जीवों की सेवा में समर्पित हरिद्वार के सूर्या सिंह राणा
- जीवों के प्रति अटूट प्रेम व त्याग मिशाल बन गया
- 30 वर्षों से लगातार स्वयं के खर्च से कर रहे सेवा
रिपोर्ट- दया जोशी
हरिद्वार, मानव का सबसे बड़ा धर्म सेवा है। प्रत्येक मनुष्य को चाहिये कि वह हर प्राणीमात्र की सेवा अवश्य करे। ऐसे विचार के धनी व स्वयं पशु सेवा में समर्पित शख्स हैं धर्म नगरी हरिद्वार के सूर्या सिंह राणा। उन्हें पशुपओं की सेवा के लिए काफी सराहना मिली है। ज्वालापुर हरिद्वार निवासी सूर्य सिंह राणा को बचपन से ही पशुओं से अगाध प्रेम रहा है। वे लगातार सेवा भाव से पशु-पक्षी प्रेम में एक मिशाल कायम किये हुए हैं। दरअसल राणा को पशु प्रेम की सीख उनकी माता से विरासत में मिली है। वे अपनी मां के पशु प्रेम को देखते हुए उनके पद चिन्हों का अनुसरण कर रहे हैं।
राणा निरन्तर 30 वर्षों से पशु सेवा जुटे रहे हैं। वे सदैव घायल पशु- पक्षियों की सेवा करते हुए नजर आते हैं। घायल पशु-पक्षियों को पट्टी बाधने, उन्हें दवा देने सहित तमाम सेवा के कार्य स्वयं के खर्च से वहन करते हैं।इतना ही नही सूर्या ने स्वयं के हाथों से पशु-पक्षियों के दाना-पानी एवं भोजन के लिए रेत सीमेंट से बर्तन भी तैयार किए हैं।
सूर्या का कहना है कि हर मनुष्य को चाहिये कि वह हर प्राणीमात्र की सेवा अवश्य करे। मनुष्य का सबसे बड़ा धर्म सेवा ही है। अपने मन की पीड़ा को बयां करते हुए उन्होंने कहा कि सरकार गाय की सुरक्षा के लिए तमाम बड़े बड़े दावे करती है लेकिन आज देश में गाय सुरक्षित नहीं हैं। देश के हर व्यक्ति को चाहिये कि प्राणियों की सेवा के लिए सामने आएं।
सौम्यता,प्रेम के धनी सूर्या सिंह राणा सामाजिक कार्यकर्ता होने के साथ ही पेशे से पत्रकार हैं। सरकार को पशुओं के प्रति सेवा भाव से समर्पित ऐसे प्रेमियों के लिए आगे बढ़कर सहायता उपलब्ध की जानी चाहिए, साथ ही दान दाताओं,स्वयं सेवी संस्थाओं को भी ऐसे कार्य के लिए आगे आना चाहिए।
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