खेल रत्न पुरस्कार के नाम बदलने की आलोचना

जोधपुर, कांग्रेस के नेता सुपारस भंडारी ने राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार का नाम बदल कर ध्यानचंद रखनै को भाजपा और प्रधानमंत्री की स्वार्थ की राजनीति बताया है।
भंडारी ने एक बयान जारी कर कहा कि ध्यानचंद के नाम से सर्वश्रेष्ठ पुरस्कार देने की घोषणा की जाती तो यह उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि होती। इस तरह से नाम बदलना प्रधानमंत्री के निम्नस्तरीय राजनीतिक सोच को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का नये भारत का तात्पर्य नाम बदलो भारत से है। खेल को खेल तक रहने की बजाय खेल में प्रतिशोध लेना और अपने अहम की पूर्ति करना ही प्रधानमंत्री का उद्देश्य है।

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