“हिंदी शब्द का बढ़ाएं ज्ञान, जिज्ञासा का करें समाधान”
लेखक:- पार्थसारथि थपलियाल
जिज्ञासा:- विनोद कुमार की जिज्ञासा है प्रख्यात और विख्यात में क्या अंतर है?
समाधान
संस्कृत भाषा मे एक धातु है-“ख्या” इस धातु से बनने वाले शब्दों का उपयोग कहना, विस्तार देना, प्रसिद्ध होना और घोषणा करना होता है। व्याख्या,व्याख्यान,आख्यान,उपाख्यान,ख्यात,ख्याति,विख्यात,सुविख्यात, प्रख्यात और कुख्यात आदि शब्द “ख्या” धातु से बने हैं।
समाज में कुछ लोग ऐसे होते हैं जिनकी चर्चा अक्सर होती रहती है। कुछ लोगों की चर्चा अच्छे कामों की वजह से होती है, कुछ लोग विचित्र कारनामों की वजह से, समाज सेवा के कारण, सदाचरण के कारण यहां तक कि नालायक किस्म के कामों को करने से और धूर्त आचरण से भी नाम फैलता है। किसी व्यक्ति का नाम डकैती,लूटमारी और असभ्य व्यवहार के कारण भी समाज में चर्चा का विषय बना रहता है। क्या ये सभी लोग समाज में सम्मान के योग्य माने जाएंगे? नही।
किसी व्यक्ति ने कोई बड़ी उपलब्धि प्राप्त की और उसका नाम प्रसिद्ध हुआ, लोग उस पर गौरव करते हैं। उसको स्वयं से जोड़ने या अपनी सद्भावना के योग्य मानते हैं। समाज उसकी बात सुनता है और उसे अपना मानता है। वह ख्याति प्राप्त हो गया।
व्यक्ति की सामान्य प्रसिद्धि ख्याति कहलाई जाती है। वही व्यक्ति निरंतर अच्छे काम करता रहे और किसी बड़े मंच पर अथवा राज्य या राष्ट्रीय स्तर पर व्यक्ति की प्रसिद्धि को मान्यता मिले तो उसकी कीर्ति बढती है और वह विख्यात हो जाता है। विख्यात का अर्थ है विशेष प्रसिद्धि। जैसे स्वर्गीय सुन्दरलाल बहुगुणा ने अपने आरंभिक दिनों में सर्वोदयी कार्यकर्ता के रूप में काम शुरू किया तो समाज में उन्हें ख्याति मिली।
1974 में उत्तराखंड में जंगलों की कटाई रोकने के लिए चलाए गए चिपको आंदोलन ने उन्हें विख्यात बना दिया। वे पर्यावरण संरक्षण के लिए अनेक देशों में गए। दुनिया ने उनकी बात सुनी। दुनियाभर के लोग उन्हें जानने लगे। उन्हें जमुनालाल बजाज पुरुस्कार मिला, पद्म विभूषण पुरस्कार से अलंकृत हुए। उनकी ख्याति अत्यधिक बढ गई, वे सुविख्यात पर्यावरणविद बन गए। और यही ख्याति उनको जन-जन से जोड़ती, गई लोग मानते हैं वे प्रख्यात प्रकृति प्रेमी, पर्यावरणविद और धरती के प्रति चेतना प्रदाता थे।
आजकल बॉलीवुड के सितारों के लिए एक शब्द का प्रयोग होता है सेलिब्रिटी। प्रसिद्धि मिलने के कारण यह वर्ग भी ख्याति प्राप्त करता है, उसे भी विख्यात ही कहते हैं। विख्यात व्यक्ति ने अपने सदकर्मो से जनता में अपना स्थान लोकप्रिय बनाया हो तो कहने वाले उस व्यक्ति को सुविख्यात भी कहते हैं जैसे सुविख्यात ओडिसी नृत्यांगना सोनल मान सिंह, सुविख्यात पर्यावरण कार्यकर्ता चंडी प्रसाद भट्ट।
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एक अन्य शब्द है प्रख्यात। इस श्रेणी में वे लोग आते है जो कार्य विशेष के क्षेत्र में अति विख्यात हों। कार्य विशेष के कारण प्रसिद्धि में श्रेष्ठ। कुछ उदाहरणों से बात अधिक सरल होगी। प्रख्यात शहनाई वादक बिस्मिल्लाह खान, प्रख्यात ख़याल गायक पंडित जसराज, प्रख्यात आलोचक डॉ. नामवर सिंह, प्रख्यात वैज्ञानिक होमी जहांगीर भाभा, प्रख्यात पत्रकारिता और संचार गुरु प्रो. बृजकिशोर कुठियाला, प्रख्यात क्रिकेट खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर, प्रख्यात गायिका लता मंगेशकर, प्रख्यात पर्वतारोही बछेन्द्रपाल आदि।
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एक और उदाहरण देखें टीवी कलाकार सुगंधा को प्रख्यात गायिका लता मंगेशकर की मिमिक्री करने से ख्याति मिली। प्रख्यात को प्रसिद्धि के मायने में श्रेष्ठ माना जाता है।
अंत में उसकी भी चर्चा कर लें जिसका नाम तो है लेकिन बदनाम है। समाज में किसी भी प्रकार के अनैतिक व्यवहार,अत्याचार, दुर्व्यवहार,दुराचार,व्यभिचार,मर्यादाओं के उल्लंघन आदि करने के कारण जिनका नाम लोग जानते हैं उन्हें बदनाम या कुख्यात कहते हैं।
‘यदि आपको भी हिंदी शब्दों की व्याख्या व शब्दार्थ की जानकारी चाहिए तो अपना “प्रश्न शब्द संदर्भ”में पूछ सकते हैं।’