scam-in-the-guise-of-g-20-renovation-work-in-school-worth-82-5-lakhs

जी-20 की आड़ में घोटाला,स्कूल में 82.5 लाख का जीर्णोद्धार कार्य का मामला

रामनगर,उत्तराखंड के रामनगर में गत दिनों हुए जी-20 सम्मेलन में 17 देशों के 58 डेलीगेट्स ने भाग लिया जिसके लिए शासन प्रशासन ने नैनीताल और ऊधम सिंह नगर को दिन रात एक करते हुए काम किया, लेकिन अब रिनोवेशन के नाम पर घोटाले का जिन बोतल से बाहर निकल आया है। हेमंत गोनिया नामक व्यक्ति द्वारा लगाई गयी आरटीआई में मिली जानकारी के अनुसार जी-20 मैनेजमेंट के लिए जिलाधिकारी नैनीताल के द्वारा रामनगर के ढिकुली में एक ही परिसर में स्थित इंटरमीडिएट कॉलेज और प्राइमरी स्कूल के जीर्णोद्धार और सौंदर्यीकरण के लिए 82.48 लाख का बजट दिया गया था। जिसमें विदेशी मेहमानों से लेकर सीएम धामी से आदर्श स्कूल में हुए सौंदर्यीकरण के लिए वाहवाही बटोरी गई। साथ ही यूट्यूब से लेकर सोशल मीडिया तक जमकर प्रचार, प्रसार भी किया गया।

ये भी पढ़ें- डॉ रंजना देसाई अतिरिक्त प्राचार्य तृतीय,डॉ योगीराज चतुर्थ व डॉ राठौड़ पंचम पद पर क्रमोन्नत

scam-in-the-guise-of-g-20-renovation-work-in-school-worth-82-5-lakhs

भ्रष्टाचार के आरोपों के अनुसार ढिकुली स्कूल के सौंदर्यीकरण के लिए स्कूल के जर्जर भवन को तत्कालीन जिलाधिकारी ने दूसरे ब्लॉक रामगढ़ की खंड शिक्षा अधिकारी को रिनोवेशन का कार्य सौंपा। इस कार्य के लिए सरकारी धन का खज़ाना भी खोल दिया गया। ख़ास बात यह रही कि जीर्णोद्धार और सौंदर्यीकरण की कार्यप्रणाली से सम्बन्धित स्कूल के प्रधानाध्यापकों के साथ इस ब्लॉक के खंड शिक्षा अधिकारी को भी दूर रखा गया। कुछ सरकारी स्कूलों की कायाकल्प करके फेमस हुई रामगढ़ की खंड शिक्षा अधिकारी गीतिका जोशी ने भवन के जीर्णोद्धार और सौंदर्यीकरण कराया। परन्तु प्राइमरी स्कूल की प्रधानाध्यापिका प्रभजोत वालिया ने खंड शिक्षा अधिकारी गीतिका जोशी पर गम्भीर आरोप लगाते हुए प्राइमरी स्कूल के दोमंजिले में जाने की सीढ़ियों के निर्माण में अनियमितता,बिना जल की व्यवस्था के वाटर कूलर लगवाना,शौचालय का घटिया निर्माण,अनुपयुक्त वाशबेसिन, टाईल्स लगाई में गोरखधंधा,बर्तन धोने के शिंक की व्यवस्था न होना तथा अन्य विभिन्न मामलों में सरकारी धन के दुरुपयोग के आरोप लगाए हैं। साथ ही नए फर्नीचर लगाने के नाम पर पुराने फर्नीचर की मरम्मत तथा पुराने फर्नीचर को गायब कराने व फर्नीचर निर्माण में घटिया कार्य कराने,स्कूल की छत से पानी की निकासी में लापरवाही के कारण जल भराव होना, सीलन आना,ग्रीन प्लास्टिक घास मैट का उखड़ना,छत से गिरती फाल्स सीलिंग,स्कूल प्रांगण में जल भराव हो रहा है। स्कूल का लाखों का फर्नीचर, बिजली मीटर,डिश एंटीना गायब करवा दिये गये। जिसका कोई भी लेखा जोखा गीतिका जोशी द्वारा नहीं दिया गया है।

दूरदृष्टिन्यूज़ की एप्लिकेशन डाउनलोड करें-http://play.google.com/store/apps/details?id=com.digital.doordrishtinews

इसी तरह का आरोप इंटर कॉलेज के प्रवक्ताओं द्वारा भी गीतिका जोशी पर लगाये जा रहे हैं।प्रवक्ताओं के अनुसार क्लब महिंद्रा द्वारा उपलब्ध कराया गया कुछ फर्नीचर भी गायब कर दिया गया है। स्थानीय समाजसेवी अशोक खुल्बे ने गीतिका जोशी पर सौंदर्यीकरण के नाम पर भ्रष्टाचार करने के आरोप भी लगाए हैं। उनका कहना है कि 82.5 लाख रुपए के बजट के अनुसार कार्य नहीं किया गया है, साथ ही उन्होने बताया कि लगतार वे स्कूल में कभी पानी का कनेक्शन ठीक करवाते तो कभी नालियाँ। खास बात ये है कि तीन माह बीतने के बाद भी जब काम करवाया जाता है तो काम करने वाली टीम आरटीओ कार्यालय हल्द्वानी से भेजी जाती है। उन्होने कहा कि स्कूल का ध्वस्तिकरण का आदेश हो चुका था लेकिन गीतिका जोशी के द्वारा डीएम नैनीताल से आदेश निरस्त करवाकर फंड जारी करवाया। उनका कहना है कि किसी भी दृष्टि से या पूरा निर्माण 40 लाख रुपए से अधिक का नहीं है जबकि इसके लिए खंड शिक्षा अधिकारी को 82.5 लाख का फंड जारी किया गया था। अगर उन्हे ये काम दे दिया जाता तो वो बिना किसी कमी के अच्छा काम 50 लाख तक में करा देते। इस मामले में जब रामगढ़ की खंड शिक्षा अधिकारी गीतिका जोशी ने अपना पक्ष रखते हुए बताया कि बहुत कम समय मिलने के कारण कुछ कमियाँ रह सकती हैं जिन्हें हम दुरुस्त करवा रहे हैं। साथ में उन्होने यह भी कहा कि बजट 82.5 लाख का ही था लेकिन इससे कहीं ज्यादा उन्होने खर्च कर दिया है,परन्तु स्कूल के हालात देखकर लगता है कि केवल सीएम धामी को प्रभावित करने के लिए बाहर से चमक दमक कर दी गई, जो कुछ ही दिनों में फीकी पड़ गयी है।

ये भी पढ़ें- जोधपुर से साबरमती के बीच वंदे भारत ट्रेन का नियमित संचालन रविवार से

रामनगर के खंड शिक्षा अधिकारी को दरकिनार कर रामगढ़ की खंड शिक्षा अधिकारी को फंड जारी कर देना जांच का विषय हो सकता है। खंड शिक्षा अधिकारी गीतिका जोशी के द्वारा स्कूल की रिनोवेशन की बैठक में प्रधानाध्यापिका को शामिल न करना, स्कूल का पुराना समान बिना किसी कागजी कार्यवाही के गायब कर देना, घटिया निर्माण और बेमतलब सामानों से सरकारी पैसे की बरबादी करना कहीं न कहीं बड़े भ्रष्टाचार की तरफ इशारा कर रहा है। अब देखना यह है कि जिस प्रकार खुद सीएम खंड शिक्षा अधिकारी गीतिका जोशी और तत्कालीन डीएम नैनीताल की पीठ थपथपा चुके हैं उसके बाद क्या उन पर कोई जांच कार्यवाही की संस्तुती करते हैं या फिर ये मामला भी अन्य मामलों की तरह ठंडे बस्ते में डाल दिया जाता है।

दूरदृष्टिन्यूज़ की एप्लिकेशन डाउनलोड करें-http://play.google.com/store/apps/details?id=com.digital.doordrishtinews