एम्स में 2 माह के शिशु का रेटिनोपैथी ऑफ प्रीमैच्योरिटी का सफल ऑपरेशन
जोधपुर,एम्स में 2 माह के शिशु का रेटिनोपैथी ऑफ प्रीमैच्योरिटी का सफल ऑपरेशन। राजस्थान में पहली बार एम्स जोधपुर में 1.2 किलो वजन के दो माह के शिशु की दोनों आँखों में स्टेज 4 बी रेटिनोपैथी ऑफ प्रीमैच्योरिटी (ROP) का स्क्लेरल बकलिंग सर्जरी द्वारा सफलता पूर्वक ऑपरेशन किया गया।
इसे जरूर पढ़ें – जनरल डिब्बों के यात्रियों को कतार से प्रवेश की व्यवस्था
ROP एक गंभीर नेत्र विकार है,जो समय से पहले जन्मे शिशुओं में होता है,जिसमें रेटिना का विकास बाधित हो जाता है और समय पर इलाज न हो पाने पर इस विकार के कारण नई रक्त वाहिनियों का निर्माण और रेटिनल डिटैचमेंट जैसी गंभीर समस्याएँ उत्पन्न हो सकती हैं।
इस जटिल प्रक्रिया को उत्कृष्ट कुशलता और विशेषज्ञता के साथ डॉ.कीर्ति जयसिंह और उनकी टीम द्वारा अंजाम दिया गया,जिन्होंने शिशु की दूसरी आँख का सफलता पूर्वक ऑपरेशन किया। एक सप्ताह पहले,डॉ.मंजरि टंडन और उनकी टीम ने शिशु की पहली आँख का ऑपरेशन किया था,जो सफल रहा था और अब उसके स्वास्थ्य में सुधार देखा जा रहा है।
नियोनेटोलॉजी के प्रोफेसर एवं विभागाध्यक्ष,डॉ.अरुण के.सिंह के नेतृत्व में नियोनेटोलॉजी विभाग ने ऑपरेशन के पूर्व और बाद में शिशु की स्थिरता और उसकी समग्र देखभाल में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। दोनों ऑपरेशनों के दौरान शिशु की स्थिरता बनाए रखने के लिए डॉ.मनबीर कौर और उनकी टीम ने महत्वपूर्ण एनेस्थीसिया सहयोग प्रदान किया।
यह सफलता हमारे कुशल मेडिकल टीमों के सहयोग से संभव हुई है,जो एम्स जोधपुर में उपलब्ध उन्नत देखभाल क्षमताओं को दर्शाती है।