पंजाब में पकड़े गए सुभाष हत्याकांड के तीन आरोपी

-सांगरिया फायरिंग प्रकरण

-हथियार बरामद

-40 साल की रंजिश में दस लाख रुपए में सुपारी देकर करवाई थी हत्या

जोधपुर,पंजाब में पकड़े गए सुभाष हत्याकांड के तीन आरोपी। बासनी थाना क्षेत्र में 8 अक्टूबर को दिन दहाड़े आपसी रंजिश में हुए सुभाष विश्नोई हत्याकांड मामले में तीन आरोपियों को पंजाब पुलिस ने मोहाली के पास नाकाबंदी कर पकड़ लिया है। उनसे हथियार भी बरामद हुए हैं। 

जोधपुर पुलिस उन्हें प्रोडक्शन वारंट पर लेकर आएगी। आरोपियों ने पंजाब पुलिस को बताया कि वह जोधपुर में हत्या करके भागे हैं। उनके पास से दो पिस्टल के साथ आठ जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं। 

बासनी थानाधिकारी मोहम्मद शफीक खान ने पंजाब पुलिस की ओर से तीन आरोपियों के पकडऩे की पुष्टि की है। पंजाब पुलिस की पूछताछ के अनुसार जोधपुर के सांगरिया फांटा के पास सुभाष को गोली मार कर आरोपी पंजाब की ओर भागे थे। 

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इनकी पहचान मुख्य शूटर आसिफ और सुपारी लेने वाले सरदारपुरा सोजत हाल इंद्रा कॉलोनी निवासी भानु उर्फ मोनू पुत्र माणक ढोली के रूप में हुई। इनका तीसरा साथी बालोरात निवासी अनिल कुमार मदानी है। 

पंजाब पुलिस की पूछताछ में भानु ने सुभाष को मारने के लिए दस लाख रुपए की सुपारी लेने की बात कबूली है। भानु पाली आपराधिक मामले में पिछले पांच सालों से अभिरक्षा में था। इस दौरान ही भानु व सुभाष में जान पहचान हुई थी। 

हत्या के दिन भानु ने ही सुभाष की र्रैकी की थी और सुभाष को बाहर बुलाया था। भानु अनिल लेगा के संपर्क में था। उसकी एक फोटो मिली है,जिसमें वह अनिल लेगा की तस्वीर के साथ नजर आ रहा है।

रंजिश में हुई थी सुभाष की हत्या दो  परिवारों के बीच हुई रंजिश में अब तक चार हत्याएं हो चुकी हैं। इसकी शुरुआत 1970 से हुई थी, जब थानाराम व उसके साथी ने 18 जून 1970 को अनिल के दादा चतुराराम लेगा की हत्या की थी। तब इसका मामला महामंदिर थाने में दर्ज हुआ था, जिसको लेकर थानाराम की गिरफ्तारी भी हुई थी। 

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वर्ष 1993 में जन्मे अनिल को बड़ा होने पर पता चला कि उसके दादा की हत्या करने वाला आदमी खुला घूम रहा है,तो उसने तय किया था वह बदला लेगा। उसने 15 अगस्त 2018 को थानाराम की हत्या कर दी। इसके बाद अनिल को गांव छोडऩा पड़ा। 

वह जोधपुर में रहने लगा। इधर थानाराम के बेटे अपने पिता की हत्या का बदला लेने के लिए मौका तलाशते थे। इसी साल 18 जनवरी को अनिल अपने मित्र छात्रनेता सुनील लोल की शादी सभा में गांव आया तो थानाराम के बेटों को उस पर हमला करने का मौका मिल गया। 

सुभाष के साथ आए विष्णु ने फायरिंग की, जिसमें एक गोली अनिल के सिर में लगी, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। बताया जा रहा है कि सुभाष को मारने की सुपारी अनिल लेगा के भाई जितेंद्र ने दी है। पुलिस उसकी भी तलाश कर रही है।

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