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आवश्यक खाद्य वस्तु पर जीएसटी के विरोध में तीनों मंडियों में व्यापारियों ने रखा बंद

पांच प्रतिशत जीएसटी से बिगड़ेगा घरेलु बजट

जोधपुर, आम जरूरत की खाद्य सामग्री पर जीएसटी के दायरे में लाने को लेकर प्रदेश भर में इसका विरोध शुरू हो गया है। जीएसटी दायरे में लाने से अब आम जरूरी खाद्य चीजें बहुत महंगी हो जाएगी। पहले से ही आम जनता कई करों के बोझ तले दबी है ऊपर से अब गेहूं,आटा,दाल, चावल आदि पर जीएसटी लगाने से बुरी मार पड़ती दिख रही है। इसके विरोध स्वरूप आज प्रदेश भर में मंडियों में हड़ताल रखी गई है।

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जीएसटी लगाने से आम आदमी को दो जून की रोटी मिलना भी अब मुश्किल भरा हो जाएगा। लगातार हर चीज के दाम बढऩे से पहले ही आम जनता बोझ तले दबी पड़ी है। खाद्य सामग्री गेहूं,आटा,दाल, चावल और अन्य अनाज पर पांच प्रतिशत जीएसटी लगाने के विरोध में शनिवार को जोधपुर में मंडोर मंडी संपूर्ण बंद रही, वहां पर सन्नाट पसरा रहा। केंद्र सरकार की ओर से गिर ब्रांड खाद्यान्न पर जीएसटी लगाने के विरोध में शनिवार को व्यापारियों ने मंडोर मंडी को बंद रखकर विरोध दर्ज करवाया।

दूरदराज से आने वाले लोगों को मंडी बंद होने से खासी परेशानी का सामना करना पड़ा। व्यापारियों का कहना है कि खाद्यान्न पर जीएसटी लगाकर सरकार ने मध्य में छोटे व्यापारियों के व्यापार को खत्म करने का कृत्य किया है। दरअसल केंद्र सरकार 18 जुलाई से आटा, दाल, चावल, गुड़, बाजरा, ज्वार पर 5 प्रतिशत जीएसटी लगा रही है। इसके विरोध में देशभर में खाद्यान्न से जुड़े उद्योग अपना कारोबार में व्यापार बंद रखकर इनका विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। इस कड़ी में मंडोर मंडी व्यापार संघ, जीरा मंडी व्यापार संघ के व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठान को संपूर्ण तरीके से बंद रखा है। व्यापारियों के अनुसार सरकार के फैसले से रोजमर्रा के कार्य में काम आने वाले अनाज दालें ग्राहकों को महंगा मिलेगा।

मंडोर मंडी व्यापारी संघ के अध्यक्ष राजेंद्र परिहार के मुताबिक छोटे व्यापारियों के व्यापार को खत्म करने के लिए यह अनाज व दालों पर 5 प्रतिशत जीएसटी लगाई गई है। सरकार की ओर से इस प्रकार के कर लगाने के फैसले से पूर्व में ईस्ट इंडिया कंपनी की तरह ही देश पर बहुराष्ट्रीय कंपनियां का छोटा व्यापारियो पर शिकंजा कसता जाएगा। यह जीएसटी लगने से आम आदमी से लेकर व्यापारियों तक इसका प्रभाव पड़ेगा।

मंडी में पसरा नजर आया सन्नाटा

मंडोर मंडी, बासनी कृषि मंडी और भदवासियां मंडी में शनिवार को पूरी तरह सन्नाटा देखा गया। ट्रकों में लादा गया माल भी खाली नहीं हुआ। व्यापारियों ने इसका पुरजोर विरोध दर्ज कराया है। आमआदमी पर महंगाई की दोहरी मार पडऩा इस जीएसटी को बताया है।

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