देश के 50.07% ग्रामीण परिवारों तक पहुंचा नल से जल
- जल जीवन मिशन ने पार किया एक और मील का पत्थर
- केंद्रीय जलशक्ति मंत्री शेखावत बोले-सच है, मोदी है तो मुमकिन है
नई दिल्ली/जयपुर, जल जीवन मिशन ने एक और मील का पत्थर पार कर लिया। बुधवार को देश के 50.07% ग्रामीण परिवारों को नल कनेक्शन मिल गया। केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने ट्वीट कर यह जानकारी दी। शेखावत ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीजी ने जल को जीवन के साथ-साथ एक मिशन भी निरूपित किया था। जल जीवन मिशन के राष्ट्रव्यापी संकल्प से तीन साल से भी कम समय में नल से हर घर जल का आंकड़ा 3.23 करोड़ से 9.57 करोड़ पर पहुंच गया। अब देश के 50 प्रतिशत से अधिक ग्रामीण परिवारों के पास नल कनेक्शन है। उन्होंने कहा कि सच है, मोदी है तो मुमकिन है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त, 2019 को लालकिले की प्राचीर से जल जीवन मिशन की घोषणा की थी। उन्होंने वर्ष 2024 तक देश के सभी 19.32 करोड़ ग्रामीण परिवारों को नल से शुद्ध जल की आपूर्ति सुनिश्चित करने का लक्ष्य निर्धारित किया। जल जीवन मिशन की घोषणा के समय देश में 3.23 करोड़ ग्रामीण आवासों में नल से जल की आपूर्ति हो रही थी।
उन्होंने कहा कि मिशन शुरू होने के चंद महीने बाद कोरोना महामारी की चुनौती आ खड़ी हुई। इसके बावजूद तीन साल से कम समय में देश के 6.34 करोड़ से अधिक ग्रामीण परिवारों में नल से जल की आपूर्ति सुनिश्चित कर दी गई है।
गोवा, तेलंगाना समेत कई राज्यों में 100% नल कनेक्शन
शेखावत ने कहा कि गोवा, तेलंगाना, हरियाणा,अंडमान और निकाबार द्वीप समूह,पुडुचेरी,दमन व दीव और दादरा नगर हवेली ऐसे राज्य और केंद्र शासित प्रदेश हैं,जहां 100% कनेक्शन लगाए जा चुके हैं। गुजरात, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, बिहार में 90% से अधिक ग्रामीण आवासों को नल कनेक्शन से जोड़ा जा चुका है। सिक्कम में 85% महाराष्ट्र, मणिपुर, अरुणाचल प्रदेश,मिजोरम,उत्तराखंड, आंध्रप्रदेश,जम्मू-कश्मीर, त्रिपुरा और कर्नाटक में 50% से अधिक ग्रामीण घरों में नल से जल पहुंचने लगा है।
लद्दाख की दुर्गम पहाड़ियों पर भी पहुंचा नल से जल
लद्दाख, हिमाचल, उत्तराखंड और पूर्वोत्तर की दुर्गम पहाड़ियों तक नल से जल पहुंच चुका है। केंद्रीय मंत्री शेखावत ने दो दिन पहले सोशल मीडिया पर लद्दाख का वीडियो शेयर किया था, जिसमें सुदूर पहाड़ी इलाकों में खच्चरों पर लादकर पानी की पाइप और अन्य जरूरी साजो-सामान पहुंचाया जा रहा था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने मन की बात कार्यक्रम में जल जीवन मिशन की महत्ता और सफलता का कई बार जिक्र कर चुके हैं।
राजस्थान में मिशन की गति बेहद धीमी
राजस्थान में जल जीवन मिशन की गति बेहद धीमी है। राज्य में 24.05% ग्रामीण परिवारों तक ही नल से जल पहुंचाया जा सका है। जब मिशन की शुरुआत हुई थी,तब 11.11% ग्रामीण आवास नल कनेक्शन से जुड़े थे। केंद्रीय मंत्री शेखावत ने हाल में बताया था कि राजस्थान काम की गति के हिसाब से 33 प्रदेशों में 32वें और ओवरऑल कवरेज में 29वें नंबर पर है। शुरुआत के दो साल राजस्थान सरकार आपसी खींचातान में लगी रही और व्यर्थ कर दिए। 4 या 5 तो सचिव बदल दिए गए। यहां भौगोलिक परिस्थितियां ज्यादा हैं, जिसके चलते जिस गति से काम करना चाहिए था, वो हुआ नहीं, जबकि राज्य को 27 हजार करोड़ रुपए अब तक आवंटित किए जा चुके हैं।
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