जोधपुर, शहर के मुख्य चौराहों पर ट्रेफिक लाइटस के आसपास सड़क़ के मध्य व किनारे पर बच्चों द्वारा की जा रही भिक्षावृत्ति पर अंकुश लगाने के लिए सोमवार को कार्रवाई हुई। पुलिस ने 30 बच्चों का रेस्क्यू कर उन्हें बाल संप्रेषण गृह भिजवाया। इसमें अलग-अलग थानों में छह केस भी दर्ज किए गए।

पुलिस आयुक्त जोस मोहन के आदेश के बाद उनके निर्देशों की पालना में अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त निर्मला विश्नोई ने मानव तस्करी विरोधी यूनिट प्रभारी पूर्व व पश्चिम के नेतृत्व में विशेष टीम का गठन कर शहर में भिक्षावृत्ति करने के स्थानों को चिन्हित करते हुए आज एडीसीपी निर्मला विश्नेाई के नेतृत्व में प्रभारी मानव तस्करी विरोध यूनिट पूर्व के पुुलिस निरीक्षक सुरेश पोटलिया व यूनिट पश्चिम के पुलिस निरीक्षक किशोर सिंह ने यातायात शाखा व संबंधित थानों के बाल कल्याण अधिकारियों के सहयोग से शहर के अलग-अलग स्थानों पर भिक्षावृत्ति रोकने के तहत कार्यवाही करते हुए करीब 30 बच्चों को रेस्क्यू किया है।

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छह मामले दर्ज हुए

बच्चों से भिक्षावृत्ति करवाने वालों के खिलाफ विभिन्न थानों में छह मामले दर्ज किए गए है। दो मामले सरदारपुरा व एक-एक मामला उदयमंदिर, सदर कोतवाली, रातानाडा व कुड़ी भगतासनी हाउसिंग बोर्ड थाने में दर्ज किए गए हैं। बच्चों को बाल सम्प्रेषण गृह भिजवाया गया है।

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