जोधपुर, राजस्थान में 33 प्रतिशत महिला आरक्षण कानून के तहत महिलाओं को सशक्तिकरण देने और अतिशीघ्र कानून लागू करने के संदर्भ में जोधपुर शहर जिला कांग्रेस कमेटी की निवर्तमान उपाध्यक्ष शारदा चौधरी ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नाम पत्र लिखा है। उन्होंने अपील की है कि महिलाएं आज समाज में बराबर की स्थिति में है और उत्कृष्ट कार्य कर रही है। लोकतंत्र में महिलाएं सांसद, विधायक, जिला प्रमुख, प्रधान, सरपंच व पार्षद चुनकर आ रही हैं लेकिन वह अपने अधिकारों का प्रयोग व अपने कर्तव्यपथ का स्वतंत्रतापूर्वक निर्वहन नहीं कर पा रही है। समाज में पुरुषात्मक ढांचे का गहराई से मौजूद होने के कारण महिलाओं को प्रतिनिधित्व मिलकर भी आज अधूरा है। सरकार की ओर से इन्हें मुख्य धारा में लाने के लिए 33 प्रतिशत आरक्षण की पहल की गई लेकिन यह महिलाओं की भागीदारी को सुनिश्चित नहीं कर रहा है और वे अपने मूलभूत अधिकारों से वंचित हैं। उनके अधिकारों का प्रयोग पुरुष पति, पिता, भाई आदि करते हैं। महिलाएं आज भी अपने घर के कामों में ही समय बिताती है। अपने कार्यकाल के दौरान स्थानीय जनता से परिचित भी नहीं हो पाती है। जब तक महिलाओं की आवाज नहीं सुनी जाएगी और महिलाओं को कर्तव्य पालन के लिए स्वतंत्र अवसर नहीं दिया जाएगा, तब तक लोकतंत्र नहीं हो सकता। शारदा चौधरी ने कहा कि सारे सरकारी मुख्यालय पर इस कानून को सख्ती से लागू करवाए और प्रशासन को दिशा निर्देश दे ताकि महिला प्रतिनिधि अपने कर्तव्य का निर्वहन अपने तरीके से कर सके।