पांच साल से फरार चल रहा था, पुलिस लेकर आई
जोधपुर, शहर की रातानाडा पुलिस ने अपहरण बंधक बनाकर पांच लाख की फिरौती वसूली के फरार अपराधी को सूरत की एक टैक्सटाइल से गिरफ्तार किया है। वह सूरत में साडिय़ों का काम करता था। पुलिस ने प्रकरण में फरार चल इस छठें आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया है। इसमें अब सोमवार को अदालत में पेश किया जाएगा। रातानाडा थाने के एसआई दौलाराम ने बताया कि वर्ष 2015 में हैदराबाद के रहने वाले करणजीत सिंह पुत्र राजेद्र सिंह सिख लेपटॉप खरीदने के लिए जोधपुर आया था। उसके साथ तीन अन्य लोग भी थे। ये लोग एक होटल में ठहरे थे। तब केवलराम उर्फ केवलचंद प्रजापत नाम को शख्स उससे मिला था और लेपटॉप होने की बात कही थी। फिर उन लोगों को गोदाम पर चलने के लिए कहा गया था। केवलराम उर्फ केवलचंद के साथ बुधाराम, अनिल, लोकेश आदि भी थे। ये लोग सभी को अपने साथ लेकर गए। पाली जिले के चामडियाक गांव में एक मकान में बंधक बनाकर रखा और मारपीट की। फिर दस लाख की फिरौती मांगी। आखिर कार पांच लाख में सौदा तय हुआ था। बदमाशों ने खुद को लुटेरा बता कर धमकाया था। फिर जैसे तैसे सिवांची गेट पर पांच लाख रूपए पीडि़त ने दिए थे। जहां पर क रणजीत सिंह व उसके साथियों को छोड़ा जा था। मगर बाद में बिलाड़ा के रास्ते पर ले जाया गया। जहां पर बीच रास्ते करणजीत सिंह ने अपने भाई को हालात के बारे में समझाया था। फिर उसके भाई ने पाली जिला कंट्रोल रूम को सूचना दी थी। फिर शिवपुरा पुलिस ने मामला जोधपुर के रातानाडा थाने का बताया था। एसआई दौलाराम ने बताया कि घटना की जांच के बाद पांच लोगों को गिरफ्तार कर जेल भिजवा दिया गया था। मगर मामले में वांछित अपराधी पाली के चामडियाक निवासी पर्वत पुत्र बगदाराम कुम्हार फरार चल रहा था। उसक ी काफी तलाश करवाई गई मगर वो नहीं मिला। आखिरकार बीट कांस्टेबल को पता लगने पर उसके लोके शन निकाली गई। तब गुजरात में पता लगा। बाद में धीरे धीरे उसकी लोकेशन सूरत में पता लगा। इस पर उसे रविवार को पुलिस की टीम सूरत से गिरफ्तार कर जोधपुर लाई। वह सूरत में साडिय़ों की टैक्सटाइल में कार्य कर रहा था।