राज्य के सात हजार पेट्रोल पंप आज हड़ताल पर

  • राज्य में पेट्रोल-डीजल पर की गई -अप्रत्याशित वैट वृद्धि का विरोध
  • मांग नहीं मानने पर 25 अप्रेल से अनिश्चितकालीन हड़ताल
  • शनिवार सुबह छह से रात बारह बजे तक हड़ताल
  • राज्य के लगभग 7 हजार पेट्रोल पंप बन्द रहेंगे
  • सरकार को रोड सेस सहित करीब 34 करोड़ का नुकसान होगा
  • आपातकालीन वाहनों को आपूर्ति की जाएगी।

जोधपुर, राजस्थान पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन ने राजस्थान सरकार की ओर से पेट्रोल-डीजल पर की गई अप्रत्याशित वैट वृद्धि के विरोध में 10 अप्रेल को एक दिन की हड़ताल करने की घोषणा की है। इसके बाद भी मांग नहीं मानने पर 25 अप्रेल से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का निर्णय भी लिया है। शनिवार को सुबह छह से रात बारह बजे तक प्रदेश के पेट्रोल पंप किसी भी प्रकार की खरीद व बिक्री नहीं होगी और राज्य के लगभग 7 हजार पेट्रोल पंप बन्द रहेंगे।

एसोसिएशन के अध्यक्ष सुनीत बगई ने बताया कि राजस्थान में राज्य सरकार की ओर से वेट दरों में वृद्धि के कारण प्रदेश में पड़ोसी राज्यों की तुलना में करीब 5 से 10 रुपए तक महंगा है। राज्य में पेट्रोल-डीजल पर वैट कम करने और प्रदेश स्तर पर एक समान मूल्य रखे जाने की मांग को लेकर यह एक दिवसीय हड़ताल की जा रही है। मांगे नहीं मानने पर 25 अप्रेल से अनिश्तिकालीन हड़ताल की जाएगी। एक दिवसीय हड़ताल के दौरान शनिवार को प्रदेश के करीब 7 हजार पेट्रोल पंप बंद रहेंगे। इनके बंद रहने पर करीब 3 करोड़ लीटर पेट्रोल डीजल की बिक्री प्रभावित होगी जिससे सरकार को रोड सेस सहित करीब 34 करोड़ रुपए सेस की हानि होगी। हड़ताल के दौरान आपातकालीन वाहनों अग्निशमन, एंबुलेंस व अन्य वाहनों को आपूर्ति की जाएगी।

एसोसिएशन का कहना है कि राज्य में पड़ोसी राज्यों से महंगा पेट्रोल और डीजल होने के कारण प्रदेश में इसकी बिक्री में 34 प्रतिशत तक की गिरावट आ गई है और डीलर्स के साथ सरकार को भी राजस्व का नुकसान हो रहा है। विशेषकर पंजाब के सीमावर्ती जिलों के पेट्रोल पंप ज्यादा प्रभावित हैं। उनकी डीजल की बिक्री 70 प्रतिशत तक गिर गई है। इसके संबंध में आरपीडीए की ओर से मुख्यमंत्री सहित सभी संबंधित अधिकारियों को इसके संबंध में ज्ञापन देकर राजस्थान में वैट पंजाब के समान करने की मांगी की थी और वार्ता के लिए समय भी मांगा था लेकिन ना तो हमें समय मिला और ना ही सरकार द्वारा इसके संबंध में कोई भी सकारात्मक कदम उठाया गया। एसोसिशन ने कहा कि जब से राज्य में कांग्रेस सरकार बनी है तब से लेकर लेकर करीब दो साल की अवधि में अब तक राज्य सरकार ने पेट्रोल पर वैट 26 प्रतिशत से बढ़ाकर 38 प्रतिशत और डीजल पर 18 से बढ़ाकर 28 प्रतिशत कर दिया है। इस प्रकार डीजल पर कुल 10 एवं पेट्रोल पर कुल 12 प्रतिशत की वृद्वि की गई, इसमें भी पेट्रोल पर 8 एवं डीजल पर 6 प्रतिशत की वैट वृद्धि केवल कोरानाकाल में की गई। हालांकि राज्य सरकार ने 28 जनवरी को जनता को कुछ राहत देते हुए पेट्रोल एवं डीजल पर 2 प्रतिशत वैट कम किया था।

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