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स्वच्छ भारत मिशन से हर परिवार को 50 हजार की बचत

नई दिल्ली, केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने ओडीएफ प्लस की प्रगति पर सरपंचों से संवाद किया। कई राज्यों से सरपंचों ने अपने अनुभव साझा किए। शेखावत ने कहा कि खुले में शौच से मुक्ति की स्थिति हम हासिल कर चुके हैं, लेकिन यहीं ना रुकते हुए हमें देश को ओडीएफ प्लस बनाना है।

शुक्रवार को ऑनलाइन हुए संवाद कार्यक्रम में शेखावत ने कहा कि दुनिया का कोई भी देश कभी इस बात का अंदाजा नहीं लगा सकता था कि 60 प्रतिशत से अधिक ‘खुले में शौच’ करने वाले लोगों का देश, भारत इतने कम समय में ओडीएफ (खुले में शौच मुक्त) हो जाएगा। सामाजिक और आर्थिक दृष्टि से स्वच्छ भारत मिशन ने अभूतपूर्व सफलताएं हासिल की हैं। उन्होंने कहा कि ये सफलता हम सभी देशवासियों के लिए बहुत गर्व की बात है।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अब हमें ग्रामीण स्तर पर ओडीएफ की स्थिति को बनाए रखते हुए ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन (एसएलडब्ल्यूएम) और कचरे से कंचन के निर्माण की दिशा में काम करना होगा। उन्होंने कहा कि स्वच्छता अभियान से ना सिर्फ सामाजिक परिवर्तन आया है, बल्कि आर्थिक स्तर पर भी इसके परिणाम देखने को मिले हैं। बिल एंड मेलिंडा गेट्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक स्वच्छ भारत मिशन की वजह से घरेलू स्तर पर प्रति परिवार लगभग 50,000 रुपए की बचत हुई है।

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जम्मू कश्मीर की सरपंच आरिफा जान कराएंगी सोख्ता गड्ढों का निर्माण

सरपंच संवाद कार्यक्रम में जम्मू और कश्मीर से सरपंच आरिफ़ा जान ने बताया कि वह अपने गांव में तरल अपशिष्ट प्रबंधन के लिए सोख्ता गड्ढों का निर्माण कराएंगी। जम्मू और कश्मीर की ही सरपंच गीता देवी ने बताया कि जब मैं अपने गांव की सरपंच बनी तो गांव के ज्यादातर लोग खुले में शौच करने जाते थे, लेकिन हमने अपने गांव में घर-घर जाकर, स्कूलों में कार्यक्रमों का आयोजन कर और जागरुकता सत्रों को आयोजित कर ग्रामीणों को शौचालय के महत्व के बारे में समझाया।

राजस्थान के सरपंच राणोसा प्रताप ने गांव में बनाया क्वारंटीन सेंटर

राजस्थान के सरपंच राणोसा प्रताप सिंह ने बताया कि वह अपने गांव में संक्रमित लोगों को अलग जगह पर क्वारंटीन करवाते हुए उनके स्वास्थ्य का ध्यान रखते हैं। गांव के अन्य लोगों को कोरोना निषेधक व्यवहारों के प्रति जागरूक भी कर रहे हैं। ओडिशा की सरपंच संजुक्ता पडिहारी कहा कि कोरोना महामारी के बीच अपने घरों को लौटे प्रवासी मजदूरों को हमने क्वारंटीन करने की व्यवस्था की और उनको व्यक्तिगत स्वच्छता के व्यवहारों के प्रति जागरूक करते हुए महामारी के संक्रमण से बचाने का काम किया।

घर-घर जाकर साफ-सफाई के प्रति जागरूक कर रहे मप्र के सरपंच राजेश जांगिड

मध्य प्रदेश के सरपंच राजेश जांगिड ने बताया कि शहरों की तर्ज पर हमने अपने गांव को स्वच्छ और सुंदर बनाने के लिए घर-घर जाकर लोगों को साफ-सफाई के प्रति जागरूक किया। हमारे गांव में प्रत्येक घर तक कचरा गाड़ी पहुंचाकर कचरा एकत्र करने का काम किया जाता है। सिक्किम की सरपंच तोसी डोमा भूटिया ने बताया कि वह अपने गांव में एसएलडब्ल्यू एम के लिए लगातार प्रयासरत हैं। उन्होंने घर से ही कचरा पृथककरण करने लिए ग्रामीण स्तर पर लोगों को प्रशिक्षित करने का काम किया।

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