शीतलहर ने जनमानस को झकझोरा, खिलीं धूप में भी नहीं मिल रही राहत
- 18 के बाद मिलेगी राहत
- खेतों में खड़ी फसलों पर जम रही बर्फ की परतें
- नल होने लगे जाम
जोधपुर,उत्तर भारत के पहाड़ी और मैदानी इलाकों मेें पश्चिम विक्षोभ का असर खत्म होने के साथ बर्फबारी जारी है। जिसके चलते कड़ाके की सर्दी बनी हुई है। अब एक नया पश्चिमी विक्षोभ 18 जनवरी को सक्रिय होने के बाद शीतलहर का असर खत्म हो पाएगा। शीतलहर ने पूरे प्रदेश के लोगों को झकझोर दिया है। अलसुबह धुंध छाने के साथ खेतों में खड़ी फसलों में बर्फ की परतें जम रही है तो नलों का पानी भी जाम हो गया। शीतलहर से मारवाड़ भी कंपकंपा गया है। खड़ी फसलों मैथी, रायड़ा,मिर्ची पर पाला पडऩे की संभावना बलवती हो गई है।
सोमवार को मारवाड़ में हवा की गति धीमी रही, खिलीं धूप में भी सर्दी से लोग ठिठुरते देखे गए। अलसुबह तापमान 4 डिग्री तक रहा, सूरज चढऩे के साथ तापमान में बढ़ोत्तरी देखी गई। शीतलहर के असर से समूचे वातावरण में ठंडक होने से लोगबाग सर्दी से बचने के लिए हर जतन कर रहे है। कई जगहों पर तो दिन में भी अलाव का सहारा लिया जा रहा है।
जोधपुर शहर में आज सुबह हवा की गति मंद पड़ी मगर सर्दी का अहसास बराबर बना रहा। धूप खिलीं रही मगर सर्दी से राहत महसूस नहीं की गई।
मौसम विभाग की मानें तो आगामी 18 जनवरी से एक नया पश्चिमी विक्षोभ बनेगा जो शीतलहर को कम करेगा। तब तक दो दिन तक प्रदेश सहित मारवाड़ के हिस्सों में कड़ाके की ठंड का दौर बना रहेगा। सर्दी के चलते लोगों की दिनचर्या बुरी तरह प्रभावित हुई है।
स्कूलों मेें छुट्टी नहीं, समय परिर्वतन जारी
शीतलहर और कड़ाके की सर्दी के बीच हालांकि सरकारी और गैर सरकारी स्कूलों में अवकाश घोषित नहीं किया गया है। मगर कुछ दिन पूर्व जारी आदेश में समय परिवर्तन को आगे 18 जनवरी तक बढ़ाया गया है। सुबह की पारी के बच्चों को दस बजे बाद स्कूल बुलाया जा रहा है।
फसलों का बचाने के लिए किसानों को हिदायत
इधर कृषि विशेषज्ञों ने फसलों में पडऩे वाले पाले को लेकर हिदायत दी है। उन्हें फसलों को बचाने के लिए पानी और गंधक मिश्रण का घोल फसलों में डाले जाने के साथ ही आस पास घासपूस का धुआं करने को कहा गया है ताकि फसलों के नुकसान से बचा जा सके।
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