सेवा राम प्रजापति के अंगदान ने दिया दो लोगों को नया जीवन

एक शिक्षक की अमर विरासत

जोधपुर(डीडीन्यूज),सेवा राम प्रजापति के अंगदान ने दिया दो लोगों को नया जीवन। जोधपुर के झालामंड क्षेत्र निवासी 47 वर्षीय स्कूल शिक्षक सेवा राम प्रजापति के परिवार ने सड़क दुर्घटना में उनके दुखद निधन के बाद उनके अंगों का दान करने का सराहनीय निर्णय लिया। इस महान कार्य ने दो ऐसे मरीजों को नया जीवन दिया,जिन्हें गुर्दा प्रत्यारोपण की सख्त आवश्यकता थी।

सेवा राम को 29 जुलाई 2025 को एक सड़क दुर्घटना में गंभीर चोटें लगने के बाद एम्स जोधपुर के आपातकालीन विभाग में भर्ती किया गया था।समर्पित चिकित्सा देखभाल और निरंतर प्रयासों के बावजूद, एम्स की ब्रेन डेथ कमेटी द्वारा उन्हें ब्रेन डेड घोषित कर दिया गया। इस अत्यंत पीड़ादायक क्षण में उनके परिवार ने साहस और करुणा का परिचय देते हुए उनके दोनों गुर्दों को दान करने का निर्णय लिया।

अंग आवंटन एवं ग्रीन कॉरिडोर की व्यवस्था
SOTTO, ROTTO और NOTTO के समन्वय में उनके दोनों गुर्दों का दो मरीजों को आवंटन किया गया। एक गुर्दा जयपुर स्थित एसएमएस अस्पताल में सफलता पूर्वक प्रत्यारोपित किया गया,जबकि दूसरा स्थानीय मरीज के लिए एम्स जोधपुर में ही प्रत्यारोपित किया गया। अंग को समय पर और सुरक्षित ढंग से जयपुर पहुँचाने के लिए जोधपुर और जयपुर के बीच ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया,जिसमें ट्रैफिक पुलिस और अस्पताल प्रशासन का विशेष योगदान रहा।

इस मिशन के पीछे की चिकित्सा टीम:-
यह प्रत्यारोपण एम्स जोधपुर के कार्यकारी निदेशक प्रो.गोवर्धन दत्त पुरी के नेतृत्व में तथा डॉ.एएस.संधू (चेयरमैन,ट्रांसप्लांट प्रोग्राम),डॉ. शिवचरण नवड़िया (नोडल ऑफिसर ट्रांसप्लांट प्रोग्राम) और यूरोलॉजी, नेफ्रोलॉजी,एनेस्थीसिया,ब्रेन डेथ डिक्लेरेशन टीम एवं प्रशासन के निकट सहयोग से सम्पन्न हुआ।

मुख्य योगदानकर्ताओं में शामिल

एनेस्थीसिया विभाग
डॉ.मनोज कमल,डॉ.अंकुर।

यूरोलॉजी विभाग
डॉ.महेन्द्र,डॉ. दीपक।

ब्रेन डेथ घोषणा टीम
डॉ.सादिक,डॉ.राघवेंद्र,डॉ.भरत कुमार।

ट्रांसप्लांट समन्वयक
दशरथ,कुलदीप,रमेश।

इसके अतिरिक्त नर्सिंग अधिकारी, न्यूरोसर्जरी विभाग,प्रशासन एवं ट्रैफिक विभाग का भी महत्त्वपूर्ण सहयोग रहा।

सेवा राम प्रजापति के अंगदान ने दिया दो लोगों को नया जीवन

एम्स जोधपुर में कैडेवरिक ट्रांसप्लांट कार्यक्रम
मार्च 2024 में प्रारंभ हुए कैडेवरिक ट्रांसप्लांट कार्यक्रम के तहत एम्स जोधपुर में यह 8वां कैडेवरिक अंगदान है। अब तक मृतक दाताओं से 8 किडनी और 11 लीवर ट्रांसप्लांट सफलतापूर्वक किए जा चुके हैं। कुल मिलाकर,एम्स जोधपुर में अब तक लगभग 75 किडनी और 25 लीवर ट्रांसप्लांट किए जा चुके हैं,जिनमें जीवित और मृतक दोनों प्रकार के दानकर्ता शामिल हैं। ये सभी ट्रांसप्लांट आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत किए जा रहे हैं, जिससे रोगियों पर आर्थिक बोझ काफी हद तक कम हो जाता है।

पहले,पश्चिमी राजस्थान के मरीजों को ट्रांसप्लांट के लिए बड़े शहरों की ओर रुख करना पड़ता था,परंतु अब एम्स जोधपुर में उपलब्ध यह सुविधा कई परिवारों के लिए एक नई आशा बनकर उभरी है। संस्थान में किडनी, लीवर और बोन मैरो ट्रांसप्लांट जैसी उन्नत सेवाएं स्थानीय स्तर पर उपलब्ध कराई जा रही हैं।

आशा और मानवता का संदेश
सेवा राम प्रजापति और उनके परिवार की यह कहानी यह दर्शाती है कि अंगदान किसी की मृत्यु के बाद भी अनेक जिंदगियों में आशा का संचार कर सकता है। एम्स जोधपुर उनके इस महान निर्णय के प्रति गहरी कृतज्ञता प्रकट करता है और उनके निःस्वार्थ योगदान को नमन करता है,जो आने वाले समय में इस जीवनदायी पहल के लिए अनेक लोगों को प्रेरित करता रहेगा।