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जोधपुर की सड़कों में गड्ढे हैं या गड्ढों में सड़क है

रिपोर्ट-शिवानी माथुर

जोधपुर,जोधपुर की सड़कों में गड्ढे हैं या गड्ढों में सड़क है। शहर में लोग जिधर भी जाते हैं टूटी-बिखरी सड़कों को देख अनायास ही जुबां से यही वाक्य निकलता है। बारिश के इंतजार में हर कोई आंख लगाए बैठा है,जैसे ही आसमान में बादल उमड़ने लगते हैं,बारिश के कयास शुरू हो जाते हैं। इतना ही नहीं खुशनुमा मौसम होते ही लोगों के घरों के मेनू तक बदल जाते हैं लेकिन बारिश आने और मौसम सुहाना होने के तुरंत बाद शहर की सड़कों और प्रमुख चौराहों के जो हालात हो रहे हैं उससे लगता है बारिश न हो तो ही अच्छा है। सड़क निर्माण की गुणवत्ता की पोल एक ही बारिश खोल देती है।बारिश में सड़कें दरिया बन जाती हैं यह पीड़ा अमूमन शहर का हर वाशिंदा झेलता है और कोसता है प्रशासन को,आखिर इसका जिम्मेदार है कौन?

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सड़क में गड्ढे या गड्ढे में सड़क

अभी तक तो इंद्र देव हमारे शहर में सही से मेहरबान भी नही हुए हैं, वे जमकर बरसे भी नही,तो भी शहर की अमूमन सभी सड़कें,प्रमुख चौराहों पर बड़े बड़े खड्डे देखे जा सकते हैं। इन गड्ढों से गुजरते वाहन चालक के मुख से बरबस ही निकलता है,’सड़क में गड्ढे हैं या गड्ढों में सड़क है’। ड्रेनेज सिस्टम माकूल नही होने से बारिश का पानी जमा हो जाने से घटिया निर्माण की पोल खुल जाती है। शहर के पांचवी रोड,बारहवीं रोड,बी रोड सभी सड़कों का हाल बेहाल है। पांचवी रोड पर तो बारिश के कारण सड़क इतनी टूट गई है कि यातायात पुलिस ने बैरिकेट लगा रखा है, ताकि कोई वाहन तेज रफ़्तार में वहाँ से न गुजरे और कोई अनहोनी न हो जाए। सावधानी बरतने के बाद भी कई जगह दुपहिया वाहन चालक गिर-पड़ चुके हैं। बी रोड पर टूटी और बिखरी पड़ी सड़क को सही करने के लिए मिट्टी और छोटे छोटे कंक्रीट डालकर खानापूर्ति की जा रही है। बारवीं रोड से पांचवी रोड आने वाले मार्ग, बॉम्बे मोटर चौराहा,प्रतापनगर,शात्री नगर, सिटी के प्रमुख इलाके,चौपासनी हाउसिंग बोर्ड सब जगह यही हालात है।

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डामर में भी मिलावट

अपने काम में माहिर शहर के इंजीनियर की बनाई सड़कें एक साल में ही क्यों बिखर जाती हैं? पांचवी रोड,बॉम्बे मोटर,12वीं रोड चौराहा जहां आये दिन सड़क टूटी या खड्डे दिखते है। सूत्रों के मुताबिक आधी इंटर लॉकिंग ब्रिक्स की,आधी पत्थर की और आधी डामर की सड़क बनाई जाती है तो कैसे टिकेगी ऐसी सड़कें। और डामर में तो पूरी तरह मिलावट दिखाई देती है। मुदित मेंशन का चौराहा बुरी तरह बिखरा है, वहां की सड़क हाल ही में बनी है लेकिन यह नही कह सकते कि उसकी उम्र कितनी होगी? यह तो मानसून खत्म होने पर ही पता चलेगा।

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