- केंद्रीय जलशक्ति मंत्री ने राज्य की बिगड़ती कानून-व्यवस्था पर उठाए सवाल
- लगातार बढ़ रहे अपराधों के बाद भी गहलोत सरकार हाथ पर हाथ रखे बैठी
जयपुर, राज्य की बदतर होती कानून-व्यवस्था को लेकर केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने मुख्यमंत्री पर प्रहार करते हुए पूछा कि राजस्थान के बच्चे और युवा अपराधों के साये में क्यों हैं ? गहलोत सरकार लगातार बढ़ रहे अपराधों के बाद भी हाथ पर हाथ रखे क्यों बैठी है, यह समझ से परे है ?
गुरुवार को अपने बयान में शेखावत ने कहा कि रोजाना समाचार मासूमों और युवाओं पर बढ़ता अत्याचार दिखाते हैं। राजधानी जयपुर में मासूम बच्ची और युवती अमानवीयता की शिकार हुईं, भीलवाड़ा में युवक की मौत पर पुलिस ही शक के घेरे में है।
केंद्रीय मंत्री ने सवाल किया कि मुख्यमंत्री और गृहमंत्री कानून- व्यवस्था में सुधार के लिए क्या कर रहे हैं? जनता तो क्या जनप्रतिनिधियों को भी इसकी जानकारी नहीं है। राज्य सरकार के इन दो सबसे महत्वपूर्ण प्रतिनिधियों को पता होना चाहिए कि जिन घटनाओं की वे अनदेखी कर रहे हैं, उनकी वजह से लोग अपने बच्चों को घर से बाहर भेजने में डरने लगे हैं।
राजस्थान को अब अपराधियों से सुरक्षित राज्य नहीं कहा जा सकता। अपराधी तभी बैखौफ़ होते हैं, जब पुलिस-प्रशासन की कमजोरी उन्हें पता हो। उन्होंने कहा कि ये राज्य सरकार का काम है कि पुलिस की ढिलाई का कारण वो तलाशे। जानने की कोशिश करे कि क्यों सामाजिक वातावरण में नकारात्मकता बढ़ रही है? उन्होंने कटाक्ष किया कि सैकड़ों शिकायतों के बाद भी सरकार इस ओर उदासीन लगती है।
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