पैरोल से फरार चल रहे कैदी अजय पाल पर संदेह की सुई
- बंदी हत्याकांड
- हिस्ट्रीशीटर दस दिन की पुलिस अभिरक्षा में
- बेटों का सुराग ढूंढने में पुलिस का
- कई जगहों पर सर्च जारी
जोधपुर, शहर में गत दिनों रातानाडा स्थित भाटी सर्किल के पास में एक बंदी की गोली मारकर हत्या किए जाने के प्रकरण में गिरफ्तार पाली का हिस्ट्रीशीटर दस दिन की पुलिस अभिरक्षा में है। हत्याकांड में उसके दो पुत्रों के शामिल होने की संभावना के चलते पुलिस की टीमें रेंज भर में सर्च अभियान चलाए हुए हैं। इधर बताया जाता है कि पैरोल से एक बंदी फरारी काट रहा है। जो हत्याकांड का शूटर हो सकता है। हालांकि सीसीटीवी फुटेज में उसका चेहरा नजर नहीं आया है। यह बंदी अजयपाल हो सकता है। फिलहाल पुलिस को इस पर भी संदेह बना हुआ है।
रातानाडा थाने में वांछित पेरोल पर फरार अजय पाल ने कैदी सुरेश सिंह पर गोलियां चलाई ऐसा अंदेशा लगाया जा रहा है। हालांकि सीसीटीवी फुटेज में शूटर का चेहरा नजर नहीं आ रहा है लेकिन उसके दौड़ते समय हल्के लंगड़ा कर चलने से पुलिस को अजयपाल पर संदेह है। करवड़ निवासी रातानाडा थाने का वांछित अपराधी अजय पाल की कुछ समय पहले दुर्घटना हुई थी। इस कारण उसके पैर में दिक्कत होने पर वह लंगड़ाता चलता है। पुलिस अंदेशा जता रही है कि वह अजयपाल हो सकता है। पुलिस अधिकारियों ने अभी इसकी पुष्टि नहीं की है।
अजयपाल और जबर सिंह में दोस्ताना व्यवहार
बताया जाता है कि हिस्ट्रीशीटर अजय पाल करवड़ थाना क्षेत्र का रहने वाला है। इस पर कई मुकदमें चल रहे हैं। अजय पाल सिंह पेरोल पर छूटा है मगर वह अभी फरार है। वह रातानाड़ा थाने का वांछित भी है। वह जालोर के रघु का खास था लेकिन किसी मामले में दोनों की अनबन हो गई। उसके बाद अजय पाल पाली में जब्बर सिंह से जाकर मिला और उसकी गेंग में शामिल हो गया।
इसलिए भी है संदेह की सुई अजयपाल पर
जब्बर सिंह के पुत्र प्रवीण व भरत के साथ रहता है। ऐसे में पुलिस की इस मामले में अजय पाल की भूमिका पर आशंका बनी है। सूत्रों के अनुसार अजय पाल का कुछ समय पहले एक्सीडेंट होने पर वह लंगड़ा कर चलता है।
यह है मामला
उल्लेखनीय है कि गत 18 दिसम्बर को जोधपुर के रातानाडा भाटी चौराहे पर पाली से पेशी करवा कर ला रहे बंदी सुरेश सिंह पर ताबड़तोड़ फायरिंग हुई। पुलिस सुरक्षा में हत्या के मामले में पुलिस ने पाली के गुडा एंदला थाना क्षेत्र के मणिहारी निवासी हिस्ट्रीशीटर जब्बर सिह को गिरफ्तार किया है। जबर सिंह दस दिन के लिए पुलिस कस्टडी में है। उससे वारदात में शामिल अन्य लोगों के बारे में पूछताछ कर रही है। इधर, पुलिस जब्बर सिंह के दोनों पुत्र प्रवीण व भरत के भी काफी नजदीक है। हालांकि हत्या के दिन से दोनों गायब हैं और दोनों के मोबाइल भी बंद हैं।
दूरदृष्टिन्यूज़ की एप्लिकेशन अभी डाउनलोड करें – http://play.google.com/store/apps/details?id=com.digital.doordrishtinews