शातिरों ने सुनार को ठग कर 5.31 लाख की सोने की चेनें ले उड़े
सुनार से 5.31 लाख की ठगी का प्रकरण: दोनों शातिर गिरफ्तार
- एक निजी बस से नागौर के लिए निकला
- दूसरा एम्स अस्पताल मेें संविदा कार्मिक टेक्निकल हैल्पर
जोधपुर,शहर के भीतरी क्षेत्र घोड़ों का चौक में मंगलवार की दोपहर में एक ज्वैलर की दुकान पर खरीददारी करने आए दो युवक दुकानदार से ठगी कर 5.31 लाख की सोने की दो चेन ले उड़े। शातिरों ने ऐसी ही करतूत गुजरात में भी की है। ठगी की वारदात की सूचना पर सदर बाजार पुलिस मौके पर पहुंची और दुकान में लगे सीसीटीवी फुटेज देखे, हुलिए के आधार पर युवकों की तलाश आरंभ करवाई। देर रात तक डीएएसटी जिला पूर्व एवं सदर बाजार पुलिस ने तलाश करते हुए दोनों शतिरों को ढूंढ निकाला।
डीसीपी अमृता दुहन ने बताया कि पकड़े गए युवक नागौर जिले के रेलवे स्टेशन के पीछे गुर्जरों का मोल्ला नागौर निवासी पवन उर्फ बबलू गुर्जर और संजय कॉलोनी गुर्जरों का मोहल्ला नागौर निवासी इंद्ररसिंह उर्फ हैप्पी पुत्र जालम सिंह मेड़तिया है।
उल्लेखनीय है कि घोड़ों का चौक में सुदर्शन ज्वैलर्स है। इसका मालिक ओमप्रकाश सोनी मंगलवार को दिन में दुकान पर था। तब दोपहर में दो बजे के आस पास दो युवक आए सोने के आइटम देखने पहुंचे। बाद में यह चले गए। फिर चार बजे के आस पास वापिस आए। यहां पर दुकानदार से सोने की दो चेन पसंद किया और जिसका अमाउंट 5 लाख 31 हजार 576 रूपए के करीबन था। जिस पर पेमेंट देेने की बात हुई। इस पर युवकों ने चेक के मार्फत रूपए देने को कहा। तब दुकानदार ने कहा कि चेक क्लीयर होने पर ही माल दिया जा सकता है। युवकों ने दुकानदार को यश बैंक गुजरात का चेक दिया था। हाथोंहाथ चेक क्लिरिंग की बात को लेकर युवकों ने गुजरात में किसी से बात करवाई और रूपए दुकानदार के एकाउंट में डालने को कहा। दुकानदार के खाते में रूपए पहुंचने की बात पर युवक चेनें लेकर चले गए। कुछ क्षण बाद ही फिर से गुजरात से दुकानदार के पास में फोन आया कि आपने किसी चीज के लिए पेमेंट करने को कहा, हमारी फर्म ने कोई सामान नहीं खरीदा है। गुजरात के व्यक्ति ने दुकानदार ओमप्रकाश से कहा कि हमारे यहां भी ऐसी ठगी हो चुकी है। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई।
फुटेज खंगाले।
लोकेशन से तलाशती रही पुलिस
पुलिस उपायुक्त अमृता दुहन ने बताया कि दुकान में लगे सीसीटीवी फुटेज से युवकों की पहचान के प्रयास किए जा रहे थे। गाड़ी बिना नंबरी थी और गुर्जर लिखा हुआ था। रेड एंड ब्लैक कलर की हीरो होण्डा डीलक्स गाड़ी थी। बदमाशों का मोबाइल कुछ देर तक ऑन रहने पर लोकेशन यहां पर आई मगर बाद में फोन स्वीच ऑफ कर दिया था।
एक आरोपी निजी बस से भागते पकडा गया
पुलिस ने बताया कि एक आरोपी इंदरसिंह उर्फ हैप्पी निजी बस से भागने की जानकारी हुई। तब पुलिस की टीम ने मंडोर एरिया में बस को रूकवाया और उसे दस्तयाब कर लिया।
पवन उर्फ बबलू एम्स में संविदा पर कार्यरत
आरोपी पवन उर्फ बबलू एम्स अस्पताल में संविदा पर तकनीकि सहायक हैल्पर के पद पर कार्यरत है। ठगों से पूछताछ में सामने आया कि। नागौर के युवक का बचपन का दोस्त जो वापी में रहता है दोनों ने केदारनाथ ट्रिप साथ की। इस दौरान उन्होंने ठगी की साजिश रचि। जोधपुर में 20 हजार रुपए में एक युवक को हायर किया। ज्वैलरी शॉप पर ठगी की और चलते बने।
ऐसे दिया गया वारदात को अंजाम
डीसीपी अमृता दुहन ने बताया कि नागौर निवासी इंद्र सिंह के बचपन का दोस्त पवन उपाध्याय गुजरात के वापी में रहता है। दोनो ने जुलाई में केदार नाथ ट्रिप के समय साजिश रची। पवन उपाध्याय केबी पैकेजिंग की कंपनी में काम करता था। उस केबी पेकेजिंग के स्टैंप लगे ब्लैंक चेक उसे देगा और इंद्रसिंह उसे कैश करवाएगा। इसके लिए इंद्रसिंह ने एक महीने तक उसके मालिक के हस्ताक्षर की प्रेक्टिस की। बैंक में फर्जी साइन का चेक देकर ज्वैलर के खाते में आरटीजीएस करवाया गया। तीसरे साथी बबलू गुर्जर ने एक गोल्ड चेन को हाथों हाथ मन्नापुरम गोल्ड लोन में चेक जमा करवा कर कैश लिए। डीसीपी ने बताया कि बबलु गुर्जर व इंद्र सिंह को गिरफ्तार किया है।
पुलिस टीम में यह भी थे शामिल
पुलिस की टीम सदर बाजार थानाधिकारी सुरेश पोटलिया, डीएसटी प्रभारी एसआई दिनेश डांगी, साइबर सेल एएसआई राकेश सिंह, डीएसटी के कमरूखां,ओमाराम एवं सदर बाजार हैडकांस्टेबल रोहिताश, नागौरी गेट थाने के कांस्टेबल कालूराम सहित अन्य पुलिस कर्मी शामिल थे।
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