झोपड़े में लगी आग से दूधमुंही बच्ची जिंदा जली

जोधपुर, निकटवर्ती चाखू के चिमाणा गांव की ढाणी में आग लगने से एक साल की एक मासूम बच्ची जिंदा जल गई। बच्ची की मां उसे दूध पिलाकर खाट पर सुलाकर बकरियों को चारा डालने चली गई। थोड़ी देर में झोपड़ी पूरी तरह से आग की लपटों से घिरी हुई नजर आई। लोगों ने मौके पर पहुंच आग बुझाने का प्रयास किया, लेकिन बच्ची को बचाने में विफल रहे।

पुलिस के अनुसार चिमाणा गांव में करणाराम भील की ढाणी में उसकी पत्नी शनिवार की सुबह अपनी एक बच्ची को दूध पिलाने के बाद समीप के खेत में बकरियों को चराने चली गई। कच्चे झोपड़े में अचानक आग लग गई। बताया जाता है कि समीप जल रहे चूल्हे से निकली चिंगारियों के कारण झोपड़े में आग लग गई। घास फूस से बने झोपड़े में आग बहुत तेजी से फैली और देखते ही देखते पूरा झोपड़ा आग की चपेट में आ गया। दूर से आग की लपटों को देख करणाराम की पत्नी अपनी बच्ची को बचाने के लिए चिल्लाते हुए ढाणी की तरफ भागी। तब तक आसपास के कुछ अन्य लोग भी मौके पर पहुंच गए। बाद में एक ट्रैक्टर पर पानी की टंकी को लाकर आग पर काबू पाया गया। तब तक झोपड़े में सो रही मासूम पूरी तरह से झुलसने के कारण दम तोड़ चुकी थी। झोपड़े में रखा घरेलू सामान भी जलकर नष्ट हो गया। सूचना मिलने पर चाखू पुलिस, घंटियाली नायाब तहसीलदार रमजान खां भी मौके पर पहुंचे।

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