जोधपुर, प्रति वर्ष निःशुल्क शिविर आयोजित करने वाली मोहिनी योग संस्थान द्वारा इस वर्ष वैश्विक महामारी कोरोना के कारण सार्वजनिक स्थल पर शिविर आयोजित नहीं कर एक माह का निःशुल्क वर्चुअल योग शिविर आयोजित किया जा रहा है। संस्थान प्रमुख मुक्ता माथुर ने बताया कि 21 मई को प्रारंभ हुए इस शिविर का समापन अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर 21 जून को होगा।
कोरोना काल में स्वस्थ शरीर का महत्वत सबको समझ आ गया और इसके प्रति जागरूकता बढ़ी है। लोगों का योग के माध्यम से शरीर को स्वस्थ रखने के प्रति प्रयास के कारण इस शिविर में भारत के कोने-कोने के अतिरिक्त विश्व के विभिन्न देशों से कुल 452 लोग जुड़क़र योग शिविर का लाभ उठा रहे हैं।
इस वर्चुअल योग शिविर में योग की बारीकियों को सरल तरीके से समझाया जा रहा है। भिन्न-भिन्न उम्र के लोगों के लिए भिन्न-भिन्न क्रियाओं को बताया जा रहा है। योग करने वाले प्रतिभागियों का मनोबल बढ़ाने, सांस्कृतिक योग का महत्व बताने के लिए गुरुवार को राजस्थान उच्च न्यायालय के जस्टिस विनीत माथुर, रस्थानीय निकाय के उप निदेशक दलबीर ढढढ़ा, विश्व हिंदू परिषद के प्रांतीय अध्यक्ष डॉक्टर राम गोयल, उम्मेद क्लब के सचिव चंचलराज भंसाली, समाज सेवी सुरेश राठी, कायस्थ जनरल सभा अध्यक्ष नरेश माथुर ने संबोधित किया।
ये भी पढ़े – आर्थिक रूप से कमजोर कलाकारों को 5 हजार रूपए की आर्थिक सहायता
राजस्थान उच्च न्यायालय के न्यायाधीश विनीत माथुर ने कहा कि मन, मस्तिस्क और शरीर को स्वस्थ और एकाग्रचित रखने में योग का बहुत महत्व है। दलबीर ढड्ढा ने योग की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि वर्तमान समय में लंबे चौड़े क्षेत्र में कोरोना संबंधित प्रशासनिक दायित्व को बिना संक्रमित हुए सफलता पूर्वक निर्वाह कर सके। इसका सारा श्रेय योग को जाता है। कमला नगर चिकित्सालय के संस्थापक डॉक्टर राम गोयल ने कहा कि स्वस्थ जीवन के लिए योग का बहुत महत्व है। नियमित योग करने से शरीर की प्रतिरोधक क्षमता तंत्र मजबूत होती है। स्वयं भी नियमित रूप से योग करते हैं।