जोधपुर, शहर में मुहर्रम की 10 तारीख को आज शहीदे करबला के जांनिशांरों को याद कर खिराज़ ऐ अकीदत पेश की गई। जिला प्रवक्ता नदिम बक्ष ने बताया आज चाँद की 10 तारीख को खास मुहर्रम दिन होता है। जिसमे हजरते इमाम हुसैन व तमाम करबला के शहीदों की याद में जगह-जगह छबिल, दलीम,खीर व अन्य कोई भी नियाज फातिहा खानी के हिसाब से करबला के शहीदों को शबाब ए जरीया पहुंचाया जाता है। आज मुहर्रम का खास दिन के रूप में मनाया जाता है। जोधपुर के तमाम मुहर्रम के लाईसेंसदारों ने सामूहिक तौर पर कोरोना गाइड लाइन का पालन करते हुए।

इमाम बाड़े के आस पास ही रस्म अदा की। मुहर्रम एकता कमेटी के अघ्यक्ष उस्ताद हाजी हमीम बक्ष ने बताया कि शहीदे करबला के जांनिशांरों को याद कर खिराज़ ऐ अकीदत पेश की। चांद की 10 तारीख को योमे अशूरा के रूप मे याद किया जाता है। जिसमे रोजा रखकर करबला के शहीदों के लिए दुआएं मगफिरत की जाती हैं।

मौके पर जहाँ रस्म के बाद आली मकाम हजरत इमाम हुसैन की शहादत की याद में जंग ऐ करबला के जांनिशारों को ताजा कर इमान की रोशनी फैलाई और हक पर चलने व मजलूमों की मदद करने की बात कही। सभी मुहर्रम लाईसेंसदारों ने सरकार के आदेशानुसार कोरोना गाइड लाइन की पालना करने के साथ ही खास मुहर्रम के दिन को अकीदत एव एहतराम के साथ अदा की गई। सभी मुहर्रम के रिति रिवाज के साथ ही मुहर्रम आज रात को इमाम बाड़े में हर साल की तरह इस साल भी रख दिये जाएंगे। इसी के तहत 23 अगस्त को फूल प्याला की रस्म अदा की जायेगी।

इनका रहा सहयोग

उस्ताद हाजी हमीम बक्ष, उस्ताद सुबराती खान, उस्ताद रफिक कुरेसी, उस्ताद अ वहीद, अ गनी फोजदार, अजीज पठान, मो.अशरफ (राजू ), मो रईस,फिरोज खान, डॉ मो.इमरान, अमजद बक्ष, फारूक सोलंकी,उमर सामरिया, रईसबक्ष, नदीम बक्ष, मोसीन शेख, साकीर शेख, मो एजाज व सभी सदस्य उपस्थित थे।

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