आक्रोशित अधिवक्ताओं ने पुलिस महानिरीक्षक को घेरा

आक्रोशित अधिवक्ताओं ने पुलिस महानिरीक्षक को घेरा

बिलाड़ा में अधिवक्ता पर जानलेवा हमला एवं लूट के मामले को लेकर अधिवक्ताओं ने खोला मौर्चा

जोधपुर, ऑल इंडिया लॉयर्स यूनियन (एआईएलयू) जोधपुर के आह्वान पर बिलाड़ा में अधिवक्ता पदमाराम पर जानलेवा हमले के बाद लूट की वारदात को अंजाम देने गुंडा तत्वों को अविलंब गिरफ्तार करने की मांग को लेकर बुधवार को आक्रोशित अधिवक्ताओं ने जोधपुर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक नवज्योति गोगोई घेराव किया,जहाँ बड़ी तादाद में पहुंचे अधिवक्ताओं के रोष का सामना आईजी को करना पङा। अधिवक्ताओं के शिष्टमंडल के साथ इस मुद्दे पर विस्तृत वार्ता हुई।

आक्रोशित अधिवक्ताओं ने पुलिस महानिरीक्षक को घेरा

एआईएलयू के जिला सचिव एडवोकेट महिपाल सिंह चारण ने बताया कि अधिवक्ता पर जानलेवा हमले एवं लूट की घटना मुख्यमन्त्री के गृहक्षेत्र की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़ा करती है। उन्होंने कहा कि घटना के दो दिन बाद भी आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने पर पुलिस की लाचारगी सामने आई है। शिष्टमंडल में शामिल बार काउंसिल ऑफ राजस्थान के सदस्य एडवोकेट देवेन्द्र सिंह महलाना ने कहा कि बार काउंसिल द्वारा “राजस्थान एडवोकेट्स प्रोटेक्शन एक्ट” तैयार किया है परन्तु राज्य सरकार अधिवक्ताओं पर बढ़ते हमलों को लेकर गंभीर नहीं हैं, इस प्रकार की घटनाओं से आमजन का पुलिस और कानून के प्रति विश्वास कमजोर हुआ है।

आक्रोशित अधिवक्ताओं ने पुलिस महानिरीक्षक को घेरा

पुलिस महानिदेशक के घेराव और वार्ता के दौरान एडवोकेट द्वारकेश व्यास, एडवोकेट बीआर डेलू, एडवोकेट शिवलाल बरवड़, एडवोकेट कांता राजपूरोहित, एडवोकेट गोविंद राम सियाग, एडवोकेट भीमाराम मूंडिया, एडवोकेट घनश्याम मेवाड़ा, एडवोकेट जसराज चौहान, एडवोकेट चंद्र शेखर, एडवोकेट निर्मल कुमार, एडवोकेट त्रिलोक सिंह, एडवोकेट उम्मेद सिंह, एडवोकेट मनीष ढे़बाना, एडवोकेट हंसदास कामड, एडवोकेट पुखराज रोहिण,एडवोकेट ओमप्रकाश फड़ोदा, एडवोकेट चिराग चांडक, एडवोकेट किशन गोपाल बोराणा, एडवोकेट कैलाश जयपाल, एडवोकेट राजेंद्र तंवर, एडवोकेट कैलाश प्रसाद बामणिया, एडवोकेट उमा सोलंकी, एडवोकेट कंचन प्रजापत,एडवोकेट क्लर्क चिरंजीवी सिंह एवं एडवोकेट किशन मेघवाल सहित बड़ी तादाद में अभिव्यक्तों की भागीदारी रही।

दूसरी तरफ इस वारदात से आक्रोशित अधिवक्ताओं ने बार संघ बिलाड़ा के आह्वान पर बिलाड़ा कोर्ट में न्यायिक कार्य का बहिष्कार किया और हमलावरों को गिरफ्तार करने की मांग दोहराई। एआईएलयू के प्रेस बयान में चेतावनी दी है कि शासन-प्रशासन ने इस प्रकरण को गंभीरता से नहीं लिया तो आंदोलन तेज करने के लिए मजबूर होना पङेगा।

दूरदृष्टिन्यूज़ की एप्लिकेशन अभी डाउनलोड करें – http://play.google.com/store/apps/details?id=com.digital.doordrishtinews

Similar Posts