कॉल सेंटर चलाने में दिल्ली के कुछ लोग शामिल

  • फर्जी कॉल सेंटर आईबीएस कंपनी प्रकरण
  • पुलिस की टीमें लगी गिरफ्तारी के लिए
  • आरोपी चल रहा पुलिस अभिरक्षा में

जोधपुर,कॉल सेंटर चलाने में दिल्ली के कुछ लोग शामिल।फर्जी कॉल सेंटर चलाकर लोगों को ऑन गाड़ी सर्विस प्रोवाइड कराने के नाम पर ठगी करने वाला शातिर अपराधी पुलिस अभिरक्षा में चल रहा है।अब तक की जांच में उसने दिल्ली के कुछ लोगों के नाम पुलिस को बताए हैं। जिनकी अब पुलिस तलाश में जुटी है और पुलिस की टीमें दिल्ली भेजी गई। जल्दी ही पुलिस इसमें और बड़ा खुलासा कर सकती है। बासनी पुलिस निरीक्षक जितेंद्र सिंह ने बताया कि गत 27 जनवरी को पुलिस एक कॉल सेेंटर का पर्दाफाश किया था। जहां फर्जी कॉल सेंटर चलाकर एक पुरूष और आठ युवतियोंं को हिरासत में लेकर गिरफ्तार किया गया है। कुड़ी भगतासनी में पुलिस ने यह रेड देकर खुलासा किया है। सेक्टर में चलने वाले फर्जी कॉल सेंटर आईबीएस कंपनी पर यह कार्रवाई की गई है।

यह भी पढ़ें – शॉर्ट जीप ने बाइक को मारी टक्कर, एक की मौत दूसरा घायल

पुलिस ने कॉल सेेंटर से 26 फर्जी सिम कार्ड के साथ 60 विभिन्न कंपनियों के कार्डस को बरामद किया है। साथ ही कई वाहनों के रिकॉर्ड को जब्त किया गया है जिनके मालिकों से ठगी की गई है। कुड़ी भगतासनी सेक्टर 2 श्रीजी कॉम्पलैक्स में दूसरी मंजिल में इंडियन ब्रेकडाउन सर्विस इंडिया व केबीएस नाम से फर्जी कॉल सेंटर चल रहा था। यहां पर हिरासत मेें लेकर युवतियों और एक व्यक्ति से पूछताछ में सामने आया कि अलग अलग राज्यों के वाहनों की सूचियां एवं वाहन मालिकों के नाम पते हैं। यहां पर सेंटर संचालक ने इन लोगों को सिम कार्ड उपलब्ध करवा रखे हैं। जिसके जरिए यह लोग वाहन मालिकों को मोबाइल पर कॉल करते हैं। वाहनों के बीच रास्ते खराब होने पर उन्हें सर्विस प्रोवाइड करवाते हैं। इसके लिए 3500-4000 रुपए लिए जाते थे। वाहन मालिक को फर्जी कार्ड दे दिया जाता था। वाहन मालिक को कार्ड बनाने के नाम झांसा में लेने के बाद कोरियर के जरिए कार्ड को पते पर भिजवा दिया जाता था। फिर जिस नंबर से यह लोग कॉल करते उस सिम कार्ड को बंद अथवा फेंक देते थे।

यह भी पढ़ें – युवक ने फंदा लगाकर दी जान

मुख्य आरोपी से चल रही पूछताछ
पुलिस निरीक्षक जितेंद्र सिंह राठौड़ ने बताया कि मुख्य आरोपी कुड़ी भगतासनी सेक्टर 9 निवासी मनीष लखारा पुत्र घीसूलाल लखारा को गत बुधवार को गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ में सामने आया कि वह साल भर से यह फर्जी सर्विस सेंटर चला रहा था। उसने दिल्ली के तीन चार लोगों के नाम बताए हैं। जिनकी तलाश में पुलिस की टीमों को लगाया गया है।

दूरदृष्टि न्यूज़ की एप्लीकेशन यहाँ से इनस्टॉल कीजिए – https://play.google.com/store/apps/details?id=com.digital.doordrishtinews