सीआरपीएफ जवान ने खुद के साथ पत्नी और बच्ची को घर में बंद कर किए हवाई फायर

  • अधिकारियों से नाराजगी की आशंका
  • पिछले दो ढाई साल से जोधपुर में ही पोस्टिंग
  • एक भाई पाली जिला पुलिस में तैनात
  • आठ दस  फायर करने की बात आई सामने
  • देर रात तक पुलिस समझइश में जुटी रही
  • कभी फोन बंद कर देता तो कभी चालू

जोधपुर, शहर के दइजर स्थित केंद्रीय सुरक्षा रिजर्व बल प्रशिक्षण केंद्र में रविवार को दहशत का माहौल बन गया। एक जवान ने खुद को पत्नी व बच्ची के संग घर में कैद कर कई फायर एक एक कर दिए। देर रात तक पुलिस की आलाधिकारी ट्रेनिंग सेंटर पर मौजूद रहे और जवान को समझाने के साथ बाहर लाने का प्रयास करते रहे। इस जवान के पिता और दोस्तों को भी वहां पर बुलाया गया। उससे मनोवैज्ञानिक ढंग से समझाइश कर बाहर बुलाने का जतन किया जा रहा है।

बताया जाता है कि जवान ने हवा में करीब आठ दस फायर किए। जवान ने अपनी पत्नी व बच्ची के साथ खुद को घर में बंद किया है। उसे समझा कर बाहर निकालने की कोशिश की जा रही है। कमिश्नर रविदत्त गौड़ व सीआरपीएफ डीआईजी भूपेंद्र भी मौके पर पहुंचे और जवान को समझाने के प्रयास कर रहे हैं।
आरंभिक पड़ताल में उसके अपने अधिकारियों से नाराजगी होने का भी अंदेशा जताया जाता है,नाराजगी की वजह क्या है यह तो उसके बाहर आने पर ही पता चल पाएगी।

पुलिस के अनुसार सीआरपीएफ जवान नरेश जाट ने हवा में फायर किए हैं। नरेश जाट का ट्रेनिंग सेंटर में घर है। उसने अपने घर से हवा में फायर किए। बताया जा रहा है कि जवान ने कुल आठ दस फायर अपने घर से किए हैं। जानकारी के  अनुसार नरेश पहले सूरतगढ पोस्टिंग पर रह चुका है।

पुलिस कमिश्नर रविदत्त गौड़ ने गंभीरता दिखाते हुए सूचना मिलते ही पहले अधिकारियों की टीम को मौके पर भेजा। जब एसीपी राजेंद्र दिवाकर मौके पर पहुंचे उसके बाद भी जवान ने हवा में फायर किए। जवान के नहीं मानने पर कमिश्नर स्वयं मौके पर पहुंच कर समझाने की कोशिश कर रहे हैं। नरेश पाली जिले के राजोला का रहने वाला है। नरेश का भाई हेड कांस्टेबल है। इधर, नरेश के पिता को भी गांव से बुलाया गया है ताकि वह नरेश से समझाए। डीसीपी पूर्व अमृता दुहन इस मामले में मॉनिटरिंग कर रही है। सीआरपीएफ के अधिकारियों से बातचीत करके मामले को सुलझाने के प्रयास चल रहे हैं।

एसीपी राजेंद्र प्रसाद दिवाकर ने देर रात बताया कि जवान नरेश जाट से कभी संपर्क हो रहा है तो कभी नहीं हो पा रहा। वह फोन को भी कभी बंद तो कभी चालू कर रहा है।

पिता किसान, एक भाई पाली में हैडकांस्टेबल

करवड़ थानाधिकारी कैलाशदान ने बताया कि जवान नरेश जाट के पिता लिखमाराम जाट किसान वर्ग से है। एक भाई पुखराज है जो पाली जिला पुलिस में हैडकांस्टेबल के पद पर लगा हुआ है।

तीसरी मंजिल पर बना है क्वार्टर

नरेश जाट दइजर स्थित सीआरपीएफ के सरकारी क्वार्टर में रहता है। वह पिछले दो ढाई साल से यहां पर ही पोस्टेड है। क्वार्टर तीसरी मंजिल पर बना है जहां पर खुद के साथ पत्नी और बच्ची को कैद हुए हुए है।

पांच छह माह पूर्व हुआ था एक्सीडेंट

करवड़ थानाधिकारी कैलाशदान ने बताया कि नरेश का पांच छह महिने पहले एक्सीडेंट हुआ था जिसके बाद से ही वह डिस्टर्ब चला आ रहा है। परिवार के लोगों से भी झगड़ा करने लगा था।

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