वन्यजीव प्रेमियों ने प्रदर्शन कर मुख्य वन संरक्षक को सौंपा ज्ञापन

सात दिन में रेस्क्यू व्यवस्था व वन्यजीवों की सुरक्षा सुचारू नहीं होने पर बड़े आन्दोलन की चेतावनी

जोधपुर,बरसात के मौसम में जिले की 12 रेंज में श्वान हमलों व तारबंदी के कारण घायल होकर इलाज के अभाव में हो रही वन्यजीवों की मौतों को रोकने व सुरक्षा को लेकर सोमवार को जोधपुर स्थित वन भवन में बिश्नोई टाईगर्स वन्य एवं पर्यावरण संस्थान बिश्नोई टाईगर फोर्स के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया। उन्होंने वन्यजीव प्रभाग मुख्य वन संरक्षक हनुमानराम चौधरी व वन मंडल के वन संरक्षक बेगाराम जाट को 11 सूत्री ज्ञापन सौंपा।

ज्ञापन में कहा कि वन्यजीव प्रभाग में 2007 के बाद से घायल हिरणों के रेस्क्यू व शिकार रोकने को लेकर बीटीएफ संस्थान द्वारा दिया गया वाहन व एक सरकारी वाहन वर्तमान समय जर्जर हालात में है। जो रेस्क्यू के समय बीच रास्ते में खराब होते जा रहे हैं जिसके कारण वन्यजीवों की मौतें हो रही हैं। इसके साथ वन मंडल बिलाड़ा व भोपालगढ़ में संसाधनों की कमी व वनकर्मियों की लापरवाही के चलते हर दिन हिरणों की मौतें होना चिंता का विषय है। जिले की 12 रेंज में मात्र 2 क्षेत्रीय वन अधिकारी हैं।

बिलाड़ा में 5 हजार हेक्टर वन भूमि, दो पंचायत समिति के लगभग 60 से ज्यादा ग्राम पंचायत में रेस्क्यू कार्य  बिना रेंजर के 15 कर्मचारीयों के भरोसे चल रहा है। जिसमें से अधिकांश चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी हैं।
इसी तरह राजनैतिक प्रभाव के चलते लूणी क्षेत्र में 360 हेक्टर वन भूमि के बावजूद करीब 36 से ज़्यादा वन कर्मी लगे हुए हैं जो आवश्यकता से अधिक हैं।

इसी तरह शेरगढ़ में 180 हेक्टेयर वन भूमि पर 40 से ज्यादा वनकर्मी लगे हुए हैं जो आवश्यकता से अधिक वनकर्मी है। वन मंडल में 8 से ज्यादा वनकर्मी नियम विरुद्ध मंत्रालयिक संवर्ग का कार्य के नाम से उपस्थिति दर्ज की जा रही है लेकिन वन्यजीव बाहुल्य क्षेत्रों विभिन्न अव्यवस्थाओं को लेकर वन्यजीव प्रेमियों ने प्रदर्शन के दौरान वन अधिकारियों के समक्ष नाराजगी जताई है। इसी तरह भोपालगढ़, ओसियां,फलोदी आदि रेस्क्यू स्टाफ व संबंधित रेस्क्यू वार्डों में पशु चिकित्सकों व नर्सिंगकर्मियों की कमी व सामंजस्य नहीं होने के कारण  इलाज के अभाव में दम तोड़ रहे हैं।

जोधपुर वन विभाग की वन भूमि पर अतिक्रमण हटाने की स्पष्ट कार्य योजना के अभाव में रावटी क्षेत्र में वनकर्मियों की मिलीभगत से अवैध अतिक्रमण कर कॉलोनियां काटी जा रही हैं। इसकी निष्पक्ष जांच कर अतिक्रमण हटाने की मांग की गई है।

वन्यजीव संरक्षण को लेकर रात्रि गश्त से शिकार रोकने सहित हरे वृक्षों की कटाई के साथ अवैध परिवहन सहित आरा मशीनों की जांच की मांग की गई है। प्रदर्शन के दौरान सात दिन में व्यवस्था सुचारू नहीं होने पर बड़े आन्दोलन की चेतावनी दी है।

प्रदर्शन के दौरान संस्थान अध्यक्ष रामपाल भवाद,संगठन मंत्री ओम प्रकाश लोल,उपाध्यक्ष रामनिवास धोरू,बिराणी सरपंच श्यामलाल भादू, ओमप्रकाश सोपड़ा,जिला महासचिव भरत खेड़ी,जिला सचिव इन्द्रजीत गीला,घेवरराम खेजड़ली,फलोदी उपाध्यक्ष मुकेश खारा,अशोक लभुवाणी,रामनारायण जांगू,दिनेश भवाद बिलाड़ा प्रभारी राजेश सारण, दिनेश हिंगोली,रामदीन नैण, मनीष भाम्बु आदि कार्यकर्ता मौजूद थे।

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