सतत कीट प्रबंधन पर कार्यशाला आयोजित

आफरी में सतत कीट प्रबंधन हेतु वृक्षों के तैलीय बीजों एवं पौधों से प्राप्त पर्यावरण हितैषी जैव कीटनाशक कार्यशाला में दिया प्रशिक्षण

जोधपुर(डीडीन्यूज),सतत कीट प्रबंधन पर कार्यशाला आयोजित।
भावाअशिप-शुष्क वन अनुसंधान संस्थान,(आफरी) जोधपुर द्वारा AICRP-20 परियोजना के अंतर्गत सतत कीट प्रबंधन के लिए वृक्षों के तैलीय बीजों एवं पौधों से प्राप्त पर्यावरण हितैषी जैव कीटनाशक विषय पर किसान,विधार्थियों लाचू मेमोरियल कॉलेज एवं कृषि विश्वविद्यालय,जोधपुर एवं वन विभाग के कुल 23 सदस्यों का एक दिवसीय प्रशिक्षण का आयोजन हुआ।

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इस उद्घाटन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि डॉ,बीके त्यागी,निदेशक, आईसीएमआर-सीआरएमई ने कहा कि वनों के ह्रास से जल संग्रहण में आये परिवर्तन से फ़ैली कीट जनित बीमारियों के पेस्ट नियंत्रण प्रबंधन द्वारा संभव है।

आफरी,निदेशक डॉ.तरुण कान्त ने अपने स्वागत उद्बोधन में जैविक उर्वरको के उपयोगिता पर प्रकाश डालते हुए इसे आज की आवश्यकता बताया। डॉ.संगीता सिंह,समूह समन्वक (शोध) ने प्रशिक्षण कार्यक्रम का परिचय दिया। इस अवसर पर अतिथियों ने प्रशिक्षण मैनुअल एवं रिसर्च पेम्फलेट का विमोचन किया।

प्रशिक्षण कार्यक्रम के पाठ्यक्रम निदेशक डॉ.शिवानी भटनागर सहित तकनीकी सत्र में डॉ,बीके त्यागी,डॉ. तन्मय भोई,वैज्ञानिक-सी एवं सौरव बाघ,वैज्ञानिक- बी विषय विशेषज्ञों द्वारा विभिन्न विषयों पर व्याख्यान दिए गये। कार्यक्रम में प्रतिभागियों को प्रयोगशाला भ्रमण एवं प्रायोगिक प्रशिक्षण के साथ प्रशस्ति पत्र प्रदान किये गए। प्रतिभागियों ने इस प्रशिक्षण को उनके कार्य क्षेत्र के लिए उपयोगी बताया।

भावना शर्मा,प्रभागाध्यक्ष व.पारि. जप,रमेश बिश्नोई,भावसे, प्रभागाध्यक्ष विस्तार,विकास अरोडा, प्रभागाध्यक्षएसएफएम,डॉ शिवानी भटनागर प्रभागाध्यक्षा वन संरक्षण प्रभाग एवं डॉ.देशा मीणा, प्रभागाध्यक्षा जीटीआई उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन अजय वशिष्ठ एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ.नीलम वर्मा ने किया।