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  • चीन आज पीछे जाने को मजबूर हो गया, यह हमारी परिवर्तन और बदलती हुई ताकत है
  • शेखावत ने किया अमर शहीद मनोहर सिंह पीलवा की प्रतिमा का अनावरण

जोधपुर,पीलवा संसदीय क्षेत्र के दो दिवसीय प्रवास के दौरान केन्द्रीय जलशक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने गुरूवार को पीलवा में अमर शहीद मनोहर सिंह हिम्मत नगर पीलवा की आदम कद प्रतिमा का अनावरण किया।

Veer Saput is our source of inspiration - Shekhawat


बड़ी संख्या में ग्रामीणों की मौजूदगी में केन्द्रीय मंत्री शेखावत ने शहीद की वीरांगना का आशीर्वाद प्राप्त करके और शॉल ओढ़ाकर सम्मान किया। सम्मान समारोह में सैनिक कल्याण बोर्ड राजस्थान के पूर्व अध्यक्ष प्रेम सिंह बाजोर मौजूद थे।

जोधपुर भाजपा संभाग मीडिया प्रमुख अचल सिंह मेड़तिया ने बताया कि शेखावत ने आज पीलवा गांव के अमर शहीद मनोहर सिंह की प्रतिमा का अनावरण कर उनके अनुपम बलिदान को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की। भारत-पाकिस्तान के मध्य साल 1971 में हुए युद्ध में बहादुरी से लड़ते हुए वीरगति को प्राप्त हुए शहीद मनोहर सिंह को उनके सैकड़ों ग्रामवासियों के सम्मुख यह सम्मान देना और उनके परिजनों को सम्मानित करना एक भावुक क्षण था।

विशाल कार्यक्रम में मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए शेखावत ने कहा कि वीरप्रसूता राजस्थान की धरती वीर- वीरांगनाओं को जन्म देती आई है जो अपनी मिट्टी का मान बनाए रखने के लिए अपना और अपने प्रियजनों का बलिदान देने से कभी नहीं कतराए। यह देश मनोहर सिंह जैसे वीरपुरूषों और उनके परिजनों का ऋणी है जो देश सेवा के पथ पर अनन्य बलिदान देने से पीछे नहीं हटे।

हमारे वीर सपूतों के कारण ही आज भारत समूचे विश्व में प्रतिष्ठित स्थान पर है। हमारे शास्त्रों में भी लिखा है जो कोई वीरगति को प्राप्त होता है, जिसने कालसापेक्ष में काम किया है। उसका इतिहास के पन्नों में नाम दर्ज होता है। उन्होंने कहा कि आज हम शहीद मनोहर सिंह की मूर्ति के अनावरण के दिन बात कर रहे हैं। यहां सेना से जुड़े हुए बहुत सारे लोग हैं। यहां से थोड़ी दूर पर परमवीर चक्र सेनानी का घर है। 1962 में चीन ने हमारे ऊपर हमला किया था, उसके बाद 2020 में चीन ने हमारी सीमा पर गलवान घाटी में हमला किया।

अब तक चीन हमेशा चार कदम आगे चलता था और तीन कदम पीछे हटता था। हमेशा एक कदम हमारी भूमि पर कब्जा करके रखता था, लेकिन आज मैं अभिनंदन करना चाहता हूं इस देश की सेनाओं का, देश की सीमा पर डटे हुए एक एक सैनिक का और उसके पीछे खड़ी हुई एक एक राजनीतिक ताकत का, हमारे राष्ट्रपति का, शहीद के मूर्ति के अनावरण के अवसर पर अभिनंदन करना चाहता हूं कि 58 साल के इतिहास में पहली बार चीन ने अपने कदम 100 फीसदी वापस खींचा है।

चीन की ताकत आज जब इतनी बड़ी है, आर्थिक महाशक्ति के रूप में आज अमेरिका भी चीन के सामने सीना चौड़ा करके खड़ा होने का साहस नहीं कर सकता। उस परिस्थिति में दुनिया के आधे से ज्यादा देश गलवान घाटी के मामले पर पूरी गंभीरता से देख रहे थे, दुनिया ने देखा कि भारत ने कैसे चीन को वापस जाने पर मजबूर किया। यह हमारी परिवर्तन और बदलती हुई ताकत है। पिछले 100 साल के इतिहास में पहली बार ऐसा अवसर आया है जब चीन पूरी तरह से वापस हुआ है।

चीन केवल पीछे नहीं हटा बल्कि जो इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार किए थे, उसे भी 100 फीसदी तोड़ा है। जिस घर में गांव में एक भी ऐसी मूर्ति लगी है, या जिस गांव का एक भी बच्चा सेना में नौकरी करता है, वह परिवार गलवान घाटी में चीन द्वारा वापसी की वीडियो देखकर गर्व से सीना चौड़ा जरूर करता होगा। हमारा देश बदल रहा है।

पूरी दुनिया महसूस कर रही है कि भारत बदल रहा है
केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि देश परिवर्तन के दौर से गुजर रहा है। गीता में लिखा है कि परिवर्तन नित निरंतर होता ही रहता है। अलग अलग तरीके से हर समय पर देवताओं ने ऋषियों, मुनियों ने अपने हिसाब से परिवर्तन की व्याख्या की है, लेकिन कुछ घटनाएं ऐसी आती हैं, जीवन में कुछ समय ऐसे आते हैं, जो एकदम से परिवर्तन लाते हैं। एक सफल परिवर्तन परिभाषाएं बदल देता है और एक असफल परिवर्तन अनेक पीढ़ियों को भोगना पड़ता है।

साधु महात्मा कहते हैं कि अबकी बार जो चूक गया, वह दोबारा नहीं आएगा। आज हम सब सौभाग्यशाली हैं कि हमारा देश परिवर्तन के दौर से गुजर रहा है। आज आप भी महसूस कर रहे हैं, हम भी महसूस कर रहे हैं, देख रहे हैं। पूरी दुनिया इस बात को महसूस कर रही है कि भारत बदल रहा है और इसमें हमारी क्या भूमिका हो सकती है, इस पर हमें विचार करना चाहिए।

जीवन में लक्ष्य तय कर के काम करे
उन्होने कहा कि सरकारी स्कूल में पढ़ाने वाले अध्यापक के मन में क्या भाव होता है? तनख्वाह मिलती है, स्कूल जाना है, बच्चों को पढ़ाना है। अपने बच्चों का पेट पालना है, इसलिए स्कूल जाना है। अगर वही सरकारी स्कूल का अध्यापक उस सेना के जवान की तरह ठान ले कि मैं केवल अपने बच्चों के पेट पालने के लिए नौकरी नहीं कर रहा हूं बल्कि मैं इस देश के भविष्य को बनाने का काम कर रहा हूं, तो बदलाव और तेजी से आएगा। आप अपने जीवन में लक्ष्य तय करके काम करें। बच्चों से कहना चाहता हूं कि जो किताब पढ़ रहे हैं, उसे अपने लिए नहीं, बल्कि देश की सेवा के लिए पढ़ रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जिस तरह से भारत को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में काम कर रहे हैं, आज पूरी दुनिया उसकी लोहा मान रही है।

भारत में तेजी के साथ बदलाव आया है
शेखावत ने कहा कि कोरोना काल में जब पूरी दुनिया की आर्थिक व्यवस्था ध्वस्त हो गई, तब भारत तेजी के साथ आगे बढ़ रहा था, बदलाव की दिशा में आगे बढ़ रहा था। कोरोना काल में दुनिया के संपन्न देश युद्ध लड़ रहे थे, भारत अपने सीमित संसाधनों से कोरोना से लड़ाई लड़ा। आज हिंदुस्तान में कोरोना वैक्सीन बनी है और कई देशों को इसे भेजा जा रहा है। हिंदुस्तान में सबसे सस्ती वैक्सीन बनाया। दुनिया के कई देश हमारे पीछे लाइन लगाकर वैक्सीन की मांग कर रहे हैं। आज हमने 25 देशों को मुफ्त में वैक्सीन दी है। इससे भारत की ताकत बढ़ी है और भारत में तेजी के साथ बदलाव आया है। इस बदलाव में आप सभी का बड़ा योगदान है।

किसान के कंधे पर बंदूक रखकर ओछी राजनीति कर रहे हैं
केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि कुछ ताकतें ऐसी हैं जो देश में ना तो बदलाव चाहती है ना ही देश को आगे बढ़ना पसंद करते हैं। आप लोग देख रहे हैं कि ये शक्तियां किसान बिल को लेकर देश में एक ऐसा वातावरण तैयार कर रहे हैं कि किसानों को नुकसान हो। ये ताकतें किसान के कंधे पर बंदूक रखकर अपनी राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं को हासिल करना चाहते हैं। ये लोग देश के खिलाफ षड्यंत्र रच रहे हैं। देश के किसानों का नुकसान कर रहे हैं। आज हमारी भूमिका बनती है कि देश के भीतर जो षड्यंत्रकारी लोग हैं, उनको मुंहतोड़ जवाब दिया जाए।

चावल और गेहूं में अंतर नहीं बता सकते राहुल गांधी
शेखावत ने कहा कि राहुल गांधी किसान और खेती बिल पर भाषण देते हैं। उनको गेहूं और चावल के बारे में पता ही नहीं है। यह सभी केवल अपनी राजनीतिक महत्वाकांक्षा की पूर्ति के लिए कर रहे हैं। कानून बना है किसान को सुविधा देने के लिए, कानून बना है किसान को सुरक्षा देने के लिए, कानून बना है किसानों को अवसर देने के लिए और वे कह रहे हैं कि किसानों की जमीन बिक जाएगी। मंडी बिक जाएगी। हमने बजट में कहा है कि 1000 मंडियों को 4000 करोड़ खर्च करके बेहतर करेंगे। लेकिन वे कहते हैं कि मंडिया बंद हो जाएंगी। केवल भ्रांति फैलाई जा रही है जिससे इस देश को आगे बढ़ने से रोका जा सके। भारत के बदलाव में यह लोग गतिरोध पैदा कर रहे हैं। देश से लेकर विदेश में बैठ कर षड्यंत्र रच रहे हैं। इन को बेनकाब करने की जिम्मेदारी हम सभी की है।