्होंने उप सचिव को सैनिक व पूर्व सैनिकों से जुड़ी हुई समस्याओं पर चर्चा के साथ-साथ उनके समाधान की दिशा में जानकारी दी। कर्नल गुर्जर ने सैनिकों से जुड़े हुए विभिन्न मुद्दों को उठाते हुए कहा कि जैसलमेर में मुरब्बा आवंटन में देरी, कॉन्ट्रैक्ट रेट पर पूर्व सैनिकों की सरकार द्वारा नियुक्त में कम वेतन का मामला, सेना में अपनी सेवा देते समय अपने जीवन का बलिदान देने वाले सैनिकों के परिवार को मिलने वाले लाभ, दोसा जिले में कैंटीन एवं सैनिक कल्याण ऑफिस के जल्दी खोलने की मांग, जैसलमेर जिले के भूमिहीन सेवानिवृत्त सैनिकों को जमीन आवंटन, सेवानिवृत्त सैनिकों के पुनर्वास को लेकर रिजर्वेशन पॉलिसी के तहत सैनिक को आवेदन करने के तरीके में बदलाव को निरस्त करने की मांग एवं विक्टोरिया क्रॉस कमल राम के सैनिक सम्मान का मामला जैसे कई मुख्य बिंदुओं पर चर्चा कर उनके समाधान का अनुरोध किया।कर्नल गुर्जर ने बताया कि वार्ता सौहार्दपूर्ण माहौल में हुई एवं प्रदेश के सीनियर डिप्टी सेक्रेटरी द्वारा सारे मुद्दों का जल्दी से जल्दी समाधान करने का भरोसा दिलाया। किसी भी प्रकार के किसी भी सैनिक को दिक्कत ना हो इसके लिए सैनिक कल्याण विभाग एवं राजस्थान सरकार सदैव तत्पर है। प्रतिनिधिमंडल में दौसा जिले से कैप्टन मुकुट कसाना एवं कैप्टन निहाल सिंह कसाना ने भी अपनी बात रखते हुए भरोसा जताया कि अब सैनिकों के जुड़े हुए मुद्दे जो बहुत लंबे समय तक ठंडे बस्ते में थे का जल्द समाधान होगा।