Acharya mahashramans
Acharya mahashramans : जोधपुर,आचार्य महाश्रमण एवं साध्वी प्रमुखा विश्रुतविभा धवल सेना के साथ तेरापंथ की नामकरण स्थली जोधपुर में आए। करीब एक किमी लम्बा जुलूस उनके स्वागत को निकाला गया। केएन कॉलेज परिसर से लेकर चौरडिय़ा भवन तक सडक़े दोनों ओर श्रावक-श्राविकाओं की लम्बी कतारें देखी गई। आचार्य के विहार जुलूस के बाद एक दिन का प्रवास चौरडिय़ा भवन में होगा। आगामी चार दिन तक जोधपुर में उनके कई कार्यक्रम होंगे।
कुड़ी भगतासनी से विहार
आचार्य महाश्रमण कुड़ी भगतासनी से विहार कर केएन कॉलेज परिसर के समीप पहुंचे। यहां से जुलूस के रूप में पावटा बी रोड चौरडिय़ा भवन तक विहार किया। उनके स्वागत में तेरापंथ धर्मसंघ से जुड़े लोगों के साथ सर्व समाज मौजूद रहा। गौरतलब है कि आचार्य अपनी अहिंसा यात्रा को आठ साल पहले शुरू कर चुके हैं। इससे पहले आचार्य 2013 में जोधपुर आए थे। नौ साल बाद उनका जोधपुर आने पर लोगों में उत्साह है।(Acharya mahashramans)
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आचार्यश्री महाश्रमण जैन श्वेताम्बर तेरापंथ धर्मसंघ के ग्यारहवें आचार्य है। इनका जन्म राजस्थान के चुरू जिले के सरदारशहर में हुआ। मात्र 12 वर्ष की अल्पायु में नवम आचार्य राष्ट्रसंत तुलसी की अनुज्ञा से मुनि सुमेरमल लाडनू से संयम पथ स्वीकार किया। अल्पायु में ही संस्कृत प्राकृत हिंदी व अंग्रेजी भाषा का अध्ययन कर आगमों का अध्ययन किया।
60 वर्ष की अवस्था में भी अहिंसा और सत्य के संकल्प को लिए नैतिकता, सद्भावना और नशामुक्ति का प्रचार प्रसार कर रहे हैं। आचार्य ने भारत के 23 राज्यों की पदयात्रा करने के साथ नेपाल और भूटान की धरा की भी यात्रा की है।((Acharya mahashramans)
नशा मुक्ति का कराया संकल्प
52 हजार से अधिक किलोमीटर की पदयात्रा के दौरान एक करोड़ से अधिक लोगों को प्रेरणा दे नशामुक्ति का संकल्प कराया। जातीय भेदभाव को दूर करने,बाल पीढ़ी के संस्कार निर्माण व आम जनता के हृदय परिवर्तन पर विशेष बल देते हैं।
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तेरापंथ संघ की नामकरण स्थली होने का गौरव प्राप्त
जोधपुर को तेरापंथ संघ की नामकरण स्थली होने का गौरव प्राप्त है। लगभग 262 वर्ष पूर्व जोधपुर में ही सेवग जाति के एक कवि ने तेरह साधु और तेरह श्रावकों की संख्या को देखकर तेरापंथ नाम से पुकारा जिसे बाद में इस धर्म संघ के प्रथम आचार्य भिक्षु ने तात्विक महत्व दे,‘तेरह नियमों को पालने वाला तेरापंथी’ के नाम से स्वीकारा। साथ ही यहां के गेरूलाल व्यास को तेरापंथ धर्मसंघ के प्रथम श्रावक होने का सौभाग्य प्राप्त है।(Acharya mahashramans)
जोधपुर में इस प्रकार रहेगा कार्यक्रम
कुड़ी से विहार कर रिक्तियां भैरूजी चैराहा,रातानाड़ा होते हुए अजीत कॉलोनी स्थित बाल निकेतन स्कूल से भव्य जुलूस रूप में पावटा चौराहा होते हुए पावटा बी रोड स्थित चैरडिय़ा भवन पहुंचे। प्रात:कालीन प्रवचन व स्वागत कार्यक्रम पावटा स्थित हनवंत गार्डन में, सायंकालीन प्रवास पावटा बी रोड चौरडिय़ा भवन में ही रहेगा। 22 दिसम्बर को विहार कर सोजती गेट, जाटाबास व शहर के भीतरी मागों से होते हुए जालोरी गेट से भव्य जुलूस के रूप में गोल बिल्डिंग, सरदारपुरा बी रोड होते हुए चिल्ड्रन पार्क से 6वीं ए रोड, सरदारपुरा स्थित मेघराज तातेड़ भवन आएंगे।(Acharya mahashramans)
23 दिसम्बर को विहार कर अमर नगर स्थित तेरापंथ भवन आएंगे। मंगल प्रवचन,अभ्यर्थना कार्यक्रम व सायंकालीन प्रवास यहीं रहेगा। 24 दिसम्बर अमरनगर से विहार कर चौपासनी हाऊसिंग बोर्ड होते हुए लहरिया विलेज, पाल चौपासनी बाइपास रोड आएंगे।(Acharya mahashramans)
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