हथियारों के साथ 50 हजार के इनामी सहित दो बदमाश पकड़े
- महामंदिर पुलिस की कार्रवाई
- तीन पिस्टल व दो कारतूस बरामद
- क्रेटा कार जब्त
- हिस्ट्रीशीटर को मारने के लिए कर रहे थे प्लानिंग
जोधपुर(दूरदृष्टीन्यूज),हथियारों के साथ 50 हजार के इनामी सहित दो बदमाश पकड़े। जोधपुर कमिश्नरेट की महामंदिर पुलिस ने अवैध हथियारों को लेकर बड़ी कार्रवाई की है। पुलिस ने उदयपुर के हिस्ट्रीशीटर को उसके साथी के साथ गिरफ्तार किया है। इसमें एक बदमाश पचास हजार रुपए का इनामी है। आरोपी एक हिस्ट्रीशीटर की मर्डर की प्लानिंग कर रहे थे। आरोपियों के कब्जे से तीन पिस्टल,दो कारतूस और एक क्रेटा कार भी जब्त की गई है। पुलिस अब उनसे हथियारों को लेकर पूछताछ कर रही है।
पुलिस आयुक्त ओमप्रकाश ने बताया कि कमिश्ररेट पुलिस संगठित अपराधियों को चिन्हित करके कार्रवाई कर रही है। पुलिस को सूचना मिली थी कि कुछ आपराधिक तत्व यहां घूम रहे हैं। डीसीपी (पूर्व) पीडी नित्या की मॉनिटरिंग में इस सूचना को बीट कांस्टेबल प्रकाश ने डेवलप किया। इसके आधार पर पचास हजार के इनामी बदमाश उदयपुर निवासी हिस्ट्रीशीटर नरेश वाल्मीकि और जैसलमेर निवासी अमन वाल्मीकि को गिरफ्तार किया गया है। उनके पास से तीन पिस्टल और दो कारतूस बरामद हुए।
आरोपी नरेश के खिलाफ अलग-अलग थानों में करीब 37 मुकदमे दर्ज है। अमन के खिलाफ छह मुकदमे दर्ज हैं। इनके खिलाफ 111 की धारा लगाई गई हैं। जो संगठित अपराधियों के खिलाफ लगाई जाती है। दोनों को भदवासिया इलाके से गिरफ्तार किया गया है।
नरेश के खिलाफ 50 हजार का इनाम घोषित,श्मशान घाट में भी रहा
आरोपी नरेश के खिलाफ उदयपुर पुलिस ने 50 हजार रुपए का इनाम घोषित कर रखा था। आरोपी इसके चलते फरार चल रहा था। आरोपी आने वाले समय में उदयपुर के ही हार्डकोर अपराधी प्रवीण कसेटा की हत्या की साजिश रच रहा था।प्रवीण अंबामाता थाने का हिस्ट्रीशीटर है।
आरोपी जोधपुर में किन किन जगहों पर रहा इसकी जानकारी जुटाई जा रही है। आरोपी कुछ दिनों तक श्मशान घाट में भी रहा था। इसके चलते उसकी गतिविधियां संदिग्ध लगी तो पुलिस ने उन पर निगरानी रखना शुरू की। इसके आधार पर आरोपी को पकड़ा गया। पुलिस अब आरोपी के जोधपुर में सम्पर्को को पुलिस खंगाल रही है। आरोपियों ने पुलिस पूछताछ में बताया कि वो शादी में शामिल होने के लिए आए हैं।
एमपी से खरीदकर लाए हथियार
आरोपियों ने पुलिस को बताया कि वो मध्यप्रदेश से हथियार खरीदकर लेकर आए थे। आरोपियों ने खुद की एक गैंग बना रखी थी। इसलिए इनके खिलाफ संगठित अपराध की धाराएं लगाई गई है। फिलहाल पुलिस ने हथियारों की एफएसएल जांच के लिए भेजा है। पुलिस की ओर से बीट कांस्टेबल का नाम गैलेंट्री अवार्ड की सिफारिश के लिए भी भेजा जाएगा। इस दौरान महामंदिर थानाधिकारी देवेंद्र सिंह देवड़ा सहित टीम मौजूद थे।
