ईर्ष्या में जल्लाद बन बैठी मौसियां अंधविश्वास के चलते 18 दिन के नवजात की निर्मम हत्या

  • हाथ-पांव तोड़े
  • गला दबाकर मारा
  • पुलिस ने चार मौसियों को किया गिरफ्तार
  • जादू टोने का रूप देने की कोशिश

जोधपुर(दूरदृष्टीन्यूज),ईर्ष्या में जल्लाद बन बैठी मौसियां अंधविश्वास के चलते 18 दिन के नवजात की निर्मम हत्या। शहर के एयरपोर्ट थाना क्षेत्र में 18 दिन के एक नवजात की निर्मम हत्या का मामला सामने आया है। आरोप है कि उसकी चार मौसियों ने अंधविश्वास के चलते नवजात की हत्या कर दी। ईर्ष्या व जलन की वजह से चारों मौसियां मां के पास सो रहे भांजे को दूसरे कमरे में ले गई और गला घोंटने के बाद जमीन पर पटक-पटककर मार डाला। भाई ने देखा तो बहनों को रोकने की कोशिश की,लेकिन वो नहीं मानीं। उसने वारदात का वीडियो भी बनाया।आरोपी मौसियों ने जादू-टोने का रूप देने के लिए मृतक के शरीर पर हल्दी भी लगाई। हत्या का मामला दर्ज कर चारों बहनों को गिरफ्तार किया गया है।

एयरपोर्ट थानाधिकारी रामकृष्ण तड़ा ने बताया कि बनाड़ रोड पर गुजरावास में सांसियों की ढाणी निवासी पूनाराम सांसी के गत 24 अक्टूबर को बेटा हुआ था। पत्नी सुमन अपने नवजात पुत्र के साथ बग्गी खाना रोड पर नेहरू कॉलोनी सांसी बस्ती स्थित पीहर में रह रही है। शनिवार तडक़े 3.30 बजे सभी घर में सोए हुए थे। आरोपी मंजू, गीता,ममता व रामेश्वरी पत्नी राजूराम सांसी उठी और कमरे में सो रही सुमन के पास से बच्चे को दूसरे कमरे में ले गईं,जहां चारों ने पहले उसका गला घोटा। वे यहीं नहीं रुकी और नवजात को फर्श पर पटकना शुरू कर दिया। उसके गुप्तांग भी खींचे गए।

हो-हल्ला सुन मकान में सोया भाई आया और चारों बहनों को रोकने लगा,लेकिन बहनें नहीं मानीं। मासूम को मारकर चारों बाहर आ गईं।
मकान में शोर-शराबा होने से मां सुमन जागी। मासूम बेटा पास न पाकर चौंक गई। कमरा बाहर से बंद था। जैसे-तैसे वह बाहर आई तो दूसरे कमरे में बेटे की हालत देख चौंक गईं। उसने तुरंत पति को फोन कर कहा कि चारों बहनों ने उसके बेटे को मार दिया। वह रोने बिलखने लगी। फिर उसे लेकर महात्मा गांधी अस्पताल पहुंची लेकिन डॉक्टर ने उसे मृत घोषित किया।

चोरी की एंबुलेंस में डोडा-पोस्त की तस्करी दो तस्कर गिरफ्तार

सुबह 5.30 बजे पुलिस को सूचित किया गया। पुलिस उपायुक्त (पूर्व) शहीन सी,आईपीएस सहायक पुलिस आयुक्त (पूर्व) प्रतीकसिंह, एडीसीपी वीरेन्द्र सिंह राठौड़, थानाधिकारी रामकृष्ण ताडा मौके पर पहुंचे। एफएसएल बुलाकर साक्ष्य संकलित करवाए गए। आरोपी बहनों को मौके से पकड़ लिया गया। मजदूरी करने वाले मृतक के पिता पूनाराम ने चार सालियों के खिलाफ हत्या की एफआईआर दर्ज कराई है।

अविवाहित व बहन के दूसरा बेटा होने से ईर्ष्या
नेहरू कॉलोनी निवासी हीरालाल सांसी एयरफोर्स दिल्ली में कार्यरत हैं,उसके सात बेटियां हैं। सुमन व रामेश्वरी शादीशुदा हैं,लेकिन रामेश्वरी पीहर में ही रह रही है। सुमन के छह साल का एक और बेटा भी है। अब दूसरी संतान भी बेटा हुआ था। शादी न होने व सुमन के दूसरा बेटा होने से मंजू,गीता,ममता और रामेश्वरी ईर्ष्या करने लगी थी। इन्हें पिता की सम्पत्ति न मिलने का भी अंदेशा था।
इसी के चलते चारों ने नवजात की हत्या की। थानाधिकारी ने बताया कि नेहरू कॉलोनी निवासी मंजू (22), गीता (25), ममता (22) व मूलत: गुजरावास सांसी बस्ती हाल नेहरू कॉलोनी निवासी रामेश्वरी (27) पत्नी राजूराम सांसी को गिरफ्तार किया।

जादू-टोने व तंत्र मंत्र का रूप देने का प्रयास 
ईर्ष्या व जलन की वजह से ही चारों बहनें तंत्र-मंत्र में भी लिप्त थीं। दोनों लम्बे समय से जादू टोना कर रही थी। खुद के बचाव में हत्या के बाद नवजात के शरीर पर हल्दी लगाकर जादू टोने का रूप देने का प्रयास भी किया गया था। इस घटना का एक वीडियो भी सामने आया है जिसमें सुमन की बड़ी बहन बच्चे को गोद में लेकर बैठी है। इस दौरान वह कुछ मंत्र भी पढ़ती नजर आ रही है। उसके चारों तरफ हरे मूंग बिखरे हुए हैं। अन्य बहनें भी मंत्र का उच्चारण कर रही हैं।

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